शिक्षामित्रों का समायोजन शिक्षकों की प्रोन्नति के बाद होने की संभावना : पर्याप्त सृजित पद रिक्त न होने से आ रही व्यावहारिक कठिनाई
लखनऊ : दूरस्थ शिक्षा के जरिये बीटीसी प्रशिक्षण पूरा करने वाले शिक्षामित्रों के दूसरे बैच के समायोजन को लेकर पेच फंस गया है। वजह यह है कि दूसरे बैच के शिक्षामित्रों को समायोजित करने पर कई जिलों में परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में अध्यापकों की संख्या शिक्षकों के सृजित पदों से ज्यादा हो जाएगी। अब बेसिक शिक्षा विभाग प्राथमिक स्कूलों के शिक्षकों को प्रोन्नत करने के बाद ही शिक्षामित्रों के समायोजन की रुकी हुई गाड़ी को आगे बढ़ाने पर विचार कर रहा है।
दूसरे बैच में बीटीसी प्रशिक्षण पूरा करने वाले शिक्षामित्रों को सरकार ने जनवरी 2015 में समायोजित करने का एलान किया था, लेकिन उसकी यह मंशा पूरी होती नहीं दिख रही है। सोमवार को विधानसभा में शिक्षा विभाग के बजट पर चर्चा से पहले तैयारी बैठक में बेसिक शिक्षा मंत्री राम गोविंद चौधरी शिक्षामित्रों के समायोजन के बारे में बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव संजय सिन्हा से पूछते रह गए, लेकिन इस बारे में उन्हें कोई ठोस जवाब नहीं मिल पाया। अधिकारियों की ओर से यही कहा गया कि शिक्षामित्रों के दूसरे बैच का समायोजन करने पर कई पश्चिमी जिलों में सृजित पदों से ज्यादा शिक्षक हो जाएंगे। इसलिए समायोजन में व्यावहारिक कठिनाई आ रही है। सवाल यह उठता है कि जब अखिलेश सरकार बीटीसी प्रशिक्षण पूरा करने वाले स्नातक उत्तीर्ण पहले बैच के शिक्षामित्रों को जनवरी 2014 और दूसरे बैच को दिसंबर 2014 में समायोजित करने के लिए सात फरवरी 2013 को शासनादेश जारी कर चुकी है तो शिक्षामित्रों को शिक्षक बनाने के लिए रोके गए पद गए कहां।
दूसरे बैच में बीटीसी प्रशिक्षण पूरा करने वाले शिक्षामित्रों को सरकार ने जनवरी 2015 में समायोजित करने का एलान किया था, लेकिन उसकी यह मंशा पूरी होती नहीं दिख रही है। सोमवार को विधानसभा में शिक्षा विभाग के बजट पर चर्चा से पहले तैयारी बैठक में बेसिक शिक्षा मंत्री राम गोविंद चौधरी शिक्षामित्रों के समायोजन के बारे में बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव संजय सिन्हा से पूछते रह गए, लेकिन इस बारे में उन्हें कोई ठोस जवाब नहीं मिल पाया। अधिकारियों की ओर से यही कहा गया कि शिक्षामित्रों के दूसरे बैच का समायोजन करने पर कई पश्चिमी जिलों में सृजित पदों से ज्यादा शिक्षक हो जाएंगे। इसलिए समायोजन में व्यावहारिक कठिनाई आ रही है। सवाल यह उठता है कि जब अखिलेश सरकार बीटीसी प्रशिक्षण पूरा करने वाले स्नातक उत्तीर्ण पहले बैच के शिक्षामित्रों को जनवरी 2014 और दूसरे बैच को दिसंबर 2014 में समायोजित करने के लिए सात फरवरी 2013 को शासनादेश जारी कर चुकी है तो शिक्षामित्रों को शिक्षक बनाने के लिए रोके गए पद गए कहां।
अब बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी दलील दे रहे हैं कि दूसरे बैच में 64 हजार की बजाय 92 हजार शिक्षामित्र बीटीसी प्रशिक्षण के लिए पंजीकृत हो गए जिसमें से 87000 ने ट्रेनिंग पूरी कर ली है। संख्या बढ़ने की वजह से ही यह दिक्कत पैदा हुई है। बहरहाल शिक्षामित्रों के दूसरे बैच के समायोजन का रास्ता साफ करने के लिए पहले प्राथमिक स्कूलों के शिक्षकों को पदोन्नत करने पर विचार कर रहा है। प्राथमिक स्कूलों के सहायक अध्यापक पदोन्नत होने पर प्राथमिक स्कूलों में प्रधानाध्यापक बनते हैं या उच्च प्राथमिक स्कूलों में सहायक अध्यापक। इस बारे में पूछने पर सचिव बेसिक शिक्षा एचएल गुप्ता ने बताया कि इस समस्या का हल निकालने के लिए पहले प्राथमिक शिक्षकों की पदोन्नति की जाएगी, फिर शिक्षामित्रों का समायोजन।
शिक्षामित्रों का समायोजन शिक्षकों की प्रोन्नति के बाद होने की संभावना : पर्याप्त सृजित पद रिक्त न होने से आ रही व्यावहारिक कठिनाई
Reviewed by Brijesh Shrivastava
on
7:40 AM
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