एक हफ्ते में ऑनलाइन होगा प्रशिक्षु शिक्षकों का ब्योरा : सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर हरकत में आया बेसिक शिक्षा विभाग
एससीईआरटी और डायट की वेबसाइट पर अपलोड होगा कार्यभार ग्रहण करने वालों का विवरण
लखनऊ : परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में भर्ती किये जा रहे
प्रशिक्षु शिक्षकों का ब्योरा ऑनलाइन करने के सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के
बाद बेसिक शिक्षा विभाग हरकत में आ गया है। सचिव बेसिक शिक्षा एचएल गुप्ता
ने निदेशक राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) और
निदेशक बेसिक शिक्षा को प्रशिक्षु शिक्षक के रूप में कार्यभार ग्रहण करने
वाले सभी चयनित अभ्यर्थियों का ब्योरा ऑनलाइन करने का निर्देश दिया है। यह
भी जांच करने को कहा है कि कहीं फर्जी अंकपत्रों के आधार पर अयोग्य
अभ्यर्थियों को तो नहीं नियुक्ति पत्र जारी कर दिए गए हैं।
प्रशिक्षु शिक्षकों का विवरण एससीईआरटी और जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) की वेबसाइट पर अपलोड करने का निर्देश दिया गया है। गुप्ता ने बताया कि प्रशिक्षु शिक्षकों का ब्योरा एक हफ्ते में ऑनलाइन करने को कहा गया है। उन्होंने दोनों निदेशकों को प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती की रोजाना निगरानी और समीक्षा करने के साथ इस सिलसिले में जल्द ही सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों (बीएसए) और डायट प्राचार्यो के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की तारीख तय करने के लिए भी कहा है। बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से सुप्रीम कोर्ट को तो यह बताया गया है कि प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती में अब तक 54,146 चयनित अभ्यर्थियों ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है, लेकिन एससीईआरटी निदेशक की ओर से बार-बार मांगे जाने के बावजूद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों की ओर से अब तक सिर्फ लगभग 44 हजार चयनित अभ्यर्थियों का ही ब्योरा उपलब्ध कराया गया है। कार्यभार ग्रहण करने वाले सभी अभ्यर्थियों का विवरण न मिल पाने के कारण टीईटी की मेरिट सूची से उसका मिलान नहीं हो पा रहा है। कई बार मांगे जाने के बावजूद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों की ओर से यह सूचना भी नहीं मुहैया कराई जा रही है कि उनके जिले में सत्यापन के दौरान कितने अभ्यर्थियों के दस्तावेज फर्जी पाये गए और ऐसे अभ्यर्थियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है।
यह स्थिति तब है कि जब शासन और निदेशक एससीईआरटी की ओर से जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों और डायट प्राचार्यो को अभ्यर्थियों के अभिलेखों का सत्यापन में पूरी सावधानी बरतने का निर्देश कई बार दिया जा चुका है। उन्हें यह भी निर्देश दिया गया है कि अभ्यर्थियों के टीईटी अंकपत्र का मिलान माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट पर उपलब्ध टीईटी-2011 के रिजल्ट से अवश्य करें। गौरतलब है कि प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती में असफल रहने वाले कुछ अभ्यर्थियों के वकील ने सुप्रीम कोर्ट को यह बताया कि कार्यभार ग्रहण करने वाले लगभग 20 हजार अभ्यर्थी टीईटी के फर्जी अंकपत्रों के आधार पर नौकरी पाने में कामयाब हुए हैं। इस पर कोर्ट ने कार्यभार ग्रहण करने वाले सभी प्रशिक्षु शिक्षकों का ब्योरा ऑनलाइन करने का निर्देश दिया है।
प्रशिक्षु शिक्षकों का विवरण एससीईआरटी और जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) की वेबसाइट पर अपलोड करने का निर्देश दिया गया है। गुप्ता ने बताया कि प्रशिक्षु शिक्षकों का ब्योरा एक हफ्ते में ऑनलाइन करने को कहा गया है। उन्होंने दोनों निदेशकों को प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती की रोजाना निगरानी और समीक्षा करने के साथ इस सिलसिले में जल्द ही सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों (बीएसए) और डायट प्राचार्यो के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की तारीख तय करने के लिए भी कहा है। बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से सुप्रीम कोर्ट को तो यह बताया गया है कि प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती में अब तक 54,146 चयनित अभ्यर्थियों ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है, लेकिन एससीईआरटी निदेशक की ओर से बार-बार मांगे जाने के बावजूद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों की ओर से अब तक सिर्फ लगभग 44 हजार चयनित अभ्यर्थियों का ही ब्योरा उपलब्ध कराया गया है। कार्यभार ग्रहण करने वाले सभी अभ्यर्थियों का विवरण न मिल पाने के कारण टीईटी की मेरिट सूची से उसका मिलान नहीं हो पा रहा है। कई बार मांगे जाने के बावजूद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों की ओर से यह सूचना भी नहीं मुहैया कराई जा रही है कि उनके जिले में सत्यापन के दौरान कितने अभ्यर्थियों के दस्तावेज फर्जी पाये गए और ऐसे अभ्यर्थियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है।
यह स्थिति तब है कि जब शासन और निदेशक एससीईआरटी की ओर से जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों और डायट प्राचार्यो को अभ्यर्थियों के अभिलेखों का सत्यापन में पूरी सावधानी बरतने का निर्देश कई बार दिया जा चुका है। उन्हें यह भी निर्देश दिया गया है कि अभ्यर्थियों के टीईटी अंकपत्र का मिलान माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट पर उपलब्ध टीईटी-2011 के रिजल्ट से अवश्य करें। गौरतलब है कि प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती में असफल रहने वाले कुछ अभ्यर्थियों के वकील ने सुप्रीम कोर्ट को यह बताया कि कार्यभार ग्रहण करने वाले लगभग 20 हजार अभ्यर्थी टीईटी के फर्जी अंकपत्रों के आधार पर नौकरी पाने में कामयाब हुए हैं। इस पर कोर्ट ने कार्यभार ग्रहण करने वाले सभी प्रशिक्षु शिक्षकों का ब्योरा ऑनलाइन करने का निर्देश दिया है।
खबर साभार : दैनिक जागरण
खबर साभार : डीएनए
प्रशिक्षु शिक्षकों का ब्योरा एक सप्ताह में होगा ऑनलाइन
लखनऊ
(ब्यूरो)। सचिव बेसिक शिक्षा एचएल गुप्ता ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का
सख्ती से पालन करने का निर्देश राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद
(एससीईआरअी) निदेशक व बेसिक शिक्षा निदेशक को बुधवार को दे दिया है।
उन्होंने कहा है कि रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया शीघ्र पूरी करने के साथ
अब तक जितने प्रशिक्षु शिक्षकों ने कार्यभार ग्रहण किया है उनका विवरण
डायट, एससीईआरटी के साथ नेशनल इनफार्मेटिक सेंटर (एनआईसी) वेबसाइट पर एक
सप्ताह में डाल दिया जाएगा। उन्होंने कहा है कि 72,825 प्रशिक्षु शिक्षक
भर्ती का मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। सुनवाई के दौरान विपक्ष की
ओर से कहा गया है कि भर्ती में भारी संख्या में बिना टीईटी पास
अभ्यर्थियों ने नियुक्ति प्राप्त कर ली है। सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिया
है कि इसकी जांच कराई जाए कि कितने लोगों ने बिना टीईटी के नियुक्ति
प्राप्त किया है। इसके साथ प्रशिक्षु शिक्षक के पद पर ज्वाइन करने वालों का
ब्यौरा ऑनलाइन करने को कहा गया है इसलिए एक सप्ताह के अंदर इसे ऑनलाइन कर
दिया जाए और इस संबंध में जल्द वीडियो कांफ्रेंसिंग रखी जाए।
खबर साभार : अमर उजाला
एक सप्ताह में ऑनलाइन होगा शिक्षक नियुक्तियों का ब्यौरा
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सचिव बेसिक शिक्षा ने जारी किए निर्देश
फंस सकती है कइयों की नौकरी
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सचिव बेसिक शिक्षा ने जारी किए निर्देश
फंस सकती है कइयों की नौकरी
लखनऊ (डीएनएन)। उत्तर प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में हुई 72,825
प्रशिक्षु शिक्षकों की नियुक्ति का पूरा ब्यौरा एक सप्ताह में ऑनलाइन किया
जाएगा। सुप्रीम कोर्ट की ओर से दिए गए आदेश के बाद बुधवार को सचिव माध्यमिक
शिक्षा एचएल गुप्ता ने इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं।
- फंस सकती है कइयों की नौकरी
प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती में ब्यौरा ऑनलाइन करने के मामले में कईयों की
नौकरी खत्म हो सकती है। टीईटी संघर्ष मोर्चा ने कुछ महीने पहले लिखित आरोप
लगाए थे कि बहुत से ऐसे अभ्यर्थी हैं जिन्होंने टीईटी पास भी नहीं की और
फर्जी प्रमाण पत्र के सहारे नौकरी ले ली। उन्होंने बाकायदा विभिन्न जिलों
में अभ्यर्थियों के रोल नंबर और अंक भी जारी किए थे।
एक हफ्ते में ऑनलाइन होगा प्रशिक्षु शिक्षकों का ब्योरा : सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर हरकत में आया बेसिक शिक्षा विभाग
Reviewed by Brijesh Shrivastava
on
5:29 AM
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