महानिदेशक, स्कूल शिक्षा का प्रभार हस्तांतरित

महानिदेशक, स्कूल शिक्षा का प्रभार हस्तांतरित



कंचन वर्मा ने संभाला महानिदेशक स्कूल शिक्षा का कार्यभार, कहा- टीम वर्क से पूरा किया जाए हर लक्ष्य


लखनऊ। आईएएस अधिकारी कंचन वर्मा ने शुक्रवार को महानिदेशक स्कूल शिक्षा का कार्यभार संभाल लिया। बेसिक शिक्षा निदेशालय में उन्होंने विजय किरन आनंद ने चार्ज लिया। इस अवसर पर उन्होंने विभागीय अधिकारियों के साथ की परिचय बैठक की।

 नई महानिदेशक ने अधिकारियों को टीम वर्क से काम करने को कहा। बैठक में निवर्तमान महानिदेशक विजय किरन आनंद ने उन्हें विभाग में चल रही प्रमुख योजनाओं व कार्यों की जानकारी दी। वहीं अधिकारियों ने एक-एक कर अपने से जुड़े कामों की जानकारी दी। 

इस अवसर पर कंचन वर्मा ने कहा कि यहां पर पहले से काफी बेहतर काम हो रहा है। योजनाओं की गति अच्छी है। सभी लोग मिलकर टीम वर्क से काम करेंगे और हर लक्ष्य को पूरा करेंगे। बैठक में निदेशक माध्यमिक व बेसिक डॉ. महेंद्र देव, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ला, एससीईआरटी के प्रभारी निदेशक डॉ. पवन सचान, बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल आदि उपस्थित थे।



महानिदेशक स्कूल शिक्षा का आज कार्यभार संभालेंगी कंचन वर्मा, जानिए उनके बारे में विस्तार से


लखनऊ। आईएएस अधिकारी कंचन वर्मा शुक्रवार को महानिदेशक स्कूल शिक्षा का कार्यभार ग्रहण करेंगी। वह विजय किरन आनंद की जगह लेंगी। शासन ने विजय किरन को कुंभ मेला 2025 कराने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है। 




लखनऊ।  कंचन वर्मा 2005 बैच की आईएएस अफ़सर हैं। इन्होंने अपने लगभग 19 साल के सर्विस कार्यकाल में बेहतर काम किया है। फ़तेहपुर में एक नदी एवं झील का कायाकल्प करने पर उनकी परियोजना को काॅमन वेल्थ पुरस्कार की प्रतिस्पर्धा में चुना गया था जिस कारण आईएएस कंचन वर्मा को सर्विस डे के मौके पर अवार्ड से नवाज़ा गया था।

 कंचन वर्मा ने बी.एड और सोशलॉजी में मास्टर आॅफ आर्ट्स की है। उसके बाद कंचन वर्मा 2005 में आईएएस अफ़सर बन गईं। आईएएस कंचन वर्मा की ट्रैनिंग बरेली में 3 जून से 18 अगस्त 2007 तक हुई। उसके बाद शासन ने कंचन वर्मा को जनपद सीतापुर में 19 अगस्त 2007 को ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पद पर तैनात कर दिया, यहां पर कंचन वर्मा ने 25 अगस्त 2008 तक ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पद पर कमान संभाली। 26 अगस्त 2008 को जनपद नोएडा में चीफ डवल्पमेंट ऑफिसर के रूप में तैनात किया गया। वह यहां पर 16 जून 2009 तक तैनात रही। उसके बाद कंचन वर्मा को जनपद बलरामपुर में 17 जून 2009 को जिला मजिस्ट्रेट के पद पर भेजा गया यहा भी लगभग एक साल तक कमान संभाली। उसके बाद 2 मई 2010 को जनपद भदोही के ज़िला मजिस्ट्रेट के पद पर मुकर्रर किया गया। भदोही से 2 जुलाई 2011 को तबादला कर जनपद श्रावस्ती ज़िलाधिकारी के पद पर भेजा गया। आईएएस कंचन वर्मा का श्रावस्ती ज़िला मजिस्ट्रेट के पद से ट्रांसफ़र कर 14 अप्रैल 2012 को फ़तेहपुर भेजा गया। 


बीएड करने के बाद आईएएस बनी कंचन वर्मा ने परिषदीय स्कूलों की शैक्षिक गुणवत्ता सुधारने के लिए प्रयास शुरू किया। क्षेत्र भ्रमण में जो भी परिषदीय स्कूल मिलता था, उसमें कम से कम एक घंटे का समय देकर बच्चों को ख़ुद पढ़ाती थीं। ज़िले में उन्होंने परिषदीय स्कूलों के मूल्यांकन परीक्षा की परंपरा डाली। शिक्षकों की उपस्थिति सुधारने हेतु अपने स्तर से स्कूल खुलने के समय निरीक्षण किया। निरीक्षण और गुणवत्ता ख़राब वाले स्कूलों में कार्यरत पहली बार फतेहपुर के साढ़े तीन सौ शिक्षकों के खिलाफ प्रतिकूल प्रविष्टि दर्ज किया था। दोबारा गुणवत्ता परीक्षा सितंबर 2013 में कराई। इसमें गुणवत्ता खराब होने पर तीन सौ शिक्षकों पर प्रतिकूल प्रविष्टि की कार्रवाई की, यह पत्रावली बीएसए कार्यालय पहुंची ही थी उसी दौरान आईएएस कंचन वर्मा का तबादला हो गया था।

 इसी जनपद में रहते हुए आईएएस कंचन वर्मा ने एक और महत्पूर्ण कार्य किया था। वो है ससुर खदेरी नदी को पुनर्जीवित करना। आईएएस कंचन वर्मा ने फतेहपुर में सूख चुकी ठीठौरा झील और ससुर खदेरी नदी को पुनर्जीवित करने का काम किया।  यहां से कंचन वर्मा का 26 सितम्बर 2013 को तबादला हो गया था।

शासन ने विजय कारण आनंद के स्थान पर अब कंचन वर्मा को महानिदेशक, स्कूल शिक्षा पद की ज़िम्मेदारी दी है अपनी सर्विस में 21 तबादलों को देख चुकी कंचन वर्मा दो बार ग़ाज़ियाबाद विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष भी रह चुकी हैं।



विजय किरन आनंद DGSE सहित बेसिक शिक्षा से जुड़े सभी दायित्वों से मुक्त, देखें आदेश


शासन द्वारा जनहित में प्रभारी महानिदेशक, स्कूल शिक्षा, विशेष सचिव, बेसिक शिक्षा विभाग, उत्तर प्रदेश शासन, राज्य परियोजना निदेशक, सर्व शिक्षा अभियान तथा निदेशक, मध्याहन भोजन प्राधिकरण, उत्तर प्रदेश के प्रभार से अवमुक्त करते हुए  मेला अधिकारी, कुम्भ मेला, प्रयागराज के पद पर मूलरूप से  तैनात किये जाने का निर्णय लिया गया है।





विरोधों के बीच विजय किरन आनंद बनाए गए कुंभ मेलाधिकारी, DGSE की जिम्मेदारी अब कंचन वर्मा को


विजय किरन आनंद को कुंभ मेला अधिकारी बनाया गया है। वहीं, महानिरीक्षक निबंधन कंचन वर्मा को उनके स्थान पर महानिदेशक स्कूल शिक्षा बनाया गया है। पूर्व के अनुभव को देखते हुए विजय किरन आनंद को 2025 के कुंभ मेला आयोजन के लिए महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिली है। हालांकि, पिछले कुछ समय से बेसिक शिक्षा विभाग अपने प्रयोगों के चलते वह शिक्षकों के विरोध का सामना भी कर रहे थे।


विजय किरण आनंद कुंभ मेला अधिकारी बने तो कंचन वर्मा बनी स्कूल महानिदेशक (DGSE)


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार रात छह आईएएस अधिकारियों का तबादला कर दिया। इसके तहत स्कूल महानिदेशक विजय किरण आनंद को प्रयागराज में कुंभ मेला अधिकारी बनाया गया है, जबकि कंचन वर्मा नई महानिदेशक स्कूल शिक्षा होंगी। कंचन वर्मा अभी तक आईजी निबंधन उत्तर प्रदेश के पद पर तैनात थीं।

इसके अलावा विशेष सचिव माध्यमिक शिक्षा डा. रूपेश कुमार को आईजी निबंधन उत्तर प्रदेश, सुखलाल भारती विशेष सचिव कृषि उत्पादन आयुक्त शाखा को विशेष सचिव माध्यमिक शिक्षा बनाया गया है। अपर खाद्य आयुक्त उत्तर प्रदेश तथा सचिव सतर्कता आयोग अनिल कुमार अब प्रभारी आयुक्त एवं निबंधक सहकारी समितियां के पद पर तैनात किए गए हैं। वहीं अपर आवास आयुक्त आवास विकास परिषद उप्र डा. विपिन कुमार मिश्रा को अपर खाद्य आयुक्त उत्तर प्रदेश के साथ ही सचिव सतर्कता आयोग के पद पर तैनात किया गया है।


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