शिक्षकों के बच्चों को सौगात : तकनीकी शिक्षा के लिए आर्थिक मदद देगी सरकार
- एक साल में अधिकतम 15000 रुपये की सहायता मिलेगी
लखनऊ। परिषदीय और माध्यमिक शिक्षा के स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों के बच्चों को तकनीकी शिक्षा लेने पर विभाग की ओर से आर्थिक सहायता दी जाएगी। यह राशि अधिकतम 15000 रुपये एक साल के लिए दी जाएगी। आवेदन बेसिक शिक्षा अधिकारी और जिला विद्यालय निरीक्षक से प्रमाणित कराते हुए शिक्षा निदेशक एवं सचिव कोषाध्यक्ष प्रदेशीय कार्यकारिणी समिति में 15 सितंबर तक देना होगा। ये आवेदन शैक्षिक सत्र 2011-12 में प्रवेश लेने वाले छात्रों को ही किए जा सकेंगे।
राज्य सरकार ने स्कूली शिक्षकों के
बच्चों के तकनीकी शिक्षा लेने पर आर्थिक मदद की घोषणा की थी। पर कुछ
खामियों के चलते इस मद में भुगतान की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई थी। इसलिए
अब इसे लागू करने की तैयारी है। इसके लिए जिलेवार शिक्षकों से आवेदन मांग
लिए गए हैं। शिक्षकों को आवेदन स्वयं भरना होगा। इसमें उसे बताना होगा कि
उसका बच्चा कौन सा कोर्स कर रहा है। फीस का स्पष्ट उल्लेख करना होगा। फार्म
के साथ फीस की मूल कापी लगानी होगी। फीस रसीद क्षेत्रीय भाषा में होने पर
इसका हिंदी या अंग्रेजी में अनुवाद करते हुए लगाना होगा।
फार्म
के साथ जहां बच्चा पढ़ रहा होगा उस कॉलेज या संस्थान का स्टडी प्रमाण पत्र
लगाना होगा। इसमें छात्र या छात्रा का नाम, माता व पिता जो भी शिक्षक होगा
उसका नाम लिखा होना अनिवार्य होगा। वित्तीय सहायता केवल शिक्षण शुल्क,
पुस्तकालय शुल्क और प्रयोगशाला शुल्क के लिए ही मान्य होगी। यह सुविधा
उन्हें नहीं मिलेगी जिनके बच्चे फेल हो गए होंगे या फिर छात्रवृत्ति मिल
रही होगी। यह सुविधा शिक्षक को केवल एक बच्चे के लिए ही दी जाएगी। दूसरे
बच्चे को यह सुविधा नहीं मिलेगी।
- इन कोर्सों के लिए मिलेगी सहायता
चार
वर्षीय सिविल, मेकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रानिक्स और टेली
कम्यूनिकेशन, कम्प्यूटर साइंस, आटोमोबाइल एव केमिकल इंजीनियरिंग,
आर्कीटेक्चर, टेक्सटाइल्स, माइनिंग, रबर टेक्नॉलोजी, प्रिंटिंग, केमिकल
टेक्नॉलोजी, मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग, नेवल आर्कीटेक्चर, पेट्रोलियम
इंजीनियरिंग, फार्मेसी, इंस्ट्रुमेंटेशन और कंट्रोल, एरोनॉटिकल
इंजीनियरिंग। डिप्लोमा स्तरीय तीन वर्षीय चिकित्सा कोर्स में एलोपैथिक,
होम्योपैथिक व आयुर्वेदिक फार्म ऑफ मेडिसिन, पशु चिकित्सा कोर्स,
व्यावसायिक शिक्षा। मैनेजमेंट की पढ़ाई डिग्री कोर्स के बाद कम से कम दो
वर्ष की होनी चाहिए। (साभार-:- अमर उजाला)
शिक्षकों के बच्चों को सौगात : तकनीकी शिक्षा के लिए आर्थिक मदद देगी सरकार
Reviewed by Brijesh Shrivastava
on
5:14 AM
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10 comments:
Mera transfer 2nd list me his tha,per Maine nahi liya.an kya meri reliving ho jayegi.isle lite mujhe kya karna chahiye.
Ab tumhara trn kabhi nahi hoga.
School ka naya samay (6.30 to 1.30) kya sabhi jilo me lagu hoga barabanki me lagu ho gya hai.
Aapka transfer ho jayega par iske liye medical dikhana hoga aur BSA se anumodit karwana hoga
jiska transfer nhe hua vo to ro he rha h pr jiska ho gya vo bhe ro rha h ek kutte srkar me sub ulta pulta h. sale sb choor bithe h. koe bhe teacher en kmeno ko boot mt dena. or vo ramgovind unpd pde lekho pr raaj kr rha h.
mera manna he ki scoolo se pradhan ka koi lena dena nahi hona chahie sare khate ekal hona chahiye .kyuki peadhan apne aap ko pata nahi kya samjhta he jab chahe apni manmani karta he kya esa ho sakta he.
sare pradhan ek jaise nahi hai.
Tansfer k bare me kuch jankari ho to bataye.......?
Please give me the information regarding how I will aquire the required form.
mere mratak asrit ki file 14 feb 2012 se krishi bhawan lucknow me he jis par koi nirnay nahi liya gya, mene draught'sman civil ke liye avedan kiya tha , jo ayog ki paridhi se bahar he .phir mere niyukti kyu nahi ki ja rahi he
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