हर ब्लाक में मॉडल स्कूल के रूप में विकसित होंगे पांच विद्यालय
- खण्ड शिक्षा अधिकारियों को सौंपी गयी जिम्मेदारी
- एक महीने में विद्यालयों का चयन कर शासन को भेजनी होगी लिस्ट
लखनऊ। प्रदेश में हर विकास खंड (ब्लाक) में बेसिक शिक्षा विभाग पांच विद्यालयों को मॉडल स्कूल के रूप में विकसित करेगा। इसके लिए विभाग ने खण्ड शिक्षा अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी है, जिन्हें एक महीने में विद्यालयों का चयन कर शासन को लिस्ट भेजनी होगी।
विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि सामान्य स्कूलों को मॉडल विद्यालय बनाने का जिम्मा खंड शिक्षा अधिकारियों को दिया गया है। इन अफसरों को चयन का काम एक माह में पूरा करने के साथ ही इन स्कूलों को लोहिया समग्र गांवों में शामिल करने के निर्देश दिये गये हैं। इसके साथ ही खंड शिक्षा अधिकारी को स्कूलों का नियमित निरीक्षण करने और इस दौरान विद्यालय का स्तर जरूर देखने की हिदायत दी गयी है। अफसरों से कहा गया है कि उनके द्वारा किये जाने वाले निरीक्षण का नजरिया और उद्देश्य सुधारात्मक होना चाहिए न कि दंडात्मक। उन्होंने बताया कि खंड शिक्षा अधिकारियों को हिदायत दी गयी है कि निरीक्षण किये जाने वाले स्कूल को पहले से सूचित किया जाए, ताकि वे निरीक्षण से पूर्व सुधार कर सकें।
सूत्रों के अनुसार शिक्षाधिकारियों को यह भी सुनिश्चित करने की हिदायत दी गयी है कि छात्रों को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का नाम, सूबे व देश की राजधानी का नाम, जिला एवं मंडल का नाम जरूर मालूम होना चाहिए यानी नैतिक शिक्षा व सामान्य ज्ञान पर विशेष फोकस करना होगा। उन्होंने बताया कि सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को हर ब्लाक में पांच स्कूलों को मॉडल स्कूल के रूप में विकसित करने की हिदायत दी गयी है। अफसरों से यह भी सुनिश्चित करने को कहा गया है कि इन स्कूलों में आधारभूत सुविधाएं मसलन मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता, शैक्षिक गुणवत्ता और खेलकूद की व्यवस्था उच्चकोटि की होनी चाहिए। सूत्रों ने बताया कि अफसरों को यह भी निर्देश दिये गये हैं कि इन मॉडल स्कूलों में विकास खंड के अन्य विद्यालयों के शिक्षकों का भ्रमण कराया जाए, ताकि वे इन विद्यालयों के क्रियाकलापों से प्रेरित हो सकें। अधिकारियों को यह अल्टीमेटम भी दिया गया है कि जहां शैक्षिक गुणवत्ता का स्तर कम मिलेगा, वहां के खंड शिक्षा अधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी। इन चयनित विद्यालयों को नये सत्र से पहले तैयार कराया जा सकता है।
विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि सामान्य स्कूलों को मॉडल विद्यालय बनाने का जिम्मा खंड शिक्षा अधिकारियों को दिया गया है। इन अफसरों को चयन का काम एक माह में पूरा करने के साथ ही इन स्कूलों को लोहिया समग्र गांवों में शामिल करने के निर्देश दिये गये हैं। इसके साथ ही खंड शिक्षा अधिकारी को स्कूलों का नियमित निरीक्षण करने और इस दौरान विद्यालय का स्तर जरूर देखने की हिदायत दी गयी है। अफसरों से कहा गया है कि उनके द्वारा किये जाने वाले निरीक्षण का नजरिया और उद्देश्य सुधारात्मक होना चाहिए न कि दंडात्मक। उन्होंने बताया कि खंड शिक्षा अधिकारियों को हिदायत दी गयी है कि निरीक्षण किये जाने वाले स्कूल को पहले से सूचित किया जाए, ताकि वे निरीक्षण से पूर्व सुधार कर सकें।
सूत्रों के अनुसार शिक्षाधिकारियों को यह भी सुनिश्चित करने की हिदायत दी गयी है कि छात्रों को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का नाम, सूबे व देश की राजधानी का नाम, जिला एवं मंडल का नाम जरूर मालूम होना चाहिए यानी नैतिक शिक्षा व सामान्य ज्ञान पर विशेष फोकस करना होगा। उन्होंने बताया कि सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को हर ब्लाक में पांच स्कूलों को मॉडल स्कूल के रूप में विकसित करने की हिदायत दी गयी है। अफसरों से यह भी सुनिश्चित करने को कहा गया है कि इन स्कूलों में आधारभूत सुविधाएं मसलन मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता, शैक्षिक गुणवत्ता और खेलकूद की व्यवस्था उच्चकोटि की होनी चाहिए। सूत्रों ने बताया कि अफसरों को यह भी निर्देश दिये गये हैं कि इन मॉडल स्कूलों में विकास खंड के अन्य विद्यालयों के शिक्षकों का भ्रमण कराया जाए, ताकि वे इन विद्यालयों के क्रियाकलापों से प्रेरित हो सकें। अधिकारियों को यह अल्टीमेटम भी दिया गया है कि जहां शैक्षिक गुणवत्ता का स्तर कम मिलेगा, वहां के खंड शिक्षा अधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी। इन चयनित विद्यालयों को नये सत्र से पहले तैयार कराया जा सकता है।
हर ब्लाक में मॉडल स्कूल के रूप में विकसित होंगे पांच विद्यालय
Reviewed by Brijesh Shrivastava
on
7:52 AM
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