अगले सत्र में स्कूल चलो अभियान चार बार, पहला चरण 30 मार्च से 30 अप्रैल तक, 30 मार्च को परीक्षाफल वितरण के साथ ही समारोहपूर्वक मनाया जाएगा विद्यालय उत्सव
लखनऊ : पहली अप्रैल से शुरू हो रहे नये शैक्षिक सत्र के दौरान शिक्षा के अधिकार के तहत छह से 14 वर्ष तक के सभी बच्चों को परिषदीय विद्यालयों में दाखिला दिलाने के मकसद से स्कूल चलो अभियान का आयोजन चार बार किया जाएगा। स्कूल चलो अभियान का पहला चरण 30 मार्च से 30 अप्रैल तक चलेगा। दूसरा चरण गर्मी की छुट्टियों के बाद पहली जुलाई से, तीसरा चरण दीपावली की छुट्टियों के बाद एक नवंबर और चौथा व अंतिम चरण एक जनवरी से संचालित किया जाएगा। वहीं चालू शैक्षिक सत्र की वार्षिक परीक्षाओं का परीक्षाफल 30 मार्च को घोषित होने और बच्चों को रिपोर्ट कार्ड बांटे जाने के उपलक्ष्य में इस दिन सभी परिषदीय स्कूलों में विद्यालय उत्सव मनाया जाएगा।
मुख्य सचिव आलोक रंजन ने स्कूल चलो अभियान के पहले चरण और विद्यालय उत्सव के आयोजन के सिलसिले में सभी जिलाधिकारियों को शासनादेश जारी कर दिया है। विद्यालय उत्सव और स्कूल चलो अभियान के पहले चरण की शुरुआत के मौके पर 30 मार्च को स्कूल में उपस्थित सभी बच्चों की कक्षावार फोटोग्राफ शिक्षक, अभिभावकों व विद्यालय प्रबंध समितियों के सदस्यों के साथ करायी जाएगी। इसमें ग्राम प्रधानों को भी शामिल करने के लिए कहा गया है। इस प्रकार लिये गए फोटोग्राफ की एलबम बच्चों के नाम सहित तैयार कर स्कूल में सुरक्षित रखी जाएगी। इसकी एक फोटो पोस्टर के रूप में भी प्रदर्शित की जाएगी।
विद्यालय उत्सव के मौके पर मेधावी और नियमित उपस्थिति वाले बच्चों, अच्छा काम करने वाले शिक्षकों, स्कूल के कामकाज में सक्रिय योगदान देने वाले विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्यों और मध्याह्न् भोजन तैयार करने वाले रसोइयों को भी सम्मानित किया जाएगा। इस मौके पर मेला, गोष्ठी, सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि का आयोजन कर स्थानीय समुदाय और अभिभावकों को आमंत्रित किया जाएगा। उन्हें बच्चों के नामांकन, उपस्थिति, स्कूल में बच्चों के ठहराव आदि की जानकारी दी जाएगी। मुख्य सचिव ने जिलाधिकारियों को सभी जिला, तहसील, ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों के साथ-साथ नायब तहसीलदार, सहायक खंड विकास अधिकारी, लेखपाल, ग्राम पंचायत अधिकारियों को विद्यालय उत्सव में किसी न किसी स्कूल में शामिल होने के लिए नामांकित करने को भी ताकीद किया है। पहले चरण के स्कूल चलो अभियान की तैयारी के लिए समय-सारिणी तय करते हुए मुख्य सचिव ने सभी जिलाधिकारियों को उसके मुताबिक कार्यवाही करने का निर्देश दिया है।
इस अभियान के प्रचार-प्रसार के लिए पम्पलेट, पोस्ट एवं बैनर आदि प्रमुख स्थलों पर प्रदर्शित किए जाएंगे। राज्य परियोजना निदेशक आशीष कुमार गोलय की ओर भेजे गए निर्देशों के मुताबिक स्कूल चलो अभियान के संचालन के लिए डीएम की अध्यक्षता में जिला शिक्षा परियोजना समिति की बैठक 21, 22 मार्च तक करानी होगी। वहीं 29 मार्च तक स्थानीय सांसद, विधायक, नगर पंचायत, जिला पंचायत एवं ग्राम प्रधान से समन्वय स्थापित किया जाए। उसी दिन खंड शिक्षा अधिकारियों की बैठक कर स्कूल चलो अभियान की रणनीति तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं 30 मार्च को जनप्रतिधिनियों में से किसी न किसी विद्यालय में उपस्थिति का अनुरोध किया जाए। 30 अप्रैल तक चलने वाले स्कूल चलो अभियान में घर-घर संपर्क करने के साथ ही विद्यालय, न्याय पंचायत, विकासखंड एवं जनपद स्तर पर रैली, प्रभात फेरी का भी आयोजन किया जाए।
स्कूल चलो अभियान के कार्यक्रम संचालन के लिए राज्य परियोजना निदेशालय ने बजट जारी कर दिया है। इसमें जनपद स्तर के लिए 25 हजार रुपए, प्रति बीआरसी। विकास खंड स्तर के लिए 10 हजार रुपए, प्रति न्याय पंचायत 2,500 रुपए एवं प्रति विद्यालय (कस्तूरबा विद्यालय सहित) 500 रुपए की दर से धनराशि जनपदों को भेजी जा रही है। इसका कुल बजट 11,11,90,500 रुपए है।नामांकन एवं जागरुकता के लिए घरों में संपर्क के दौरान रंगीन चॉक से ईडी लिखकर तिथि भी अंकित की जाएगी। जनपद स्तर से दल गठित कर स्कूल चलो अभियान के संचालन का निरीक्षण भी किया जाएगा।
अगले सत्र में स्कूल चलो अभियान चार बार, पहला चरण 30 मार्च से 30 अप्रैल तक, 30 मार्च को परीक्षाफल वितरण के साथ ही समारोहपूर्वक मनाया जाएगा विद्यालय उत्सव
Reviewed by प्रवीण त्रिवेदी
on
7:22 AM
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