नवीनीकरण समाप्ति, वेतन 25 हजार और समायोजन, पेड मैटरनिटी लीव आदि की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे अनुदेशकों ने जीपीओ पर किया बड़ा प्रदर्शन, आश्वासन के बाद हटे
उच्च प्राथमिक अनुदेशक शिक्षक वेलफेयर असोसिएशन उत्तर प्रदेश का बड़ा प्रदर्शन बुधवार को नगर निगम से जीपीओ जाने वाले मार्ग पर बुधवार सुबह शुरू हुआ। ये लोग एनेक्सी का घेराव करने जा रहे थे, मगर पुलिस ने बैरिकेडिंग कर उन्हें रोक दिया। पुलिस ने अनुदेशकों को वहां से खदेड़ने के लिए लाठियां फटकारीं और बाद में पांच बसों में भर कर रमाबाई रैली स्थल पहुंचा दिया। नाराज टीचर वहां से हटने के लिए तैयार नहीं थे, पुलिस ने उन्हें जबरदस्ती वहां से हटवाया।
25 हजार रुपये न्यूनतम वेतन की मांग
धरने में शामिल प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमिताभ वर्मा ने कहा कि केन्द्रीय एक्ट व भर्ती शासनादेश में सुधार की आवश्यकता है, क्योंकि तीन साल सेवा देने के बाद अगर स्कूल में छात्रों की संख्या सौ से कम हो जाए तो केवल अनुदेशक को इसका दोषी ठहराते हुए संविदा समाप्त कर दी जाती है।
वहीं अनुदेशकों को बस मानदेय 8470 रुपये प्रतिमाह ही दिया जा रहा है। उन्होंने 25 हजार रुपये न्यूनतम वेतन की मांग की। साथ ही महिला अनुदेशकों को पेड मैटरनिटी लीव की सुविधा दी जाए। नवीनीकरण खुद ब खुद हो जाए। इसके अलावा ये लोग अनुदेशक पद पर स्थायी समायोजन की मांग कर रहे हैं।
नगर निगम से जीपीओ जाने वाले मार्ग पर अनुदेशक शिक्षकों ने प्रदर्शन किया। पुलिस ने कई शिक्षकों को गिरेबान से पकड़कर खदेड़ दिया। इस दौरान पुलिस ने कई टीचरों संग अभद्रता भी की।
प्रदर्शन के बाद बेसिक शिक्षा सचिव अजय कुमार सिंह ने उच्च प्राथमिक अनुदेशक शिक्षक वेलफेयर असोसिएशन उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष तेजस्वी शुक्ला, प्रदेश महामंत्री महेन्द्र पाठक, प्रदेश उपाध्यक्ष प्रियंक मिश्रा, पूर्वांचल जोन प्रभारी विक्रम सिंह और मीडिया प्रभारी मो़ फैसल से बात की। बातचीत में स्वत: नवीनीकरण और गृह जनपद में स्थानांतरण संबंधी मांगों को स्वीकार करते हुए इस दिशा में जल्द ही कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया। साथ ही अनुदेशकों के समायोजन सम्बंधी मांग को सम्बंधित उच्चाधिकारियों के समक्ष ले जाने का आश्वासन दिया। समायोजन सम्बंधी मांग पर अधिकारियों से आश्वासन मिलने के बाद प्रदर्शन कर रहे टीचर शांत हुए।
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