निपुण+ एप के माध्यम से अब कक्षा एक से आठ तक के बच्चों का होगा आंकलन, देखें आदेश और एप डाउनलोड का लिंक
सभी शिक्षकों को अब करना होगा 'निपुण प्लस एप' डाउनलोड, देखें आदेश और एप डाउनलोड का लिंक
परिषदीय विद्यालयों में पढ़ाई की गुणवत्ता सुधारने पर जोर
लखनऊ : परिषदीय विद्यालयों में पढ़ाई की गुणवत्ता सुधारने और विद्यार्थियों की सीखने की क्षमता का मूल्यांकन करने के लिए अब सभी शिक्षकों को 'निपुण प्लस एप' डाउनलोड करना होगा। पहले यह एप 'निपुण लक्ष्य एप' के नाम से केवल कक्षा एक से तीन तक के लिए सीमित था, लेकिन अब इसे कक्षा एक से आठवीं तक के सभी विषयों और सभी शिक्षकों के लिए आवश्यक कर दिया गया है।
'निपुण प्लस एप' राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी निपुण भारत मिशन का डिजिटल टूल है। इस एप के जरिये शिक्षकों को विद्यार्थियों की कक्षा-वार और विषय-वार सीखने की स्थिति का आकलन करना होता है। इसके आधार पर यह पता चलता है कि बच्चा न्यूनतम अधिगम स्तर (फाउंडेशन लर्निंग लेवल) तक पहुंच पाया है या नहीं। कक्षा एक से तीन में हिंदी और गणित, कक्षा चार और पांच में हिंदी, गणित, अंग्रेजी और पर्यावरण अध्ययन (ईवीएस), कक्षा छह से आठ में हिंदी, गणित, अंग्रेजी, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान को शामिल किया गया है।
हर कक्षा के बच्चों को विषयवार प्रश्न हल करने होंगे और शिक्षक उसकी जानकारी एप पर दर्ज करेंगे। यह एप बच्चों की सीखने की गति को मापने का डिजिटल साधन है। शिक्षक हर विद्यार्थी की प्रगति पर वास्तविक समय में रिपोर्ट तैयार कर सकते हैं। कक्षा-वार अधिगम की कमी (लर्निंग गैप) पहचानने और उसे भरने में मदद मिलेगी। महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा का कहना है कि बच्चों के नियमित मूल्यांकन से यह पता चलेगा कि वह कितना सीख रहे हैं, कहां सुधार की जरूरत है। इससे शिक्षक उन कमियों को दूर कर सकेंगे।
कक्षा 1 से 8 तक के छात्र-छात्राओं के आकलन हेतु निपुण+ ऐप के उपयोग के सम्बन्ध में आदेश व निर्देश जारी
सभी प्रकार के आकलन अब केवल निपुण+ ऐप के माध्यम से ही किए जाएंगे, देखें आदेश
कृपया संलग्न पत्र का संज्ञान लेने का कष्ट करें, जो कक्षा 1 से 8 तक के छात्र-छात्राओं के आकलन हेतु निपुण+ ऐप के उपयोग से सम्बन्धित है।
इस ऐप के माध्यम से SRG, ARP एवं डायट मेंन्टर्स द्वारा सहयोगात्मक पर्यवेक्षण के दौरान छात्र-छात्राओं का आकलन किए जाने हेतु निर्देश निर्गत किए गए हैं। इस ऐप में अन्य विशिष्टियों के साथ ही टीचर्स फ्लो एवं स्वतंत्र पर्यवेक्षक फ्लो भी विकसित किया गया है।
👉 इस सम्बन्ध में स्पष्ट रूप से निर्देशित किया जाता है कि:
🔴 सभी प्रकार के आकलन (स्पॉट एवं टीचर्स फ्लो) केवल निपुण+ ऐप के माध्यम से ही संपादित किए जाएं।
🔴 पूर्व प्रचलित निपुण लक्ष्य ऐप का प्रयोग न किया जाए।
निर्देशित किया जाता है कि सर्वसम्बन्धित को सूचित करते हुए संलग्न निर्देशानुसार कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।
महानिदेशक
स्कूल शिक्षा, उत्तर प्रदेश
निपुण+ एप के जरिये बच्चों का मूल्यांकन करेंगे शिक्षक, कक्षा एक से आठवीं तक पांच बच्चों का हर हफ्ते आकलन अनिवार्य, आठवीं तक के बच्चों के लिए विषयवार प्रश्न बैंक
लखनऊ : परिषदीय स्कूलों में बच्चों के सीखने के स्तर को बेहतर करने के लिए समग्र शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना कार्यालय की ओर से निपुण एप को अपग्रेड कर दिया गया है। अब प्रत्येक शिक्षक को हर हफ्ते अपनी कक्षा के कम से कम पांच बच्चों का मूल्यांकन निपुण एप के जरिये करना होगा। इससे शिक्षकों, अभिभावकों और शैक्षिक अधिकारियों को बच्चों के पढ़ाई के स्तर की रियल टाइम जानकारी मिल सकेगी।
मूल्यांकन के लिए कक्षा एक से आठ तक के बच्चों के लिए विषयवार प्रश्न बैंक बनाया गया है, जिसमें बच्चों की समझ और सीखने की क्षमता को आंकने के लिए प्रश्न शामिल हैं। एप में शिक्षक, पर्यवेक्षक और मास्टर ट्रेनर शामिल किए गए हैं। इसमें हर बच्चे के लिए अलग अलग रेंडम आधार पर प्रश्न पूछे जाएंगे और उसके प्रदर्शन के आधार पर तुरंत सहयोग भी किया जाएगा। शिक्षकों को एप पर 25 सप्ताह की शिक्षण योजना के मुताबिक मूल्यांकन करना होगा।
वहीं, एआरपी, डायट मेंटर्स और स्टेट रिसोर्स ग्रुप को 10 से 30 स्कूलों में सहयोगात्मक पर्यवेक्षण करना होगा। इन निरीक्षणों के दौरान कक्षा एक और दो के 40 प्रतिशत, कक्षा तीन से पांच के 30 प्रतिशत और कक्षा छह और आठ के 20 प्रतिशत बच्चों का मूल्यांकन किया जाएगा।
निपुण एप रविवार और छुट्टियों पर बंद रहेगा और एक बार दो विद्यालयों का मूल्यांकन होने के बाद लाक हो जाएगा। पर्यवेक्षण के बाद शिक्षकों को जरूरी फीडबैक और रेमेडियल प्लान देना भी अनिवार्य किया गया है। एप का डाटा बेसिक शिक्षा अधिकारी और खंड शिक्षा अधिकारियों की बैठकों में समीक्षा का आधार बनेगा। स्कूल खुलने के साथ ही राज्य परियोजना निदेशक कंचन वर्मा ने सभी बीएसए और प्राचार्यों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने स्तर से सभी संबंधितों से एप का इस्तेमाल सुनिश्चित कराएं। एप का यूजर मैनुअल भी जारी कर दिया गया है।
निपुण प्लस एप पर होगा प्रश्न बैंक मूल्यांकन के साथ तैयारी भी, कक्षा एक से आठ के छात्रों का होगा कक्षा व विषयवार आकलन
लखनऊ। परिषदीय विद्यालयों में अब राज्य स्तर पर कक्षा एक से आठ तक के छात्रों का कक्षावार व विषयवार मूल्यांकन के लिए निपुण प्लस एप शुरू किया गया है। इसमें सवालों का एक प्रश्न बैंक भी उपलब्ध कराया गया है। इससे बच्चों के मूल्यांकन के साथ तैयारी भी कराई जा सकेगी।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा की ओर से इस संबंध में विस्तृत दिशा निर्देश सभी डायट प्राचार्य व बीएसए को दिए गए हैं। उन्होंने बताया है कि वर्तमान में कक्षा एक से तीन के पांच छात्र-छात्राओं का रैंडम स्पॉट मूल्यांकन किया जा रहा है। इसमें छात्रों के अधिगम स्तर का त्वरित आकलन करने के साथ ही कक्षा-शिक्षण की दक्षता भी जांची जा रही है।
निपुण लक्ष्य एप को अपग्रेड करते हुए कक्षा 1 से 8 तक के छात्र-छात्राओं के कक्षावार व विषयवार आकलन के लिए निपुण प्लस एप शुरू किया जा रहा है। इसमें हर कक्षा की विषयवार दक्षताओं के सवाल उपलब्ध कराए जा रहे हैं। एप के माध्यम से एसआरजी, एआरपी व डायट मेंटर सहयोगात्मक पर्यवेक्षण करेंगे।
महानिदेशक ने कहा है कि एआरपी हर महीने 30 स्कूलों का भ्रमण, एसआरजी 20 स्कूलों का व डायट मेंटर 10 स्कूलों का भ्रमण करेंगे। एआरपी 30 भ्रमण को अलग-अलग कक्षाओं में बांटेंगे। कक्षा एक से आठ के छात्रों का आकलन हर तीन महीने में किया जाएगा। उसकी कक्षा के अनुरूप दक्षताओं को एप पर दिखाया गया है।
निपुण+ एप के माध्यम से अब कक्षा एक से आठ तक के बच्चों का होगा आंकलन, देखें आदेश और एप डाउनलोड का लिंक
निपुण+ एप के माध्यम से अब कक्षा एक से आठ तक के बच्चों का होगा आंकलन, देखें आदेश और एप डाउनलोड का लिंक
Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 2
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5:32 AM
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