प्रदेश भर में प्राथमिक स्कूल में शिक्षामित्र करेंगे तालाबंदी, शिक्षामित्र संघ ने शिक्षामित्रों से धैर्य रखने की अपील की, सुप्रीम कोर्ट में लड़ाई ले जाने की है तैयारी
- प्रदेश भर में प्राथमिक स्कूल में करेंगे तालाबंदी
- संघ ने शिक्षामित्रों से धैर्य रखने की अपील की
शिक्षामित्र आज प्रदेश भर में सांकेतिक हड़ताल करेंगे।
वह प्राथमिक स्कूल जाएंगे और वहां पर तालाबंदी कर अपना विरोध जताएंगे। उप्र
प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के आवाहन पर सोमवार को यह विरोध होगा। वहीं संघ
ने सभी शिक्षामित्रों का आवाहन किया है कि वह हाईकोर्ट के फैसले के बाद
धैर्य बनाए रखें। अभी यह मामला सुप्रीम कोर्ट में जाएगा और हमें पूरी
उम्मीद है कि वहां पर कोई न कोई रास्ता निकल आएगा। ऐसे में कोई भी
शिक्षामित्र गलत कदम न उठाएं जिससे हमें ही नुकसान हो।
उप्र प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के जिला अध्यक्ष सुशील कुमार यादव ने बताया कि प्रदेश इकाई की ओर से सांकेतिक हड़ताल करने के निर्देश मिलने के बाद उन्होंने काकोरी में शीतला देवी मंदिर पर संघ के ब्लॉक अध्यक्ष व अन्य पदाधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। उन्होंने बताया कि सोमवार को सभी शिक्षामित्र स्कूल जाएंगे और वहां पर ताला बंद कर अपना विरोध जताएंगे। यह एक दिन की हड़ताल ही होगी।
उप्र प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के जिला अध्यक्ष सुशील कुमार यादव ने बताया कि प्रदेश इकाई की ओर से सांकेतिक हड़ताल करने के निर्देश मिलने के बाद उन्होंने काकोरी में शीतला देवी मंदिर पर संघ के ब्लॉक अध्यक्ष व अन्य पदाधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। उन्होंने बताया कि सोमवार को सभी शिक्षामित्र स्कूल जाएंगे और वहां पर ताला बंद कर अपना विरोध जताएंगे। यह एक दिन की हड़ताल ही होगी।
उप्र प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के प्रदेश अध्यक्ष गाजी
इमाम आला की ओर से सभी शिक्षामित्रों को धैर्य बनाए रखने की अपील की गई है।
जिला अध्यक्ष सुशील यादव ने बताया कि प्रदेश भर में 1.72 लाख शिक्षामित्र
हड़ताल करेंगे। उन्होंने बताया कि राजधानी में करीब 2324 शिक्षामित्र हैं
और यह सभी हड़ताल पर रहेंगे। ऐसे में प्राथमिक स्कूलों में पढ़ाई ठप रहेगी।
उन्होंने कहा कि यूपी की तरह ही उत्तराखंड और महाराष्ट्र में भी
शिक्षामित्रों को समायोजित किया गया और अब हम इसे आधार बनाकर आगे की लड़ाई
लड़ेंगे। सभी कानूनी पहलुओं पर विचार किया जा रहा है। राज्य सरकार हमारे
साथ है और हम आगे कामयाब होंगे इसकी पूरी उम्मीद है।
खबर साभार : दैनिक जागरण
खबर साभार : अमर उजाला
शिक्षामित्र दो दिन करेंगे विद्यालयों में तालाबंदी
केन्द्र सरकार से नियमों में बदलाव कर समायोजन की राह आसान करने की मांगशिक्षामित्रों का समायोजन केन्द्र एवं प्रदेश सरकार के बीच बन सकता है राजनीतिक मुद्दा
इलाहाबाद।
प्रदेश में शिक्षामित्रों का सहायक अध्यापक के पद पर समायोजन निरस्त किए
जाने के बाद उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ एवं आदर्श शिक्षामित्र
वेलफेयर संघ सोमवार, मंगलवार को विद्यालय नहीं जाने का फैसला किया है।
शिक्षामित्रों ने दो दिन विद्यालय में तालाबंदी करने की घोषणा की है।
शिक्षामित्र संघ ने अपने समायोजन की राह में अब केन्द्र सरकार को माना है।
शिक्षामित्रों ने प्रदेश सरकार की सराहना की है तो वहीं केन्द्र सरकार को
कटघरे में खड़ा कर दिया है।
अब
शिक्षामित्रों का समायोजन केन्द्र एवं राज्य सरकार के बीच राजनीतिक मुद्दा
बन सकता है। शिक्षामित्रों ने केन्द्र सरकार से उनके समायोजन को लेकर
नियमों में संशोधन की मांग की है। समायोजित शिक्षकों एवं शिक्षामित्रों ने
केन्द्र सरकार पर उनके साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया है। आदर्श
शिक्षामित्र वेलफेयर संघ के प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र शाही का कहना है कि
केन्द्र सरकार यदि शिक्षामित्रों के साथ सौतेला व्यवहार करेगी तो पूरे
परिवार के साथ दिल्ली में जंतर-मंतर पर धरना दिया जाएगा। उत्तर प्रदेश
प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष वसीम अहमद मीडिया प्रभारी संतोष
शुक्ल का कहना है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री और बेसिक शिक्षा मंत्री ने
शिक्षामित्रों से शांति बनाए रखने की अपील की है। आदर्श शिक्षामित्र
वेलफेयर संघ के अश्वनी त्रिपाठी ने कहा कि शिक्षामित्र अपनी लड़ाई संगठित
होकर लड़ेंगे।
- रोक के बाद बंद हो जाएंगे स्कूलों में ताले
शिक्षामित्रों
के काम पर रोक के बाद प्रदेश के हजारों स्कूलों में ताले लग जाएंगे।
शिक्षकों की कमी के कारण बड़ी संख्या में शिक्षामित्र ही प्राथमिक
विद्यालयों की कमान संभाल रहे हैं। प्राथमिक विद्यालयों में काम कर रहे
शिक्षामित्रों के विद्यालय नहीं जाने की स्थिति में हर ब्लाक में औसतन 20
विद्यालयों में ताला बंद हो जाएगा।
प्रदेश भर में प्राथमिक स्कूल में शिक्षामित्र करेंगे तालाबंदी, शिक्षामित्र संघ ने शिक्षामित्रों से धैर्य रखने की अपील की, सुप्रीम कोर्ट में लड़ाई ले जाने की है तैयारी
Reviewed by प्रवीण त्रिवेदी
on
8:50 AM
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