मॉडल स्कूलों में आठवीं तक दाखिले के लिए केंद्र से मांगा निर्देश : पहले साल नौवीं तक होगी पढ़ाई
लखनऊ : केंद्रीय विद्यालय की तर्ज पर स्थापित किए जा रहे मॉडल
स्कूलों में दाखिले के लिए नवोदय विद्यालय की तर्ज पर प्रवेश परीक्षा
आयोजित करने की सरकार की मंशा है। अगले साल से संचालित होने वाले मॉडल
स्कूलों की कक्षा छह से लेकर आठ तक में दाखिले के लिए नवोदय विद्यालय की
तरह प्रवेश परीक्षा आयोजित करने के लिए राज्य सरकार ने शिक्षा का अधिकार
अधिनियम के प्रावधानों से छूट देने के लिए केंद्र से दिशानिर्देश मांगा है।
केंद्र सरकार से दिशानिर्देश प्राप्त न होने तक कक्षा छह से आठ तक में ‘पहले आओ, पहले पाओ’ के आधार पर प्रवेश दिया जाएगा। कक्षा नौ में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा होगी। वजह यह है कि केंद्र सरकार ने मॉडल स्कूलों में प्रवेश मेरिट के आधार पर करने और संबंधित विकासखंड के बच्चों को दाखिले में प्राथमिकता देने का निर्देश दिया है। वहीं नि:शुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत छह से 14 वर्ष तक के बच्चों के स्कूल में प्रवेश के लिए किसी तरह की प्रवेश परीक्षा या चयन प्रक्रिया अपनाने पर रोक है। राज्य सरकार ने यह भी तय किया है कि मॉडल स्कूलों में पहले साल छठवीं से नौवीं कक्षा तक पढ़ाई होगी। अगले साल से इन्हें हाईस्कूल तक संचालित किया जाएगा। इसके आगे के वर्षों में चरणबद्ध तरीके से इंटरमीडिएट कक्षाएं (कक्षा 11 व 12) संचालित की जाएंगी। पहले साल मॉडल स्कूलों में एक-एक सेक्शन संचालित किया जाएगा जिसके लिए एक प्रधानाचार्य और आठ शिक्षकों की जरूरत होगी। बच्चे उपलब्ध होने और शिक्षकों की नियुक्ति हो जाने पर दो-दो सेक्शन संचालित किए जाएंगे।
केंद्र सरकार से दिशानिर्देश प्राप्त न होने तक कक्षा छह से आठ तक में ‘पहले आओ, पहले पाओ’ के आधार पर प्रवेश दिया जाएगा। कक्षा नौ में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा होगी। वजह यह है कि केंद्र सरकार ने मॉडल स्कूलों में प्रवेश मेरिट के आधार पर करने और संबंधित विकासखंड के बच्चों को दाखिले में प्राथमिकता देने का निर्देश दिया है। वहीं नि:शुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत छह से 14 वर्ष तक के बच्चों के स्कूल में प्रवेश के लिए किसी तरह की प्रवेश परीक्षा या चयन प्रक्रिया अपनाने पर रोक है। राज्य सरकार ने यह भी तय किया है कि मॉडल स्कूलों में पहले साल छठवीं से नौवीं कक्षा तक पढ़ाई होगी। अगले साल से इन्हें हाईस्कूल तक संचालित किया जाएगा। इसके आगे के वर्षों में चरणबद्ध तरीके से इंटरमीडिएट कक्षाएं (कक्षा 11 व 12) संचालित की जाएंगी। पहले साल मॉडल स्कूलों में एक-एक सेक्शन संचालित किया जाएगा जिसके लिए एक प्रधानाचार्य और आठ शिक्षकों की जरूरत होगी। बच्चे उपलब्ध होने और शिक्षकों की नियुक्ति हो जाने पर दो-दो सेक्शन संचालित किए जाएंगे।
मॉडल स्कूलों में आठवीं तक दाखिले के लिए केंद्र से मांगा निर्देश : पहले साल नौवीं तक होगी पढ़ाई
Reviewed by Brijesh Shrivastava
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8:36 AM
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