7,855 परिषदीय स्कूलों के निपुण मूल्यांकन में मिलीं थीं गड़बड़ियां, जानिए क्यों हो रहा पुनः मूल्यांकन

7,855 परिषदीय स्कूलों के निपुण मूल्यांकन में मिलीं थीं गड़बड़ियां, जानिए क्यों हो रहा पुनः मूल्यांकन
 

• रविवार को स्कूल वंद होने के वावजूद दिखा दिया सर्वेक्षण

• डीएलएड प्रशिक्षुओं ने लापरवाही की, दोवारा होगा मूल्यांकन


लखनऊ । परिषदीय स्कूलों में कक्षा एक से तीन तक के विद्यार्थियों को भाषा व गणित में दक्ष बनाने के लिए चलाए जा रहे निपुण भारत अभियान के मूल्यांकन में गड़बड़ियां सामने आई हैं। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) के डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन (डीएलएड) के प्रशिक्षुओं से कराए जा रहे मूल्यांकन में प्रदेश भर के 7,855 स्कूलों में यह गड़बड़ियां सामने आई हैं। राज्य परियोजना निदेशालय की ओर से जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों (बीएसए) को पत्र जारी कर इस पर नाराजगी जताई गई है और दोबारा मूल्यांकन के निर्देश दिए गए हैं।


निपुण मूल्यांकन के तहत प्रदेश के सभी 1.33 लाख परिषदीय स्कूलों में से 7,855 का दोबारा मूल्यांकन कराया जाएगा। परिषदीय स्कूलों। में बिना जाए ही बड़ी संख्या में डीएलएड प्रशिक्षुओं ने मनगढंत | रिपोर्ट अपलोड कर दी। रविवार को छुट्टी होने के बावजूद 564 स्कूलों में इस दिन सर्वे दिखाकर रिपोर्ट भेजी गई। यह गड़बड़ी विद्यालयों की जियो फेंसिंग कराए जाने के कारण पकड़ में आ गई। 


वर्ष 2026-27 तक परिषदीय स्कूलों के कक्षा एक से तीन तक के विद्यार्थियों को भाषा व गणित में निपुण बनाने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है। सभी स्कूलों में कक्षा एक से तीन तक के 12-12 विद्यार्थियों का औचक मूल्यांकन कर रिपोर्ट तैयार कराई जा रही है।


बीते 29 नवंबर से नौ दिसंबर तक यह अभियान चलाया गया। प्रतिदिन 10 परिषदीय स्कूलों व एक शिक्षा संकुल के विद्यालय का डीएलएड प्रशिक्षुओं की दो-दो सदस्यीय टीम ने यह कार्य किया।



होगा दोबारा निपुण आकलन, मिली थी गड़बड़ी



लखनऊ। प्रदेश में बेसिक विद्यालयों को निपुण बनाने के प्रयास चल रहे हैं। इसके तहत डीएलएड प्रशिक्षुओं के माध्यम से समय-समय पर विद्यालयों का आकलन कराया जाता है। पिछले दिनों कराए गए आकलन में गड़बड़ी मिली थी। इसके मद्देनजर 22 दिसंबर से फिर से आकलन कराने के निर्देश दिए गए हैं।


 जिन विद्यालयों में फिर से आकलन होना है, उनकी सूची ई-मेल से भेजी गई है। 22 दिसंबर से आकलन शुरू होगा और अगले पांच दिन में पूरा करना होगा। अपर राज्य परियोजना निदेशक मधुसूदन हुल्गी ने सभी डायट प्राचार्य व बीएसए को आकलन की मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए हैं। 


पिछले महीने डीएलएड प्रशिक्षुओं ने 10 विद्यालयों व शिक्षक संकुलों का आकलन किया गया था। पर यह आकलन विश्वसनीय नहीं पाया गया। कुछ प्रशिक्षुओं ने रविवार के दिन भी आकलन दिखाया था। जबकि इस दिन विद्यालय बंद होते हैं। इसे लेकर परियोजना निदेशालय ने नाराजगी जताई थी। 



विसंगतियों वाले स्कूलों में 22 दिसंबर से शुरू होगा पुनः आंकलन, देखें स्कूलों की सूची


डायट प्रशिक्षुओं द्वारा किये गये आकलन के सम्बन्ध में विद्या समीक्षा केंद्र के माध्यम से कतिपय विसंगतियाँ /प्रतिकूल तथ्य प्रकाश में आये हैं । 

डी0एल0एड0 प्रशिक्षुओं द्वारा पुनः आकलन कराये जाने का निर्णय लिया गया है । जिन विद्यालयों में आकलन पुनः किया जाना है, उनकी सूची संलग्न है | जिन विद्यालयों में आकलन दोबारा किया जाना है उनकी संशोधित सूची email पर भेजी गई है ।



अतः सभी डायट प्राचार्य, बसिक शिक्षक अधिकारी एवं डायट प्रवक्ता अपने स्तर से नियमित मॉनिटरिंग करना सुनिश्चित करें। 

22 दिसम्बर से शुरू ये आकलन दोबारा किए जाना शुरू करें और अगले 5 दिन में सभी विद्यालयो में पूरी सत्यनिष्ठा एवं पारदर्शिता के साथ आकलन किया जाना सुनिश्चित करें।

आज्ञा से
अपर राज्य परियोजना निदेशक।



7,855 परिषदीय स्कूलों के निपुण मूल्यांकन में मिलीं थीं गड़बड़ियां, जानिए क्यों हो रहा पुनः मूल्यांकन Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 2 on 10:56 AM Rating: 5

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