विधानभवन पहुंचे अन्तर्जनपदीय शिक्षक गिरफ्तार, प्रथम नियुक्ति तिथि से पदोन्नति की मांग को लेकर डटे थे, देरशाम हुये रिहा
- विधानभवन पहुंचे अन्तर्जनपदीय शिक्षक गिरफ्तार
- प्रथम नियुक्ति तिथि से पदोन्नति की मांग को लेकर डटे थे शिक्षक
अन्तर्जनपदीय शिक्षकों ने वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नति किए जाने की मांग
को लेकर धरना-प्रदर्शन किया। जीपीओ पार्क से विधानभवन घेराव के प्रयास में
सैकड़ों शिक्षकों को पुलिस ने बैरीकेडिंग लगाकर रोकने का प्रयास किया। जिस
पर पुलिस और शिक्षकों के बीच काफी देर तक नोकझोंक और धक्का मुक्की भी हुई।
पुलिस द्वारा कैपिटल सिनेमा के सामने से शिक्षकों को आगे बढ़ने से रोका तो शिक्षक सड़क पर धरने पर बैठ गए। शिक्षक मुख्यमंत्री से वार्ता के लिए काफी देर तक अड़े रहे। सरकार विरोधी नारेबाजी करने पर पुलिस ने शिक्षकों को जबरदस्ती उठाकर धरना समाप्त कराया और बस में बिठाकर गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए लोगों में कई महिला शिक्षक भी शामिल थीं। गिरफ्तार शिक्षकों को देरशाम पुलिस लाइन से रिहा कर दिया गया।
इससे पहले जीपीओ पार्क पर आयोजित धरने को संबोधित करते हुए संगठन के अध्यक्ष कमलेश पाण्डेय ने कहा कि प्रदेशभर में सरकार द्वारा 44 हजार शिक्षकों को गृह जनपद में तबादला तो कर दिया गया, लेकिन उनके कई वर्षो के सेवा अनुभव को समाप्त करके कनिष्ठ शिक्षक के पद पर तैनाती दी गई। दूसरी तरफ नए शिक्षकों को पदोन्नति दी जा रही है जो उचित नहीं है। मांग की कि शिक्षकों की प्रथम नियुक्ति तिथि को आधार बनाकर पदोन्नति दी जाए। प्रदर्शन में पुरुषोत्तम यादव, उमाशंकर यादव, संतोष शर्मा, रजनी शर्मा, इंदू यादव, मंदाकिनी पांडेय, सुधा रावत, अंजना मिश्र, उपमा जौहरी, चरम सिंह, रागिनी, सुशील तिवारी, विनोद सहित कई शिक्षक शामिल थे।
पुलिस द्वारा कैपिटल सिनेमा के सामने से शिक्षकों को आगे बढ़ने से रोका तो शिक्षक सड़क पर धरने पर बैठ गए। शिक्षक मुख्यमंत्री से वार्ता के लिए काफी देर तक अड़े रहे। सरकार विरोधी नारेबाजी करने पर पुलिस ने शिक्षकों को जबरदस्ती उठाकर धरना समाप्त कराया और बस में बिठाकर गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए लोगों में कई महिला शिक्षक भी शामिल थीं। गिरफ्तार शिक्षकों को देरशाम पुलिस लाइन से रिहा कर दिया गया।
इससे पहले जीपीओ पार्क पर आयोजित धरने को संबोधित करते हुए संगठन के अध्यक्ष कमलेश पाण्डेय ने कहा कि प्रदेशभर में सरकार द्वारा 44 हजार शिक्षकों को गृह जनपद में तबादला तो कर दिया गया, लेकिन उनके कई वर्षो के सेवा अनुभव को समाप्त करके कनिष्ठ शिक्षक के पद पर तैनाती दी गई। दूसरी तरफ नए शिक्षकों को पदोन्नति दी जा रही है जो उचित नहीं है। मांग की कि शिक्षकों की प्रथम नियुक्ति तिथि को आधार बनाकर पदोन्नति दी जाए। प्रदर्शन में पुरुषोत्तम यादव, उमाशंकर यादव, संतोष शर्मा, रजनी शर्मा, इंदू यादव, मंदाकिनी पांडेय, सुधा रावत, अंजना मिश्र, उपमा जौहरी, चरम सिंह, रागिनी, सुशील तिवारी, विनोद सहित कई शिक्षक शामिल थे।
खबर साभार : दैनिक जागरण
- अंतर्जनपदीय शिक्षकों ने दी गिरफ्तारी, आर-पार की लड़ाई का ऐलान
लखनऊ
(ब्यूरो)। नियुक्ति तिथि से पदोन्नति की मांग को लेकर प्रदेश भर से जुटे
अंतर्जनपदीय शिक्षकों ने यहां जीपीओ पर प्रदर्शन कर गिरफ्तारी दी। इस दौरान
उन्होंने नारेबाजी कर अपनी मांग को पूरा कराने के लिए आर-पार की लड़ाई का
ऐलान किया। सोमवार को अंतर्जनपदीय शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के तत्वावधान
में जीपीओ पार्क में जमा शिक्षकों ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि सभी
ऐसे शिक्षकों को जिनका उनके जनपद में स्थानांतरण हुआ है, उनकी नियुक्ति के
आधार पर पदोन्नत किया जाए।
साभार : अमर उजाला |
एसोसिएशन के
अध्यक्ष कमलेश पांडेय ने कहा कि लगातार अनशन व प्रदर्शन के बावजूद सरकार
सुनवाई नहीं कर रही है। शिक्षकों को उनके स्थानांतरण की तिथि से पदोन्नत
किया जा रहा है जबकि प्रदेश में किसी भी कर्मचारी को उसकी नियुक्ति तिथि से
पदोन्नति दी जाती है। एसोसिएशन के महामंत्री वाहिद अली ने कहा कि अगर उनकी
मांग नहीं मानी गई तो वे ऐसे ही गिरफ्तारी देकर प्रदेश सरकार का विरोध
करते रहेंगे। बाद में इन शिक्षकों को पुलिस लाइन से रिहा कर दिया गया।
विधानभवन पहुंचे अन्तर्जनपदीय शिक्षक गिरफ्तार, प्रथम नियुक्ति तिथि से पदोन्नति की मांग को लेकर डटे थे, देरशाम हुये रिहा
Reviewed by प्रवीण त्रिवेदी
on
6:17 AM
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