डायट प्राचार्यों की लापरवाही से 31 जिलों के शिक्षामित्रों का रिजल्ट रुका
- शिक्षामित्रों के आंतरिक मूल्यांकन के अंक सचिव कार्यालय नहीं भेजे
- सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने डायट प्राचार्यों को फिर लिखा पत्र
- कहा-एक हफ्ते में आंतरिक मूल्यांकन के अंक नहीं भेजे तो होगी कार्रवाई
इलाहाबाद। प्रदेश के 31 जिलों के डायट के प्राचार्य की लापरवाही से शिक्षामित्रों के पहले सत्र के अन्तिम सेमेस्टर के हजारों शिक्षामित्रों का रिजल्ट रुक गया हैं। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने डायट प्राचायरे को शिक्षामित्रों के आंतरिक मूल्यांकन का रिजल्ट तुरन्त भेजने के लिए पत्र लिखा है। मामले की जानकारी शासन को दे दी है। आंतरिक मूल्यांकन के अंक न भेजने वाले डायट प्राचायरे को एक हफ्ते की मोहलत दी गयी है। इसके बाद उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की संस्तुति शासन से की जायेगी। पहले सत्र के अन्तिम चरण में करीब 59 हजार शिक्षामित्रों का रिजल्ट घोषित करना है। प्रदेश सरकार बिना टीईटी पास किये ही इनकी परिषदीय विद्यालयों में नियुक्ति की तैयारियों में जोर-शोर से लग गयी है।
सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी नीना श्रीवास्तव ने बताया कि शिक्षामित्रों के पहले सेमेस्टर के अन्तिम सत्र का रिजल्ट तैयार हो रहा है। अभी तक 44 जिलों से शिक्षामित्रों के आंतरिक मूल्यांकन के अंक आ गए हैं जबकि 31 जिलों के डायट के प्राचार्यों ने अभी तक आंतरिक मूल्यांकन के अंक नहीं भेजे हैं। इससे रिजल्ट तैयार होने में परेशानी हो रही है। ऐसे जिलों के डायट के प्राचायरे को कई बार पत्र लिखा गया हैं लेकिन वे ध्यान नहीं दे रहे हैं। ऐसे में मामले की जानकारी शासन को दे दी गयी है। उन्होंने कहा कि जिन 31 जिलों के डायट के प्राचायरे ने अभी तक आंतरिक मूल्यांकन के अंक नहीं भेजे हैं, उनको एक हफ्ते की मोहलत दी गयी है। इसके बाद उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की संस्तुति शासन से की जायेगी। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने बताया कि जिन जिलों से शिक्षामित्रों के आंतरिक मूल्यांकन का अंक नहीं आया है, उनमें फतेहपुर, प्रतापगढ़, लखनऊ, मैनपुरी, फिरोजाबाद, बदायूं, शाहजहांपुर, मेरठ, बुलन्दशहर, आगरा, गाजियाबाद, उन्नाव, हरदोई, अम्बेडकरनगर, बाराबंकी, ललितपुर, बलिया, मुरादाबाद, कन्नौज, मिर्जापुर, सिद्धार्थनगर, चित्रकूट, गोण्डा, बहराइच, एटा सहित अन्य जिले हैं। सचिव ने बताया कि शिक्षामित्रों की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन हो चुका हैं लेकिन बिना आंतरिक मूल्यांकन के अंक के रिजल्ट तैयार नहीं हो सकता है। ऐसे में डायट के प्राचार्य जितना जल्द अंक भेजेंगे, उतना ही जल्द रिजल्ट घोषित होगा।
सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी नीना श्रीवास्तव ने बताया कि शिक्षामित्रों के पहले सेमेस्टर के अन्तिम सत्र का रिजल्ट तैयार हो रहा है। अभी तक 44 जिलों से शिक्षामित्रों के आंतरिक मूल्यांकन के अंक आ गए हैं जबकि 31 जिलों के डायट के प्राचार्यों ने अभी तक आंतरिक मूल्यांकन के अंक नहीं भेजे हैं। इससे रिजल्ट तैयार होने में परेशानी हो रही है। ऐसे जिलों के डायट के प्राचायरे को कई बार पत्र लिखा गया हैं लेकिन वे ध्यान नहीं दे रहे हैं। ऐसे में मामले की जानकारी शासन को दे दी गयी है। उन्होंने कहा कि जिन 31 जिलों के डायट के प्राचायरे ने अभी तक आंतरिक मूल्यांकन के अंक नहीं भेजे हैं, उनको एक हफ्ते की मोहलत दी गयी है। इसके बाद उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की संस्तुति शासन से की जायेगी। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने बताया कि जिन जिलों से शिक्षामित्रों के आंतरिक मूल्यांकन का अंक नहीं आया है, उनमें फतेहपुर, प्रतापगढ़, लखनऊ, मैनपुरी, फिरोजाबाद, बदायूं, शाहजहांपुर, मेरठ, बुलन्दशहर, आगरा, गाजियाबाद, उन्नाव, हरदोई, अम्बेडकरनगर, बाराबंकी, ललितपुर, बलिया, मुरादाबाद, कन्नौज, मिर्जापुर, सिद्धार्थनगर, चित्रकूट, गोण्डा, बहराइच, एटा सहित अन्य जिले हैं। सचिव ने बताया कि शिक्षामित्रों की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन हो चुका हैं लेकिन बिना आंतरिक मूल्यांकन के अंक के रिजल्ट तैयार नहीं हो सकता है। ऐसे में डायट के प्राचार्य जितना जल्द अंक भेजेंगे, उतना ही जल्द रिजल्ट घोषित होगा।
(खबर साभार :राष्ट्रीय सहारा)
डायट प्राचार्यों की लापरवाही से 31 जिलों के शिक्षामित्रों का रिजल्ट रुका
Reviewed by Brijesh Shrivastava
on
3:55 PM
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