रेजुवनेशन के अन्तर्गत चयनित परिषदीय विद्यालयों में स्वीकृत अवस्थापना कार्यो की धनराशि का उपभोग न किये जाने पर 30 जनपदों के बीएसए को प्रगति न होने पर कठोरतम विभागीय कार्यवाही की चेतावनी

30 बीएसए को नोटिस, परिषदीय स्कूलों के कायाकल्प में लापरवाही पर कार्यवाही, 613 करोड़ में से 213 करोड़ का नहीं दे पा रहे ब्यौरा 


लखनऊ : परिषदीय स्कूलों के कायाकल्प में रुचि न लेने वाले
 30 जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों (बीएसए) को नोटिस जारी कर उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है। इनमें से आगरा, बलिया व संभल मैं तो खाते में धनराशि तक नहीं आ सकी। विद्यालय प्रबंधन समिति के खाते में धनराशि ट्रांसफर करने के लिए जिला परियोजना समिति से अनुमोदन तक नहीं प्राप्त हुआ। सख्त निर्देश दिए गए हैं कि कायाकल्प का कार्य तत्काल शुरू किया जाए।


सभी जिलों के कुल 20,169 स्कूलों के कायाकल्प के लिए 613 करोड़ रुपये की धनराशि दी गई थी और इसमें से अभी तक 213 करोड़ रुपये की धनराशि का ब्यौरा प्रबंधन पोर्टल पर अपलोड नहीं हो सका है। जिन 30 जिलों ने इस कार्य में सबसे ज्यादा लापरवाही बरती है उनमें आगरा, बलिया व संभल के अलावा अंबेडकरनगर, अमेठी, आजमगढ़, बागपत, बाराबंकी, बरेली, भदोही बिजनौर, बदायूं, देवरिया, अयोध्या, फतेहपुर, गाजियाबाद, हापुड़, हरदोई, जौनपुर, लखनऊ, मुरादाबाद, प्रयागराज, रायबरेली, रामपुर, सहारनपुर, संभल, शाहजहांपुर, शामली, श्रावस्ती, सीतापुर व उन्नाव शामिल हैं। बाकी निर्माण कार्य को पूर्ण कर उसका ब्यौरा आनलाइन उपलब्ध कराने के लिए इन जिलों को 20 दिसंबर तक का समय दिया गया है।


अपर राज्य परियोजना निदेशक मधुसूदन हुल्गी की ओर से सख्त निर्देश दिए गए हैं कि अगर तय समय पर विद्यालयों के कायाकल्प का कार्य पूरा नहीं किया गया तो कार्रवाई की जाएगी। जल्द जिलों में टीमें भेजकर स्थलीय जांच कराई जाएगी।



रेजुवनेशन के अन्तर्गत चयनित परिषदीय विद्यालयों में स्वीकृत अवस्थापना कार्यो की धनराशि का उपभोग न किये जाने पर 30 जनपदों के बीएसए को प्रगति न होने पर कठोरतम विभागीय कार्यवाही की चेतावनी 


रेजुवनेशन के अन्तर्गत चयनित परिषदीय विद्यालयों में स्वीकृत अवस्थापना कार्यो की धनराशि का उपभोग न किये जाने पर 30 जनपदों के बीएसए को प्रगति न होने पर कठोरतम विभागीय कार्यवाही की चेतावनी Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 2 on 6:36 AM Rating: 5

No comments:

Contact Form

Name

Email *

Message *

Powered by Blogger.