शिक्षा मित्रों के समायोजन को चाहिए 12,322 और पद, परिषद ने शासन को भेजा जिलेवार पदों का ब्यौरा
- शिक्षा मित्रों के समायोजन को चाहिए 12,322 और पद
- बेसिक शिक्षा परिषद ने शासन को भेजा जिलेवार पदों का ब्यौरा
- बीटीसी प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले 91,104 शिक्षा मित्रों का होना है समायोजन
लखनऊ। दूसरे चरण में दूरस्थ शिक्षा से बीटीसी प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले 91,104 शिक्षा मित्रों को शिक्षक पद पर समायोजित करने के लिए 12,322 पदों की और जरूरत है। शिक्षकों के इतने पद और होने के बाद दूसरे चरण के सभी शिक्षा मित्रों को समायोजित किया जा सकेगा। बेसिक शिक्षा परिषद ने जिलेवार शिक्षकों के रिक्त पद और दूसरे चरण में समायोजित होने वाले शिक्षा मित्रों की सूची शासन को उपलब्ध करा दी है।
राज्य सरकार 1.70 लाख शिक्षा मित्रों को दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से बीटीसी का प्रशिक्षण देकर सहायक अध्यापक के पद पर समायोजित कर रही है। पहले चरण में 58,826 शिक्षा मित्रों को शिक्षक बनाया जा चुका है। दूसरे चरण में 91,104 शिक्षा मित्रों को समायोजित किया जाना है। शासन ने इसके लिए 30 अप्रैल तक की समय सीमा तय की थी, लेकिन यह अवधि बीत चुकी है और अभी तक सभी शिक्षा मित्रों को समायोजित नहीं किया जा सका है।
46 जिले ऐसे हैं जहां दूसरे चरण में प्रशिक्षण प्राप्त शिक्षा मित्रों को समायोजित किए जाने में बाधा आ रही है। इन जिलों में शिक्षकों के खाली पदों के मुकाबले प्रशिक्षण प्राप्त शिक्षा मित्रों की संख्या अधिक है। बेसिक शिक्षा परिषद ने शासन से रिक्तियों का ब्यौरा भेजते हुए इस संबंध में बेसिक शिक्षा अधिकारियों को नए सिरे से दिशा-निर्देश जारी करने का अनुरोध किया है।
खबर साभार : अमर उजाला
शिक्षक भर्ती में कम पड़े 12 हजार पद
खबर साभार : हिन्दुस्तान
शिक्षक भर्ती में कम पड़े 12 हजार पद
कहां जाएंगे बढ़े शिक्षक
बेसिक शिक्षा अधिकारियों ने जताई थी पद कम होने की आशंका
शिक्षामित्रों के समायोजन के दौरान जुटाया गया ब्योरा
बेसिक शिक्षा अधिकारियों ने जताई थी पद कम होने की आशंका
शिक्षामित्रों के समायोजन के दौरान जुटाया गया ब्योरा
लखनऊ। सरकारी प्राइमरी स्कूलों में चल रही भर्तियों में
सहायक अध्यापकों के 12,322 पद कम पड़ रहे हैं। शिक्षामित्रों के समायोजन के
दौरान प्रदेश के सरकारी स्कूलों से सृजित पदों व कार्यरत शिक्षकों का
ब्योरा तैयार होने से यह तथ्य सामने आया है। 46 जिलों में पद कम: इस समय
72,825 प्रशिक्षु शिक्षक, 15 हजार सहायक अध्यापक व 91 हजार शिक्षामित्रों
का समायोजन चल रहा है। 46 ऐसे जिले हैं जहां पद कम पड़ रहे हैं। मांगा था
ब्योरा: बीते दिनों एक बैठक में जिलों से शिक्षकों और रिक्त पदों का ब्योरा
मांगा गया था। 19 मार्च को जारी इस ब्योरे के मुताबिक यदि प्रशिक्षु
शिक्षक और सहायक अध्यापक भर्ती के साथ 91 हजार शिक्षामित्रों का समायोजन
होता है तो 12 हजार से ज्यादा पद कम पड़ जाएंगे। इसमें जून, 2015 में
रिटायर होने वाले शिक्षकों की संख्या भी जोड़ी गई है।
लखनऊ में पहले से ही ज्यादा शिक्षक
- बलरामपुर -762
- बहराइच -1003
- इन जिलों में पद हैं कम
- जिला पदों की स्थिति
- लखनऊ -1699
- हरदोई -264
- फैजाबाद -213
- अमेठी -127
- सीतापुर -1653
- अम्बेडकरनगर -406
- गोण्डा -325
राज्य मुख्यालय। सीतापुर, लखनऊ, रायबरेली, बहराइच और कानपुर नगर ऐसे जिले
हैं जहां 1-1 हजार से ज्यादा पद कम पड़ रहे हैं। सीतापुर में भी 1653,
कानपुर नगर में1323, बहराइच में 1003 और रायबरेली में 1186 पद कम पड़ रहे
हैं। ऐसे जिलों की संख्या भी एक दर्जन से ज्यादा हैं जहां 500 से ज्यादा पद
कम पड़ रहे हैं। खराब हालत लखनऊ की है जहां 1699 पद कम पड़ रहे हैं। यहां
पर इन भर्तियों से पहले ही 233 सहायक अध्यापक पढ़ा रहे हैं । यहां कुल
सृजित पद 2491 है लेकिन काम 2857 शिक्षक कर रहे हैं। यहां 266 शिक्षक
ज्यादा हैं लेकिन जून 2015 में 33 शिक्षक रिटायर हो जाएंगे। यहां 12
प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती हुए हैं, वहीं 1444 शिक्षामित्र व 10 सहायक अध्यापक
भर्ती होने हैं।
शिक्षा मित्रों के समायोजन को चाहिए 12,322 और पद, परिषद ने शासन को भेजा जिलेवार पदों का ब्यौरा
Reviewed by प्रवीण त्रिवेदी
on
7:40 AM
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