1090 की तर्ज पर काम करेगी बच्चों की हेल्पलाइन, हर संस्था की होगी मैपिंग
- राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष पहुंची लखनऊ
- 1090 के वर्क प्रॉसेस को समझा और उसी तर्ज पर बाल आयोग की हेल्पलाइन पर होगा काम
- प्रभारी डीआईजी नवनीत सिकेरा ने 1090 के कार्य करने के तरीके को समझाया
लखनऊ। सब ठीक रहा तो बाल अधिकार संरक्षण आयोग की हेल्पलाइन 1090 की तर्ज पर काम करेगी। इसके लिए राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष स्तुति कक्कड़ बुधवार को शहर में थीं। यहां उन्होंने 1090 के कार्य करने का तरीका समझा और यहां के प्रभारी डीआईजी नवनीत सिकेरा से आयोग की हेल्पलाइन के लिए मदद मांगी है। अब बैठक के बाद इसका प्रस्ताव बनाया जाएगा।
1090 पावर लाइन में स्तुति कक्कड़ ने कहा कि कुछ इसी तरह की हेल्पलाइन की बाल आयोग को जरूरत है, ताकि बच्चों को बिना किसी परेशानी के उनकी मदद की जा सके। उन्होंने राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष जूही सिंह, कुछ एनजीओ, डीआईजी नवनीत सिकेरा और स्टेक होल्डर्स को बैठक करके 1090 का आइडिया लेते हुए आयोग के लिए हेल्पलाइन बनाने को कहा है। ताकि इसे पूरे देश में लागू किया जा सके।
1090 पावर लाइन में स्तुति कक्कड़ ने कहा कि कुछ इसी तरह की हेल्पलाइन की बाल आयोग को जरूरत है, ताकि बच्चों को बिना किसी परेशानी के उनकी मदद की जा सके। उन्होंने राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष जूही सिंह, कुछ एनजीओ, डीआईजी नवनीत सिकेरा और स्टेक होल्डर्स को बैठक करके 1090 का आइडिया लेते हुए आयोग के लिए हेल्पलाइन बनाने को कहा है। ताकि इसे पूरे देश में लागू किया जा सके।
- हर संस्था की होगी मैपिंग
स्तुति कक्कड़ ने बैठक करके कहा कि उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य है, इसलिए यहां सबसे ज्यादा सुधार की जरूरत है। जब यहां सुधार होगा तभी देश में सुधार संभव है। उन्होंने बाल आयोग को कहा कि प्रदेश में जितने शेल्टर होम हैं, उनकी जल्दी मैपिंग की जाए। इसमें रजिस्टर्ड और अनरजिस्टर्ड सभी शेल्टर होम को शामिल किया जा सके। उन्होंने कहा कि क्योंकि अब तक बच्चों से संबंधित सही आंकड़े उपलब्ध नहीं है, इसलिए इन आंकड़ों के आने के बाद सुधार की रणनीति बनाई जाएगी।
1090 की तर्ज पर काम करेगी बच्चों की हेल्पलाइन, हर संस्था की होगी मैपिंग
Reviewed by Brijesh Shrivastava
on
9:11 AM
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