समायोजित शिक्षकों की तनख्वाह को लेकर कई जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पड़ी फटकार
- सहायक अध्यापक पदों पर समायोजित शिक्षामित्रों का वेतन न जारी किये जाने का मामला
- दो दर्जन जिलों को छोड़ बाकी जिलों में बीएसए मांग रहे आदेश
- बेसिक शिक्षा मंत्री से मिला आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन
- बाराबंकी में 491 शिक्षकों का एक महीने का वेतन जारी, दो माह का मिलेगा एरियर
लखनऊ। प्रदेश में शिक्षामित्रों से सहायक अध्यापक पदों पर समायोजित शिक्षकों की तनख्वाह को लेकर बेसिक शिक्षा मंत्री राम गोबिंद चौधरी ने कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने मंगलवार को कई जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को फोन पर बात की और फटकार लगाते हुए निर्देश दिया कि ऐसे सभी शिक्षकों की नवम्बर की तनख्वाह जल्द से जल्द उनके खातों में भेजी जाए। उधर बाराबंकी के बीएसए ने अपने जिले में शिक्षामित्र से सहायक अध्यापक बने 491 शिक्षकों की तनख्वाह रिलीज कर दी है। प्रत्येक शिक्षक के खाते में 27583 रुपये वेतन के रूप में भेज दिया गया है जबकि शेष दो माह के वेतन का एरियर दिया जाएगा। इसके अलावा करीब दो दर्जन जिलों में सत्यापन का कार्य लगभग पूरा हो चुका है।
आरोप है कि अन्य जिलों में बीएसए व लेखाधिकारी वेतन भुगतान को लेकर शिक्षकों से आदेश मांग रहे हैं। कई जिलों से मिली ऐसी शिकायतों के बाद आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष जीतेन्द्र शाही के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमण्डल बेसिक शिक्षा मंत्री से मिला। विभागीय मंत्री ने फौरन कई जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को दूरभाष पर बात की और लेटलतीफी पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है। उधर एसोसिएशन ने भी अपने जिलाध्यक्षों को निर्देश दिया है कि ऐसे जिलों के बीएसए व वित्तलेखाधिकारी से अपना पक्ष रखने के बाद उनके खिलाफ डेरा डालने की कार्रवाई करें।
उल्लेखनीय है कि 31 अक्टूबर को ही बेसिक शिक्षा निदेशक ने आदेश दिया है कि कागजातों के सत्यापन के बाद शिक्षा मित्र से सहायक अध्यापक बने शिक्षकों का वेतन जारी करें। बाराबंकी में बीएसए ने तो हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की अंक पत्र व दसतावेजों का सत्यापन कराने के बाद ऐसे सहायक अध्यापकों से अंडरटेकिंग लेकर उनकी तनख्वाह जारी कर दी है। औरैया में भी सत्यापन कार्य पूरा हो गया है और जल्द ही तनख्वाह जारी करने का आश्वासन बीएसए ने दिया है। इसके साथ ही अन्य 24 जिलों में सत्यापन कार्य पूरा हो गया। इसके बाद भी कई जिलों में सत्यापन के बाद भी तनख्वाह जारी न किये जाने की शिकायतें आ रही हैं।
आरोप है कि अन्य जिलों में बीएसए व लेखाधिकारी वेतन भुगतान को लेकर शिक्षकों से आदेश मांग रहे हैं। कई जिलों से मिली ऐसी शिकायतों के बाद आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष जीतेन्द्र शाही के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमण्डल बेसिक शिक्षा मंत्री से मिला। विभागीय मंत्री ने फौरन कई जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को दूरभाष पर बात की और लेटलतीफी पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है। उधर एसोसिएशन ने भी अपने जिलाध्यक्षों को निर्देश दिया है कि ऐसे जिलों के बीएसए व वित्तलेखाधिकारी से अपना पक्ष रखने के बाद उनके खिलाफ डेरा डालने की कार्रवाई करें।
उल्लेखनीय है कि 31 अक्टूबर को ही बेसिक शिक्षा निदेशक ने आदेश दिया है कि कागजातों के सत्यापन के बाद शिक्षा मित्र से सहायक अध्यापक बने शिक्षकों का वेतन जारी करें। बाराबंकी में बीएसए ने तो हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की अंक पत्र व दसतावेजों का सत्यापन कराने के बाद ऐसे सहायक अध्यापकों से अंडरटेकिंग लेकर उनकी तनख्वाह जारी कर दी है। औरैया में भी सत्यापन कार्य पूरा हो गया है और जल्द ही तनख्वाह जारी करने का आश्वासन बीएसए ने दिया है। इसके साथ ही अन्य 24 जिलों में सत्यापन कार्य पूरा हो गया। इसके बाद भी कई जिलों में सत्यापन के बाद भी तनख्वाह जारी न किये जाने की शिकायतें आ रही हैं।
समायोजित शिक्षकों की तनख्वाह को लेकर कई जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पड़ी फटकार
Reviewed by Brijesh Shrivastava
on
9:09 AM
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