शिक्षमित्रों के जल्द समायोजन मे आसान राह निकालने की कोशिश : शिक्षकों को अनुभव में छूट देकर जल्द प्रोन्नति करके स्थान रिक्त करने का निकाला रास्ता


  • पांच साल का कार्यकाल पूरा कर चुके शिक्षकों की प्रोन्नति के निर्देश
  • शिक्षमित्रों के जल्द समायोजन मे आसान राह निकालने की कोशिश
  • शिक्षकों को अब चार साल पर ही दी जाएगी पदोन्नति
  • गणित व विज्ञान शिक्षक पदों पर नहीं होगी पदोन्नति


लखनऊ (ब्यूरो)। परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों को अब पांच साल के स्थान पर चार साल पर ही पदोन्नति दी जाएगी। उच्च प्राथमिक विद्यालयों में गणित व विज्ञान सहायक अध्यापक के पद पर पदोन्नति नहीं की जाएगी, क्योंकि इन पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया चल रही है। सचिव बेसिक शिक्षा संजय सिन्हा ने बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश भेजते हुए पदोन्नति प्रक्रिया 30 अप्रैल तक हरहाल में पूरी करने का निर्देश दिया है।

प्राइमरी स्कूलों में सहायक अध्यापक पदों पर सीधी भर्तियां होती हैं। पांच साल की सेवा पूरी करने पर शिक्षकों को प्राइमरी में प्रधानाध्यापक या उच्च प्राइमरी में सहायक अध्यापक बनाया जाता है। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद ने पदोन्नति में पांच साल की अनिवार्यता समाप्त करते हुए चार साल इसलिए किया गया है जिससे प्राइमरी स्कूलों में सहायक अध्यापक के पद रिक्त होने के बाद उस पर शिक्षा मित्रों को समायोजित किया जा सके। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद ने कहा है कि पदोन्नति प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता बरती जाएगी।

खबर साभार : अमर उजाला 


दूरस्थ शिक्षा के जरिये बीटीसी प्रशिक्षण पूरा करने वाले शिक्षामित्रों के दूसरे बैच के समायोजन के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने कवायद शुरू कर दी है। विभाग की दिक्कत यह है कि शिक्षामित्रों के दूसरे बैच का समायोजन करने पर प्रदेश के 47 जिलों के ग्रामीण इलाकों के परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में अध्यापकों की संख्या शिक्षकों के सृजित पदों से ज्यादा हो जाएगी।

शिक्षकों के जल्द प्रमोशन के लिए एक वर्ष की शिथिलता का आदेश यहाँ देखें! (नोट : इस खबर में 5 वर्ष पर प्रमोशन की बात की गई है जबकि वास्तव में एक वर्ष की छूट देते हुये चार साल का अनुभव पूर्ण कर चुके शिक्षकों के प्रोन्नति के निर्देश दिये गयें हैं! आदेश यहाँ देख सकते हैं!)

इस दिक्कत को दूर करने के लिए बेसिक शिक्षा परिषद ने चार साल की सेवा पूरी कर चुके शिक्षकों की प्रोन्नति 30 अप्रैल तक पूरी करने का निर्देश जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को दिया है। अखिलेश सरकार ने दूरस्थ शिक्षा के जरिये बीटीसी प्रशिक्षण पूरा करने वाले शिक्षामित्रों के दूसरे बैच को दिसंबर 2014 तक समायोजित करने का एलान किया था। दूसरे बैच में तकरीबन 91 हजार शिक्षामित्रों का समायोजन होना है।

बेसिक शिक्षा विभाग के आकलन में पता चला कि शिक्षामित्रों का समायोजन होने पर 47 जिलों के ग्रामीण क्षेत्र के प्राथमिक स्कूलों में तकरीबन 12 हजार पद कम हो जाएंगे। वहीं नगरीय क्षेत्र के प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों की कमी है। पर चूंकि परिषदीय शिक्षकों का ग्रामीण और नगर क्षेत्र का संवर्ग अलग होता है, इसलिए ग्रामीण क्षेत्र के शिक्षकों का तबादला नगर क्षेत्र में नहीं किया जा सकता है। इस अड़चन को दूर करने के लिए विभाग ने ग्रामीण क्षेत्रों के प्राथमिक स्कूलों में पांच साल की सेवा पूरी करने वाले शिक्षकों को प्रोन्नत करने का निर्देश दिया है। 

प्राथमिक स्कूलों के शिक्षक प्रोन्नत होकर प्राथमिक स्कूल में प्रधानाध्यापक या उच्च प्राथमिक स्कूलों में सहायक अध्यापक बनते हैं। प्रोन्नति के बाद प्राथमिक शिक्षकों के पद खाली होंगे जिन पर शिक्षामित्रों को समायोजित करने की योजना है। दूसरे बैच के शिक्षामित्रों के समायोजन के लिए सचिव बेसिक शिक्षा परिषद ने शासन को प्रस्ताव भेज दिया है। प्रस्ताव में शिक्षामित्रों के समायोजन की प्रक्रिया 15 अप्रैल से शुरू करने को कहा गया है। एक हफ्ते बाद पात्रों की सूची का प्रकाशन करने की मंशा जतायी गई है। 27 अप्रैल से 15 मई तक काउंसिलिंग के दौरान प्रमाणपत्रों की जांच व मिलान प्रस्तावित है। 20 जून तक जिला स्तरीय समिति से पात्रों का अनुमोदन के बाद 25 जून तक शिक्षामित्रों को बतौर सहायक अध्यापक तैनाती देने का इरादा है।


नोट : इस खबर में 5 वर्ष पर प्रमोशन की बात की गई है जबकि वास्तव में एक वर्ष की छूट देते हुये चार साल का अनुभव पूर्ण कर चुके शिक्षकों के प्रोन्नति के निर्देश दिये गयें हैं! आदेश यहाँ देख सकते हैं!
खबर साभार :   दैनिक जागरण

  • शिक्षकों का प्रमोशन अब चार साल में
लखनऊ/इलाहाबाद। बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों के सहायक अध्यापकों का प्रमोशन अब चार साल में होगा। प्रमोशन के लिए आवश्यक पांच साल के अनुभव में सरकार ने एक साल की छूट दे दी है। बेसिक शिक्षा विभाग ने इस आशय के आदेश शुक्रवार को जारी कर दिये। इससे प्रदेशभर के हजारों शिक्षकों को लाभ मिलेगा।

जिन जिलों में रिक्तियां हैं वहां 26 मार्च 2015 तक चार साल शिक्षण कार्य कर चुके शिक्षकों का प्रमोशन प्राइमरी के हेडमास्टर या उच्च प्राथमिक स्कूल में सहायक अध्यापक के पद 30 अप्रैल तक किए जाने के निर्देश दिए हैं। जिनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई चल रही है उनका प्रमोशन नहीं होगा।

सचिव ने बीएसए को प्रत्येक पूर्व माध्यमिक विद्यालय में एक विज्ञान अध्यापक अनिवार्य रूप से रखे जाने के निर्देश दिए हैं। विज्ञान व गणित विषय के 29,334 सहायक अध्यापकों की भर्ती के लिए चल रही प्रक्रिया में आरक्षित पदों को छोड़ शेष पर प्रमोशन किया जाएगा।
शिक्षामित्रों के समायोजन को प्रमोशन में छूट : परिषदीय स्कूल के सहायक अध्यापकों के प्रमोशन में एक साल की छूट शिक्षामित्रों के समायोजन के लिए की गई है। दूसरे बैच के लगभग 91 हजार शिक्षामित्रों के सहायक पद पर समायोजन के लिए पर्याप्त पद ही नहीं है।


खबर साभार : हिन्दुस्तान

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शिक्षमित्रों के जल्द समायोजन मे आसान राह निकालने की कोशिश : शिक्षकों को अनुभव में छूट देकर जल्द प्रोन्नति करके स्थान रिक्त करने का निकाला रास्ता Reviewed by प्रवीण त्रिवेदी on 6:53 AM Rating: 5

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