बच्चों को सर्दी में स्वेटर पहन कर आने हेतु प्रेरित करने और DBT के माध्यम से प्रेषित धनराशि के सदुपयोग के सम्बन्ध में

गुरू जी अब बच्चों को स्वेटर पहना कर स्कूल भेजने के लिए अभिभावकों को करेगें जागरूक 


अभिभावकों के खाते में धन भेजा जा चुका मगर अभी भी छात्र-छात्राओं के स्वेटर व ड्रेस नहीं खरीदे गए। काफी संख्या में बच्चे बिना स्वेटर के ही इस ठंड में प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक स्कूल पहुंच रहे हैं। अब विभाग अभिभावकों को जागरूक करेगा। इसलिए जो बच्चे स्वेटर नहीं पहनकर आ रहे हैं उनके घरों पर गुरुजी जाएंगे। गुरुजी अभिभावकों को जागरूक करके कहेंगे कि कृपया बच्चों का स्वेटर खरीदें, उसे पहनाकर ही स्कूल स्कूल भेजें।


भोर में ठंडक हो रही है। निजी स्कूलों ने बच्चों को स्वेटर के साथ ब्लेजर पहन कर आने के लिए कहा है। इसके विपरीत परिषदीय विद्यालयों छात्र उपस्थिति के 50 फीसद बच्चे भी स्वेटर पहन कर नहीं आ रहे हैं। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए शासन ने शिक्षकों को ड्रेस व स्वेटर पहन के नहीं आने वाले बच्चों के घरों पर जाने का निर्देश दिया है। शिक्षकों से कहा गया है कि वह बच्चों के अभिभावकों को ड्रेस व स्वेटर खरीदने व उसे पहनाकर स्कूल स्कूल भेजने का अनुरोध करेंगे।


 यह भी निर्देश दिया है कि विद्यालय स्तर पर विद्यालय प्रबंध समिति की बैठक में अभिभावकों को बच्चों को ड्रेस में भेजने के लिए पे्ररित किया जाए। इसके साथ ही अन्य विभागों के ग्राम स्तरीय कर्मचारियों के साथ प्रधान को भी बताएं कि वह अभिभवकों से बच्चों के ड्रेस के लिए बात करें।


बच्चों को सर्दी में स्वेटर पहन कर आने हेतु प्रेरित करने और DBT के माध्यम से प्रेषित धनराशि के सदुपयोग के सम्बन्ध में




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