शिक्षामित्रों में उबाल, कन्नौज में एक ने फांसी लगाकर दी जान, बहराइच जिले में महिला शिक्षामित्र सदमा सह न सकी, 3400 शिक्षामित्रों ने मांगी इच्छामृत्यु





  • शिक्षामित्रों में उबाल
  • शिक्षामित्र आज सांकेतिक हड़ताल पर 
  • आज-कल नहीं करेंगे शिक्षण कार्य
  • समायोजन रद होने से कन्नौज में एक ने फांसी लगाकर दी जान
  • बहराइच जिले में महिला शिक्षामित्र सदमा सह न सकी
  • महोबा में शिक्षामित्र के ससुर तो हापुड़ में मां की मौत
  • 3400 शिक्षामित्रों ने मांगी इच्छामृत्यु

शिक्षामित्रों का समायोजन निरस्त होने के बाद प्रदेशव्यापी उबाल आ गया है। शिक्षामित्र सड़क पर उतर कर आंदोलन कर रहे हैं। रविवार को कई जगहों पर प्रदर्शन हुआ। वहीं, सहायक अध्यापक बनने की उम्मीद धूमिल होने पर कन्नौज में शिक्षामित्र ने फांसी लगा ली। महोबा में एक शिक्षा मित्र के ससुर और हापुड़ में एक की मां की सदमे से मौत हो गई। बरेली में 34 सौ शिक्षामित्रों ने डीएम को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपकर इच्छामृत्यु मांगी है।

इस बीच, उत्तर प्रदेश के 1.72 लाख शिक्षामित्र 14 व 15 सितंबर को परिषदीय स्कूलों में शिक्षण कार्य का बहिष्कार करेंगे। इलाहाबाद में आदर्श शिक्षा मित्र वेलफेयर एसोसिएशन और प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के प्रदेश पदाधिकारियों ने यह फैसला किया है।  कन्नौज के ठठिया क्षेत्र के हरेईपुर उसरी गांव निवासी शिक्षामित्र बाबू सिंह समायोजन निरस्त होने से आहत था। शनिवार रात उसने फांसी लगा ली। महोबा में चरखारी के गौरहारी गांव निवासी प्रधानाचार्य 57 वर्षीय दुर्जन की सदमे से मौत हो गई। परिवार ने बताया कि उनके दामाद मंगल का सहायक अध्यापक पद पर समायोजन हुआ था। इसी तरह हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर क्षेत्र के पलवाड़ा गांव में समायोजन निरस्त होने की खबर से शिक्षामित्र नीमा की मां कृष्णा देवी की हालत बिगड़ गई और इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। शिक्षामित्रों ने आगरा में केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री रामशंकर कठेरिया के आवास के बाहर धरना दिया।

एटा में बैठक कर सोमवार से विद्यालयों में तालाबंदी करने की चेतावनी दी गई। फीरोजाबाद व बरेली में शिक्षामित्रों ने प्रदर्शन किया और बारिश में भीगते हुए जुलूस निकाला। हरदोई में रविवार को गांधी भवन में सैकड़ों शिक्षामित्रों ने काफी देर तक हंगामा किया। उन्नाव, फरुखाबाद, उरई, औरैया, इटावा, चित्रकूट, बांदा तथा हमीरपुर में भी जगह-जगह विरोध प्रदर्शन हुए है। कई जगहों पर हाईवे और सड़कें भी जाम की गई। कौशांबी, देवरिया, बदायूं, पीलीभीत, शाहजहांपुर में भी शिक्षामित्रों ने बैठक कर आगे की रणनीति तय की। फैजाबाद में बैठक के दौरान ही शिक्षामित्र महेंद्र कुमार मिश्र को सीने में तेज दर्द उठा। उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। वाराणसी के सेवापुरी व दानगंज में भी शिक्षामित्रों की बैठक के दौरान समायोजित दो अध्यापक रविवार को बेहोश हो गए।
  • सरकार जाएगी सुप्रीम कोर्ट
इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा शिक्षामित्रों का समायोजन रद किए जाने के फैसले के बाद सकते में आई प्रदेश सरकार निर्णय के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील करेगी। मुख्य सचिव आलोक रंजन ने रविवार को कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षा मित्रों की लड़ाई लड़ने के लिए कटिबद्ध है। उच्च न्यायालय के निर्णय का अध्ययन किया जा रहा है। सरकार जल्द ही सुप्रीम कोर्ट जाएगी। मुख्य सचिव ने कहा कि जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि यदि किसी शिक्षा मित्र द्वारा आत्महत्या करने जैसी कोई जानकारी मिलती है तो वे पहले इसका सत्यापन कराएं। आत्महत्या की पुष्टि होने पर मृतक के परिवारी जन को पांच लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी।
खबर साभार :   दैनिक जागरण


  • दो शिक्षामित्रों ने जान दी 3 हजार ने मांगी इच्छामृत्यु
  • समायोजन रद्द होने से शिक्षामित्र आहत
  • कन्‍नौज में फांसी लगाई, बहराइच में महिला की सदमे से मौत
  • सहायक अध्यापक बने लोगों का सोमवार से कार्य बहिष्कार व स्कूलों में तालाबंदी का ऐलान
  • बरेली में समायोजित शिक्षामित्रों ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को लिखी चिट्ठी

लखनऊ। सहायक शिक्षक के तौर पर समायोजन रद्द होने के फैसले के बाद शिक्षामित्र जान देने जैसे कदम उठा रहे हैं। नौकरी जाने के सदमे से आहत कन्नौज के शिक्षामित्र बाबू सिंह ने फांसी लगाकर जान दे दी। वहीं, इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले की खबर पढ़कर सदमे में आई बहराइच की पूनमदेवी (30) की मौत हो गई। फैजाबाद, फीरोजाबाद समेत कई अन्य जिलों में भी शिक्षामित्रों की तबीयत बिगड़ने की सूचना है। बरेली और सीतापुर के तीन हजार से ज्यादा शिक्षामित्रों ने तो राष्ट्रपति से इच्छा-मृत्यु की मांग की है। इस संबंध में इन्होंने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा। वहीं, आगरा, गोरखपुर, बस्ती, पीलीभीत और बदायूं समेत सूबे के कई अन्य जिलों में शिक्षामित्रों ने सोमवार से कार्य बहिष्कार और स्कूलों में तालाबंदी करने का ऐलान किया है। गौरतलब है कि हाईकोर्ट ने सूबे में 1.70 लाख शिक्षामित्रों को सहायक शिक्षक बनाने को असंवैधानिक करार देते हुए समायोजन रद्द कर दिया था।
समायोजन रद्द करने के फैसले के बाद आगरा में रविवार को सैकड़ों शिक्षामित्र सड़क पर उतर आए। गोरखपुर-बस्ती मंडल के हर जिले में शिक्षामित्रों ने बैठक कर सोमवार से आंदोलन शुरू करने की रूपरेखा तय की। साथ ही हाईकोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर करने की योजना बनाई है।
  • आज काली पट्टी बांधकर जताएंगे विरोध :-
शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी, पीलीभीत और बदायूं में समायोजित शिक्षक सोमवार को अपने-अपने विद्यालयों में काली पट्टी बांधकर कार्य बहिष्कार करेंगे।
  • रोजी रोटी की व्यवस्था सरकार करेगी : राम गोविंद
लखनऊ (ब्यूरो)। बेसिक शिक्षा मंत्री रामगोविंद चौधरी ने कहा कि शिक्षा मित्रों को धैर्य खोने की जरूरत नहीं है। उनकी रोजी-रोटी की व्यवस्था राज्य सरकार कराएगी। वे हताशा व निराशा में कोई ऐसा कदम न उठाएं जिससे उनके परिवार व शिक्षा विभाग को परेशानियों का सामना करना पड़े।
  • अस्वाभाविक मौत पर परिवारीजनों को 5-5 लाख की मदद
मुख्य सचिव आलोक रंजन ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि शिक्षा मित्र ने यदि हताशा में कोई कदम उठा लिया है, तो सत्यापन कराते हुए उनके परिवारीजन को पांच लाख रुपये की सहायता दी जाएगी।

शिक्षामित्रों की मौत पर अफसोस है। हाईकोर्ट के फैसले ने हजारों परिवारों को चिंतित कर दिया है। मुख्यमंत्री को मामले की जानकारी दे दी गई है। प्रदेश सरकार हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएगी।
- विजय बहादुर पाल, माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री


खबर साभार :   अमर उजाला



खबर साभार :   डेली न्यूज एक्टिविस्त



खबर साभार :   नवभारत

इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले के बाद यूपी के शिक्षामित्रों में निराशा और उबाल है। कन्नौज में एक शिक्षामित्र रविवार को फांसी पर झूल गया। फैजाबाद में एक शिक्षामित्र को दिल का दौरा पड़ा तो चित्रकूट में एक शिक्षामित्र सभा के दौरान बेहोश हो गया। हजारों शिक्षामित्रों ने राष्ट्रपति को पत्र लिख इच्छामृत्यु मांगी है। उन्होंने सोमवार से स्कूलों में काम नहीं करने का निर्णय किया है।सड़क पर उतरे:नौकरी बचाने के लिए रविवार को शिक्षामित्र सड़क पर उतर आए। उन्होंने पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ नारे लगाए। अधिकतर जिलों में शिक्षामित्रों ने लेखपाल परीक्षा का बहिष्कार किया। लखनऊ, सुलतानपुर, फैजाबाद, आगरा, मेरठ, बरेली और चित्रकूट समेत कई जिलों में शिक्षामित्रों ने धरना दिया और जुलूस निकाले। आगरा में शिक्षामित्रों ने केन्द्रीय राज्य मंत्री रामशंकर कठेरिया का आवास घेर लिया। सभी जिलों में सुरक्षा प्रबंध कड़े करने के आदेश दिए गए हैं। 

साभार : हिंदुस्तान 


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शिक्षामित्रों में उबाल, कन्नौज में एक ने फांसी लगाकर दी जान, बहराइच जिले में महिला शिक्षामित्र सदमा सह न सकी, 3400 शिक्षामित्रों ने मांगी इच्छामृत्यु Reviewed by प्रवीण त्रिवेदी on 8:51 AM Rating: 5

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