नगर क्षेत्र के शिक्षा मित्रों को अब वहीं पर समायोजित किया जाएगा, समायोजन की प्रक्रिया अब 31 मई तक होगी पूरी, सचिव बेसिक शिक्षा ने किया शासनादेश जारी
- 31 तक नगर क्षेत्र के शिक्षा मित्र अब वहीं बनेंगे शिक्षक
साभार : दैनिक जागरण |
- नगर क्षेत्र के शिक्षामित्रों का समायोजन नगर क्षेत्र में ही
- अवधि बढ़ाने का फैसला निदेशक बेसिक शिक्षा पर
शासन ने दूरस्थ शिक्षा के जरिए बीटीसी प्रशिक्षण पूरा करने
वाले दूसरे बैच के शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक के पद पर समायोजित करने
की अवधि को बढ़ाकर 31 मई कर दिया है। नगर क्षेत्र के शिक्षामित्रों का
समायोजन नगर क्षेत्र में रिक्त पदों पर करने का निर्देश दिया गया है। यदि
31 मई के बाद भी किसी जिले में समायोजन के लिए समय बढ़ाने की जरूरत होती है
तो इस बारे में निदेशक बेसिक शिक्षा अपने स्तर से निर्णय करेंगे।
समायोजन के लिए समयावधि बढ़ाने के बारे में सचिव बेसिक शिक्षा एचएल गुप्ता ने मंगलवार को शासनादेश जारी कर दिया है। पहले समायोजन 30 अप्रैल तक करने का निर्देश जारी किया गया था। दूसरे बैच में लगभग 91 हजार शिक्षामित्र हैं जिनमें से तकरीबन 87 हजार ने बीटीसी प्रशिक्षण उत्तीर्ण किया है। इन सभी शिक्षामित्रों का समायोजन करने में 47 जिलों के परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापकों के लगभग 12 हजार पद कम पड़ रहे हैं।
पदों की कमी की समस्या को दूर करने के लिए प्राथमिक विद्यालयों के सहायक अध्यापकों को प्रोन्नति देने की समयावधि को पहले पांच से घटाकर चार साल और फिर तीन साल कर दिया गया। इसके पीछे मकसद है कि प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षक पदोन्नत होंगे तो उनकी पदोन्नति से खाली हुए पदों पर भी शिक्षामित्रों को समायोजित किया जा सके। शिक्षकों को प्रोन्नत करने में समय लगेगा, इस वजह से जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों ने समायोजन की अवधि को बढ़ाने का अनुरोध किया था।
समायोजन के लिए समयावधि बढ़ाने के बारे में सचिव बेसिक शिक्षा एचएल गुप्ता ने मंगलवार को शासनादेश जारी कर दिया है। पहले समायोजन 30 अप्रैल तक करने का निर्देश जारी किया गया था। दूसरे बैच में लगभग 91 हजार शिक्षामित्र हैं जिनमें से तकरीबन 87 हजार ने बीटीसी प्रशिक्षण उत्तीर्ण किया है। इन सभी शिक्षामित्रों का समायोजन करने में 47 जिलों के परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापकों के लगभग 12 हजार पद कम पड़ रहे हैं।
पदों की कमी की समस्या को दूर करने के लिए प्राथमिक विद्यालयों के सहायक अध्यापकों को प्रोन्नति देने की समयावधि को पहले पांच से घटाकर चार साल और फिर तीन साल कर दिया गया। इसके पीछे मकसद है कि प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षक पदोन्नत होंगे तो उनकी पदोन्नति से खाली हुए पदों पर भी शिक्षामित्रों को समायोजित किया जा सके। शिक्षकों को प्रोन्नत करने में समय लगेगा, इस वजह से जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों ने समायोजन की अवधि को बढ़ाने का अनुरोध किया था।
लखनऊ
(ब्यूरो)। नगर क्षेत्र के शिक्षा मित्रों को अब वहीं पर समायोजित करते हुए
शिक्षक बनाया जाएगा। यही नहीं समायोजन की प्रक्रिया अब 31 मई तक पूरी की
जाएगी। सचिव बेसिक शिक्षा एचएल गुप्ता ने मंगलवार को शासनादेश जारी कर दिया
है। उन्होंने बेसिक शिक्षा निदेशक डीबी शर्मा को निर्देश दिया है कि दूसरे
चरण के शिक्षा मित्रों को नई व्यवस्था के आधार पर ही समायोजित करते हुए
शिक्षक बनाया जाएगा।
दूसरे चरण में 91,104
शिक्षा मित्रों को दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से बीटीसी का प्रशिक्षण दिया
गया है। शिक्षकों के रिक्त पदों से शिक्षा मित्रों की संख्या अधिक होने की
वजह से इनके समायोजन में बाधा आ रही थी। प्रदेश के कई जिलों के बेसिक
शिक्षा अधिकारियों ने परिषद के सचिव से अनुरोध किया था कि नगर क्षेत्र के
शिक्षा मित्रों को वहीं पर समायोजित करने की अनुमति दी जाए। जिसके आधार पर
यह आदेश जारी किया गया है। सचिव ने यह भी कहा है कि किसी जिले में यदि
भविष्य में शिक्षा मित्रों के समायोजन के लिए समयसीमा बढ़ाने की जरूरत
पड़ती है तो इस संबंध में बेसिक शिक्षा निदेशक अपने स्तर से निर्णय करेंगे।
खबर साभार : अमर उजाला
नगर क्षेत्र के शिक्षा मित्रों को अब वहीं पर समायोजित किया जाएगा, समायोजन की प्रक्रिया अब 31 मई तक होगी पूरी, सचिव बेसिक शिक्षा ने किया शासनादेश जारी
Reviewed by प्रवीण त्रिवेदी
on
7:45 AM
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