परिषदीय जूनियर हाईस्कूलों में भी होगी IT की पढ़ाई, AI कोडिंग, डिजिटल लिट्रेसी, कंप्यूटिंग थिंकिंग आदि की शिक्षा प्रदान करने के लिए SCERT ने पूरा पाठ्यक्रम तैयार किया
परिषदीय जूनियर हाईस्कूलों में भी होगी IT की पढ़ाई, AI कोडिंग, डिजिटल लिट्रेसी, कंप्यूटिंग थिंकिंग आदि की शिक्षा प्रदान करने के लिए SCERT ने पूरा पाठ्यक्रम तैयार किया
2023 -24 में आईटी की पढ़ाई शुरू करने का निर्णय किया गया, जिसमें कंप्यूटर साइंस का चैप्टर जोड़ा
लखनऊ। यूपी के परिषदीय जूनियर हाई स्कूलों में भी अब आईटी की पढ़ाई होगी। इसके तहत कक्षा छह से कक्षा आठ तक के छात्र-छात्राओं को एआई कोडिंग, डिजिटल लिट्रेसी, कंप्यूटिंग थिंकिंग आदि की शिक्षा प्रदान की जाएगी। उत्तर प्रदेश राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने इसके लिए पूरा पाठ्यक्रम तैयार किया है। साथ ही एससीईआरटी की ओर से प्रदेश के हर जिले के 10 विज्ञान शिक्षकों को आईआईटी कानपुर में तीन महीने की ट्रेनिंग कराने का प्रबन्ध भी किया है।
अक्तूबर से ट्रेनिंग शुरू कराने के लिए प्रदेश भर से 750 ऐसे विज्ञान शिक्षकों के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, जिनकी आईटी व उससे जुड़े क्षेत्र में दिलचस्पी और जानकारी है। आईआईटी कानपुर इन चयनित शिक्षकों को ऑनलाइन एवं ऑफलाइनट्रेनिंग देगा, जिसमें आईटी को रोचक तरीके से बच्चों को पढ़ाने की तकनीक बताई जाएगी।
एससीईआरटी के संयुक्त निदेशक डा. पवन कुमार सचान की मानें तो देश में यूपी पहला ऐसा राज्य होगा जो इस प्रकार से अपने शिक्षकों को आईआईटी में प्रशिक्षण दिलाकर बच्चों को रोचक तरीके से आईटी व कम्प्यूटरोनिक्स कोर्स में एआई की कोडिंग व डिजिटल लिट्रेसी आदि की शिक्षा प्रदान करेगा।
बकौल डा. सचान वर्ष 2023-24 में आईटी की पढ़ाई शुरू करने का निर्णय किया गया, जिसके तहत कक्षा छह से आठ तक के विज्ञान के विषय में पांच से छह चैप्टर कम्प्यूटर साइंस का जोड़ा गया। इसके लिए प्रत्येक डायट के तीन प्रवक्ताओं को ट्रेनिंग भी कराई गई लेकिन इससे हर जूनियर हाईस्कूल में आईटी की विधिवत शिक्षा शुरू करने का हमारा उद्देश्य पूरा होता नजर नहीं आ रहा है। ऐसे में प्रत्येक जिले से 10 शिक्षकों को इसकी ट्रेनिंग कराकर जूनियर हाईस्कूल में आईटी की पढ़ाई का रोडमैप तैयार किया गया है।
आईआईटी कानपुर में सीखेंगे आईटी के गुर
कंप्यूटर के मूल सिद्धांत
ऑपरेटिंग सिस्टम
हार्डवेयर-सॉफ्टवेयर
स्क्रैच यथा ब्लॉक- आधारित कोडिंग, और पाइथन,
जावास्क्रिप्ट आदि भाषाएं
एनिमेशन, गेम डिज़ाइन व वेब पेज बनाना
डेटा-विश्लेषण
एमएस ऑफिस टूल्स
कोडिंग या प्रोग्रामिंग
परिषदीय जूनियर हाईस्कूलों में भी होगी IT की पढ़ाई, AI कोडिंग, डिजिटल लिट्रेसी, कंप्यूटिंग थिंकिंग आदि की शिक्षा प्रदान करने के लिए SCERT ने पूरा पाठ्यक्रम तैयार किया
Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 2
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5:47 AM
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