सिर्फ छह रुपये ही बढ़ी बालिकाओं की आहार राशि, कस्तूरबा विद्यालयों में प्रति बालिका की डाइट के लिए मिलेंगे 66 रुपये
सिर्फ छह रुपये ही बढ़ी बालिकाओं की आहार राशि, कस्तूरबा विद्यालयों में प्रति बालिका की डाइट के लिए मिलेंगे 66 रुपये
लखनऊ। महंगाई की मार से खाद्य पदार्थों के दाम सातवें आसमान पर है। आम आदमी की भोजन की थाली महंगी होती जा रही है। ऐसे में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में पढ़ने वाली बालिकाओं के डाइट की धनराशि भी शासन ने बढ़ा दी है। हालांकि बढ़ाई गई धनराशि महज छह रुपये ही है। इस महंगाई में बढ़ी हुई धनराशि ऊंट के मुंह में जीरे के बराबर ही है। अब तक एक बालिका को प्रतिदिन की डाइट के लिए 60 रुपये मिलते थे। उसे बढ़ाकर अब 66 रुपये कर दिया गया है।
बजट को लेकर प्रोजेक्ट एडवाइजरी बोर्ड ने स्वीकृति प्रदान कर दी है। विद्यालयों में पढ़ने वाली बालिकाओं की पढ़ाई के साथ-साथ उनके स्वास्थ्य को लेकर भी विभाग चिंतित है। विद्यालय में पढ़ने वाली बालिकाओं के डाइट चार्ट में सुबह के नाश्ते के साथ दोपहर और रात का खाना शामिल है। नाश्ते में दूध, अंडा, मौसमी फल के साथ दूसरे पौष्टिक आहार पोहा आदि को शामिल किया गया है। दोपहर के खाने में चावल, दाल, सब्जी, रोटी और सलाद दिया जाता है। जबकि रात के खाने में सब्जी, रोटी के साथ मीठे व्यंजन भी दिए जाते हैं।
कस्तूरबा विद्यालयों में छात्राओं के लिए बढ़ेंगी सुविधाएं, PAB ने 171 विद्यालयों में बेडिंग के लिए मंजूर किए 3.5 करोड़
सामान का सत्यापन हो जाने के बाद किया जाएगा भुगतान
लखनऊ। कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) में छात्राओं के लिए अवस्थापना सुविधाओं के विकास पर फोकस किया जा रहा है। इस क्रम में इंटर तक उच्चीकृत 171 विद्यालयों में 3.5 करोड़ से छात्राओं के लिए बेडिंग (रजाई-गद्दा व तकिया) आदि की खरीद की जाएगी।
प्रोजेक्ट एडवायजरी बोर्ड (पीएबी) से स्वीकृत इस राशि से चयनित विद्यालयों में प्रतिछात्रा दो बेड शीट, तकिया कवर सहित, रजाई-गद्दा कवर के साथ खरीदे जाएंगे। राज्य परियोजना निदेशक कंचन वर्मा ने इसके लिए लखनऊ, सीतापुर, सुल्तानपुर, बहराइच समेत संबंधित 40 जिलों के बीएसए को बजट जारी कर दिया है। उन्होंने निर्देश दिया है कि 31 जुलाई तक खरीद का काम पूरा किया जाएगा।
खरीद व निर्धारित समिति से सत्यापन के बाद डीएम व अध्यक्ष जिला शिक्षा परियोजना समिति के अनुमोदन पर बीएसए निर्धारित बजट जारी करेंगे। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि इस मद में स्वीकृति राशि अनुमन्य सीमा तक ही खर्च की जाए। इससे अधिक व्यय करने पर कार्रवाई होगी।
समय से खर्च हो बजट
समग्र शिक्षा के उप निदेशक डॉ. मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि पूर्व में ऐसा देखने को मिला है कि मई में पैसा दिया जाता था और अगले वित्तीय वर्ष की शुरुआत तक इसका प्रयोग नहीं होता था। इसे देखते हुए इस बार फाइलों में ट्रैकर भी लगाया गया है। निर्धारित बजट का समय से प्रयोग हो, इसे ट्रैक किया जाएगा।
कस्तूरबा विद्यालयों के कर्मियों का मानदेय 5% बढ़ा पर कार्मिक असंतुष्ट
लखनऊ । पीएबी ने नए सत्र 2025-26 में केजीबीवी की वार्डन, शिक्षिकाओं व अन्य कर्मचारियों का मानदेय पांच फीसदी बढ़ाने को स्वीकृति दी है। लेकिन, शिक्षिकाओं व कर्मचारियों में असंतोष है। उनका कहना है कि बीते वर्ष करीब दस साल (2014-15) के बाद मानदेय दस फीसदी बढ़ा था। इस बार महंगाई को ध्यान में रखकर निर्णय नहीं लिया गया है।
बता दें, बढ़े मानदेय के तहत नए सत्र से अब वार्डन को 31763 रुपये, शिक्षिका फुल टाइम को 25410, शिक्षिका पार्ट टाइम को 12790, उर्दू शिक्षिका को 17196, अकाउंटेंट नियमित को 14357, हेड कुक को 9006, सहायक कुक को 6755, चपरासी व चौकीदार को 7505 रुपये मिलेगा।
कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (केजीबीवी) के शिक्षकों एवं कर्मचारियों का मानदेय सरकार ने पांच प्रतिशत बढ़ा दिया है। हालांकि शिक्षकों से लेकर कर्मचारियों तक ने नाम मात्र की इस वृद्धि का विरोध किया है। इस बीच पांच फ़ीसदी वेतन वृद्धि के बाद केजीबीवी के फुल टाइम टीचर का मानदेय रुपये 24200 से बढ़कर 25410 हो जाएगा। वहीं पार्ट टाइम टीचर का मानदेय 12181 रुपये से बढ़कर 12790 रुपये हो जाएगा।
केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय के पीएबी ने राज्य परियोजना कार्यालय द्वारा वर्ष 2025-26 के लिए वार्षिक कार्य योजना एवं बजट का जो प्रपोजल प्रस्तुत किया था, उसे मंजूरी दे दी है। यूनियन के अध्यक्ष अतुल बंसल ने बताया कि मिनिमम वेतनमान दिया जा रहा है।
कस्तूरबा विद्यालयों की छात्राओं के भोजन की धनराशि बढ़ी, अब रोज मिलेंगे 66 रुपये, PAB ने बजट को दी मंजूरी, नए शैक्षिक सत्र से होगा लागू
शिक्षा मंत्रालय ने 6 रुपये रोजाना प्रति छात्रा के हिसाब से की वृद्धि
459 केजीबीवी में रोटी बनाने के लिए लगेगी मशीन
लखनऊ। प्रदेश के 746 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) की 1.10 लाख छात्राओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए शिक्षा मंत्रालय ने उनके भोजन के लिए पैसा बढ़ा दिया है। अब 66 रुपये रोजाना प्रति छात्रा के हिसाब से भोजन पर खर्च होंगे। अब तक इसके लिए 60 रुपये रोजाना मिलते थे। इसके लिए आवश्यक बजट को प्रोजेक्ट एडवायजरी बोर्ड (पीएबी) ने मंजूरी दे दी है।
केजीबीवी में छात्राओं के पठन-पाठन के साथ उनके स्वास्थ्य सुधार पर भी काफी ध्यान दिया जा रहा है। इस क्रम में विद्यालयों को 9वीं से 12वीं तक उच्चीकृत ही नहीं किया जा रहा है, बल्कि विद्यालयों में 100 की क्षमता के छात्रावास, क्लास रूम व लैब बनाए जा रहे हैं। पीएबी की मंजूरी के बाद अब प्रति छात्रा हर माह 1800 की जगह 1980 रुपये खर्च किए जाएंगे।
समग्र शिक्षा के उप निदेशक डॉ. मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि काफी दिनों से छात्राओं की खुराक के लिए बजट को बढ़ाने की मांग की जा रही थी। इस बार पीएबी की बैठक में इसे मंजूरी मिल गई है। इससे छात्राओं को अब बेहतर भोजन दिया जा सकेगा। बता दें, केजीबीवी की छात्राओं को निशुल्क पढ़ाई के साथ निशुल्क आवासीय व भोजन की सुविधा दी जाती है।
छात्राओं और कर्मचारियों की सुविधाओं के लिए 459 केजीबीवी में रोटी बनाने की मशीन भी लगाई जाएगी। पीएबी में इसके लिए भी बजट स्वीकृत कर दिया गया है। इससे छात्राओं की संख्या बढ़ने पर संबंधित कर्मचारियों पर ज्यादा भार नहीं आएगा। विद्यालयों में वाशिंग मशीन, गीजर आदि की सुविधाएं भी स्वीकृत हुई हैं।
सिर्फ छह रुपये ही बढ़ी बालिकाओं की आहार राशि, कस्तूरबा विद्यालयों में प्रति बालिका की डाइट के लिए मिलेंगे 66 रुपये
Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 2
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7:10 AM
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