परिषदीय स्कूलों में होगी नर्सरी एलकेजी व यूकेजी की पढ़ाई : राज्य शिक्षा संस्थान ने पाठ्यक्रम और पाठ्य सामग्री तैयार करने की कवायद शुरू की
इलाहाबाद : देहाती माने जाने वाले परिषदीय स्कूल भी अंग्रेजी
माध्यम स्कूलों की तर्ज पर शिक्षा देंगे। वहां अब नर्सरी, एलकेजी और यूकेजी
की पढ़ाई शुरू होगी। इसके लिए नये सिरे से पाठ्यक्रम तैयार करने की कवायद
शुरू कर दी गई है। पहले चरण में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चुनिंदा जिलों
में यह योजना लागू होगी। बाद में इसे विस्तार दिया जाएगा।
राज्य शैक्षिक
अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) की पहल पर राज्य शिक्षा संस्थान
(एसआइई) ने इसके लिए पाठ्यक्रम और पाठ्य सामग्री तैयार करने की कवायद शुरू
कर दी है। एससीईआरटी के निदेशक सर्वेन्द्र विक्रम बहादुर सिंह के समक्ष पाठ्यक्रम और पाठ्य सामग्री प्रस्तुत करने का
प्रस्ताव तैयार भी कर लिया गया है। विभाग से जुड़े लोगों का मानना है कि
इससे परिषदीय स्कूलों में दिनों-दिन बढ़ रही ड्रॉप आउट दर भी कमी आएगी। इस
बीच राज्य विज्ञान संस्थान के प्राचार्य दिव्यकांत शुक्ल ने शिशु शिक्षा
पाठ्यक्रम में नेशनल कैरीकुलम फ्रेमवर्क (एनसीटीई) मानकके तहत बदलाव कर
एससीईआरटी को सौंप दिया है। पाठ्यक्रम में प्राथमिक शिक्षा एवं बाल्य
देखभाल से संबंधित संपूर्ण समझ विकसित करने को प्राथमिकता दी गई है। एसआइई
की कार्यक्रम समन्वयक नीलम मिश्र के संयोजन में तैयार दो वर्षीय पाठ्यक्रम
में प्रथम वर्ष में दस प्रश्नपत्र समाहित किए गए हैं। इसमें प्रारंभिक
बाल्यावस्था की देखभाल, समझ, स्वास्थ्य रक्षा, पोषण, बच्चों में गणितीय
कौशल विकसित करना और पर्यावरणीय शिक्षा के प्रति जागरूक करना आदि शामिल है।
इसी तरह फील्ड प्रैक्टिस और सेल्फ डेवलपमेंट शामिल है। दूसरे वर्ष के लिए
सात प्रश्नपत्र बनाए गए हैं। इसमें विशिष्ट आवश्यकता वाले बच्चों के साथ
स्वास्थ्य व्यवहार एवं कार्य, अभिभावक एवं समुदाय की सहभागिता लेना, लिंग
विषमता और विभेद और इंटर्नशिप एवं प्रोजेक्ट प्रायोगिक कार्य को शामिल किया
गया है।
परिषदीय स्कूलों में होगी नर्सरी एलकेजी व यूकेजी की पढ़ाई : राज्य शिक्षा संस्थान ने पाठ्यक्रम और पाठ्य सामग्री तैयार करने की कवायद शुरू की
Reviewed by Brijesh Shrivastava
on
5:52 AM
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