कस्तूरबा विद्यालयों में भी रखे जाएंगे उर्दू शिक्षक : लेकिन अब चार के स्थान पर तीन ही होंगे अंशकालिक शिक्षक
- कस्तूरबा विद्यालयों में भी रखे जाएंगे उर्दू शिक्षक
- चार के स्थान पर तीन ही होंगे अंशकालिक शिक्षक
कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में अब अलग से उर्दू शिक्षक
भी रखे जाएंगे। इन्हें हर महीने 12,000 रुपये मानदेय दिया जाएगा। पहले
अंशकालिक शिक्षकों में एक शिक्षक उर्दू की जानकारी वाला रख लिया जाता था।
उर्दू शिक्षक अलग से रखने की व्यवस्था होने के बाद अब चार के स्थान पर तीन
ही अंशकालिक शिक्षक रखे जाएंगे। सर्व शिक्षा अभियान की राज्य परियोजना
निदेशक शीतल वर्मा ने इस संबंध में बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश भेज
दिया है।
प्रदेश की बेसहारा व निराश्रित
बालिकाओं को कक्षा 6 से 8 तक मुफ्त शिक्षा के लिए 746 कस्तूरबा गांधी
बालिका विद्यालय खोले गए हैं। इन विद्यालयों में शिक्षा देने के साथ
छात्राएं के रहने व खाने की भी मुफ्त व्यवस्था की जाती है। इन्हें पढ़ाने
के लिए संविदा के आधार पर शिक्षक व कर्मचारी रखे जाते हैं। इनका हर साल
नवीनीकरण किया जाता है। नए शैक्षिक सत्र के नवीनीकरण संबंधी आदेश जारी कर
दिया गया है। इसके मुताबिक शिक्षकों व कर्मचारियों के नवीनीकरण की
प्रक्रिया निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार किया जाएगा। पूर्व में चार
अंशकालिक शिक्षकों के रखने की व्यवस्था थी अब तीन ही रखे जाएंगे। इसलिए
नवीनीकरण के दौरान जहां इनकी संख्या चार है उनका समायोजन किया जाएगा।
खबर साभार : अमर उजाला
खबर साभार : डेली न्यूज एक्टिविस्ट
- अब कस्तूरबा विद्यालयों में होंगे सिर्फ तीन अंशकालिक शिक्षक
- पहले चार शिक्षकों के रखने की थी व्यवस्था, शासनादेश में हुआ बदलाव
- उर्दू शिक्षकों को मिलेगा 12 हजार रुपए मानदेय
कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) में
अब सिर्फ तीन अंशकालिक शिक्षक-शिक्षिकाओं की तैनाती की जा सकेगी। इसके लिए
प्रोजेक्ट एपु्रवेल बोर्ड में प्रस्ताव को मंजूरी दिए जाने के बाद नए मानक
तय कर दिए गए हैं। इस संबंध में राज्य परियोजना निदेशक शीतल वर्मा ने
जिलाधिकारियों एवं जिला शिक्षा परियोजना समिति के अध्यक्ष को निर्देश जारी
कर दिए हैं। सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत शैक्षिक रूप से पिछड़े ब्लॉकों
में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों की स्थापना की गई है। इनमें
कक्षा आठ तक गरीब परिवार की छात्राओं को रहने, खाने और पढ़ाई की निशुल्क
सुविधा दी जाती है। इन छात्राओं की पढ़ाई के लिए तैनात अंशकालिक
शिक्षक-शिक्षिकाओं का हर साल नवीनीकरण किए जाने का प्रावधान है।
अभी तक अंशकालिक शिक्षक-शिक्षिकाओं की संख्या चार होती थी। लेकिन वर्ष 2015-16 में इन विद्यालयों में अंशकालिक शिक्षक-शिक्षिकाओं की संख्या घटा दी गई है। अब यह संख्या तीन तक सीमित रहेगी। जिन विद्यालयों में अशंकालिक शिक्षक-शिक्षिकाओं की संख्या तीन से अधिक है, उनका नवीनीकरण करते समय इस संख्या को तीन तक सीमित रखने के निर्देश दिए गए हैं। ऐसे नवीनीकरण के प्रकरण जनपदीय समिति के समक्ष निर्णय के लिए प्रस्तुत करने होंगे। बीएसए जिला परियोजना अधिकारी के पास विषयवार आवश्यकता के आधार पर निर्णय के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा।
अभी तक अंशकालिक शिक्षक-शिक्षिकाओं की संख्या चार होती थी। लेकिन वर्ष 2015-16 में इन विद्यालयों में अंशकालिक शिक्षक-शिक्षिकाओं की संख्या घटा दी गई है। अब यह संख्या तीन तक सीमित रहेगी। जिन विद्यालयों में अशंकालिक शिक्षक-शिक्षिकाओं की संख्या तीन से अधिक है, उनका नवीनीकरण करते समय इस संख्या को तीन तक सीमित रखने के निर्देश दिए गए हैं। ऐसे नवीनीकरण के प्रकरण जनपदीय समिति के समक्ष निर्णय के लिए प्रस्तुत करने होंगे। बीएसए जिला परियोजना अधिकारी के पास विषयवार आवश्यकता के आधार पर निर्णय के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा।
कस्तूरबा विद्यालयों में रिक्त उर्दू शिक्षक-शिक्षिका का नवीन चयन मानव
संसाधन विकास मंत्रालय के नए दिशा-निर्देशों के अनुसार किया जाएगा। साथ ही
पीएबी द्वारा अनुमोदित वित्तीय प्रावधानों के अनुरूप हर महीने 12 हजार रुपए
मानदेय दिया जाएगा।
कस्तूरबा विद्यालयों में भी रखे जाएंगे उर्दू शिक्षक : लेकिन अब चार के स्थान पर तीन ही होंगे अंशकालिक शिक्षक
Reviewed by प्रवीण त्रिवेदी
on
8:11 AM
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