महोबा में घूस लेते धरे गए बीएसए साहेब, लखनऊ से आई विजिलेंस टीम ने दबोचा, 50 हजार की रिश्वत लेते हाथ हुए लाल, शासन ने मांगी रिपोर्ट
महोबा में घूस लेते धरे गए बीएसए साहेब, लखनऊ से आई विजिलेंस टीम ने दबोचा, 50 हजार की रिश्वत लेते हाथ हुए लाल, शासन ने मांगी रिपोर्ट।
दोपहर लगभग दो बजे लखनऊ से आई विजिलेंस टीम ने बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए)रामेश्वर पाल को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते कार्यालय में दबोच लिया। यह रुपये यूटा के मंडल अध्यक्ष विक्रांत पटैरिया से व्हाटस एप पर भेजे गए एक गलत मैसेज के सहारे धमकाकर वसूले जा रहे थे। बुधवार को विजिलेंस टीम उनको पकड़कर कोतवाली ले आई जहां बीएसए के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
जानकारी के मुताबिक दोपहर लगभग दो बजे प्राथमिक विद्यालय भदरवारा में तैनात यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन के बुंदेलखंड मंडल अध्यक्ष विक्रांत पटैरिया बीएसए कार्यालय में पहुंचे और वहां पर बीएसए रामेश्वर पाल को 50 हजार रुपये रिश्वत के रूप में दिया। देकर कहा कि साहब अब मुङो छोड़ दीजिए। तय योजना के तहत लखनऊ से आई ट्रैप टीम के पुलिस उपाधीक्षक जय कृष्ण सिंह व निरीक्षक केएल सागर अपनी टीम के साथ कमरे में घुसे और बीएसए को पकड़ लिया और उनके हाथों में लिए नोटों के साथ धर दबोचा।
प्लान के मुताबिक ट्रैप टीम ने जिलाधिकारी से अनुमति लेकर अतिरिक्त उप जिलाधिकारी व जिला विकास अधिकारी को अपने साथ रखा था। जैसे ही बीएसए को कार्यालय से बाहर लेकर टीम निकली, वहां पर हडकंप मच गया। कार्यालय का ताला मारकर सभी भाग खड़े हुए। टीम बीएसए को पकड़कर कोतवाली लेकर आई। रिश्वत लेते हुए पकड़े गए बीएसए के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के बाद चिकित्सीय जांच की गयी। बाद में ट्रैप टीम उन्हें लखनऊ लेकर रवाना हो गयी।
बेसिक शिक्षा अधिकारी रामेश्वर पाल को लखनऊ से आयी विजीलेंस की टीम ने रंगे हाथों हजारों की रिश्वत लेते पकड़ा। इस मामले में शिक्षकों में दो फाड़ हो गई। एक गुट बीएसए के खिलाफ है तो वहीं जिले के ज्यादातर गुटों के सैकड़ों शिक्षकों ने बीएसए रामेश्वर प्रसाद को निदरेष करार देते हुए कहा कि उन्हें साजिश करके फंसाया गया है। बीएसए की रिहाई के लिए बुधवार की देर शाम सैकड़ों शिक्षकों ने कोतवाली का घेराव किया। इस दौरान पुलिस की शिक्षकों के साथ नोंकझोंक भी हुई।
बता दंे कि बुधवार की दोपहर लगभग दो बजे लखनऊ से आई विजलेंस टीम ने बेसिक शिक्षा अधिकारी रामेश्वर पाल को 50 हजार रुपए की घूस लेते कार्यालय में दबोच लिया। यह रुपए यूटा के मंडल अध्यक्ष विक्रांत पटैरिया से व्हाटस एप पर भेजे गए एक गलत मैसेज के सहारे धमकाकर वसूले जा रहे थे।
विजलेंस टीम उनको पकड़कर कोतवाली में लाई और यहां पर मुकदमा दर्ज करने की कार्यवाही अभी चल रही है। हालांकि इस मामले की जानकारी होने पर बीएसए के पक्ष में सैकड़ों शिक्षक उतर आए है और बुधवार की देर शाम उन्होंने कोतवाली का घेराव किया। शिक्षकों का कहना है कि उन्हें साजिश करके फंसाया गया है।
कोतवाली पुलिस ने उन्हें भगाने का प्रयास किया और इस दौरान उनकी पुलिस से नोंकझोंक भी हुई। बताया जाता है कि बीएसए को ले जाते वक्त शिक्षक वाहन के आगे लेट गए और पुलिस बीएसए को फिर कोतवाली के अंदर ले गई। शिक्षकों ने बीएसए निदरेष है आदि नारे लगाकर उनकी रिहाई की मांग की। खबर लिखे जाने तक सैकड़ों की संख्या में शिक्षक कोतवाली में डटे है और उनका कहना है कि बीएसए को साजिश करके फंसाया गया है। शिक्षकों ने ऐलान किया है कि वह उन्हें न्याय दिलाने के लिए संघर्ष करेंगे।
बीएसए के साथ मारपीट करने वालों पर हुई कार्रवाई महोबा : कोतवाली का घेराव कर शिक्षकों ने बीएसए रामेश्वर प्रसाद को निदरेष बताया और प्राथमिक शिक्षक संघ के जगदीश प्रसाद यादव सहित अन्य शिक्षकों ने बताया कि बीएसए के साथ मारपीट भी की गई है और ऐसा करने वाले टीम के सदस्य सहित अन्य लोगों पर भी मुकदमा दर्ज होना चाहिए। शिक्षकों ने कहा कि यदि ऐसा नहीं होता तो वह प्रदर्शन करेंगे। हालाँकि एक बड़ा सवाल है कि आखिर क्यों तोड़ा गया सीसीटीवी कैमरे का तार?
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