विद्यालय प्रबंध समिति के माध्यम से स्कूलों की दशा सुधारने की जनपहल, रेडियो के माध्यम से 11 जिलों में चल रहा पायलट प्रोजेक्ट
विद्यालय प्रबंध समिति के माध्यम से स्कूलों की दशा सुधारने की जनपहल, रेडियो कार्यक्रम के माध्यम से 11 जिलों में चल रहा पायलट प्रोजेक्ट
परिषदीय विद्यालयों की स्थिति सुधारने के लिए प्रदेश सरकार अनूठी पहल करने जा रहा है। विद्यालय की व्यवस्थाओं में अहम भूमिका निभाने वाली विद्यालय प्रबंध समिति (एसएमसी) को और प्रभावी बनाने के लिए रेडियो कार्यक्रम ‘जन पहल’ शुरू किया जाएगा। इसके लिए विद्यालय में एसएमसी की भूमिका के साथ शिक्षा और शिक्षा का अधिकार कानून समेत कई जानकारियां दी जाएगी। शुरूआत फिलहाल प्रदेश के 11 जिलों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में होगी बाद में इसको पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा।
परिषदीय विद्यालयों के संचालन में प्रबंध समितियों की अहम भूमिका रहती है। पांच फरवरी शुरू होने वाले इस कार्यक्रम के जरिए श्रोताओं को विद्यालय में एमएमसी की भूमिका, प्रबंधन और संचालन में भूमिका, स्कूल में अच्छा वातावरण, योजना का संचालन, पठन पाठन का अच्छा माहौल रखना, बच्चों के पंजीकरण, शिक्षा का अधिकार कानून समेत तमाम जानकारी दी जाएगी ताकि आम जनता स्कूल संचालन में एसएमसी की भूमिका को समझ सकें। प्रदेश के 11 जिलो में यह पायलट प्रोजेक्ट के तौर शुरू किया जाएगा। इसमें कुशीनगर, बलिया, बस्ती, संत कबीर नगर, सिद्धार्थ नगर, गोंडा, श्रवस्ती,महाराजगंज, गोरखुपर, देवरिया समेत ग्यारह जिले हैं। जिला समन्वयक और खंड शिक्षा अधिकारी लोगों से कार्यक्रम को लेकर फीडबैक लेंगे और उसकी रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। पायलट प्रोजेक्ट के बाद इसको अन्य जिलों में लागू करने की तैयारी है। ‘जन पहल’ का कार्यक्रम शुरू होने से आम जनता स्कूल में एसएमसी की भूमिका अच्छे से समझ सकेगी।
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