बीटीसी की 800 सीटों पर संशय, बीटीसी 2013 सत्र में दाखिले का मामला, डायट प्राचार्यो द्वारा सूचना भेजने में अनदेखी से अभ्यर्थी मायूस
- 2013 सत्र में दाखिले का मामला, अभ्यर्थी मायूस
- बीटीसी की 800 सीटों पर संशय
राब्यू, इलाहाबाद : दो वर्ष से बीटीसी -2013 सत्र में दाखिले की बाट जोह रहे अभ्यर्थी डायट प्राचार्यो द्वारा सूचना भेजने में अनदेखी किए जाने से मायूस हैं। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने 23 मई तक डायट प्राचार्यो से रिक्त सीटों की जानकारी मांगी थी, लेकिन अब तक डेढ़ दर्जन से अधिक प्राचार्यो ने पूरी सूचना नहीं दी है। ऐसे में दाखिले को आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों के साथ परीक्षा नियामक कार्यालय भी संशय की स्थिति में फंसा है।
परीक्षा नियामक ने 16 मई तक बीटीसी- 2013 की 2400 रिक्त सीटों पर डायट प्राचार्यो से प्रवेश प्रक्रिया पूरी कर सूचित करने का निर्देश दिया था। इससे पूर्व 6 मई को डायट प्राचार्यो को रिक्त पदों पर दाखिले के निर्देश गए थे। सभी डायट प्राचार्यो से कहा गया था कि वे 16 मई तक प्रवेश प्रक्रिया पूरी कर 18 मई से प्रशिक्षण शुरू करें, पर तारीख बीतने के बावजूद प्रवेश प्रक्रिया पूरी नहीं हुई। 1 इससे पूर्व 30 अप्रैल को डायट प्राचार्यो ने 2400 रिक्त सीटों रिक्तियों की पुष्टि की थी। सर्वाधिक रिक्तियां सामान्य महिला एवं पुरुष वर्ग के सीटों पर चिह्न्ति हुई है। अब सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी की कोशिश है कि 15 जून तक हर हाल में प्रवेश प्रक्रिया कर खाली सीटों पर प्रशिक्षण प्रारंभ करवा दिया जाए।
लेकिन तारीख बीतने के बावजूद प्रवेश प्रक्रिया पूरी नहीं हुई। इससे पूर्व 30 अप्रैल को डायट प्राचार्यो ने 2400 रिक्त सीटों रिक्तियों की पुष्टि की थी। महत्वपूर्ण यह है कि सर्वाधिक रिक्तियां सामान्य महिला एवं पुरुष वर्ग के सीटों पर चिह्न्ति हुई है। अब सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी की कोशिश है कि 15 जून तक हर हाल में प्रवेश प्रक्रिया कर खाली सीटों पर प्रशिक्षण प्रारंभ करवा दिया जाए। बता दें कि डायट प्राचार्यो द्वारा भेजी गई सूची में सर्वाधिक 142 रिक्तियां आगरा जिले में चिह्न्ति हुई थी। मेरठ, गाजियाबाद, आजमगढ़ और गाजीपुर जिलें में भी सौ से ज्यादा रिक्तियों की पुष्टि की गई थी। दाखिले को लेकर सर्वाधिक पेच अल्पसंख्यक बीटीसी कालेजों में फंसा है। अल्पसंख्यक कालेज शतप्रतिशत सीटों पर खुद दावा ठोक रहे है जबकि 50 फीसद सीट ही मैनेजमेंट कोटा के तहत आवंटित है। बीटीसी-2013 में 21 अल्पसंख्यक कालेज दाखिले के लिए अधिकृत हैं। ऐसे में इन कालेजों ने खुद के स्तर पर पहले और दूसरे चरण की काउंसिलिंग में शत प्रतिशत सीटों पर दाखिले की प्रक्रिया पूरी कर ली। 2013 सत्र में सर्वाधिक अल्पसंख्यक कालेज मेरठ और बागपत के हैं। उल्लेखनीय है खाली सीटों पर उन आवेदकों को दाखिले में वरीयता देने के निर्देश दिए गए हैं ।
लेकिन तारीख बीतने के बावजूद प्रवेश प्रक्रिया पूरी नहीं हुई। इससे पूर्व 30 अप्रैल को डायट प्राचार्यो ने 2400 रिक्त सीटों रिक्तियों की पुष्टि की थी। महत्वपूर्ण यह है कि सर्वाधिक रिक्तियां सामान्य महिला एवं पुरुष वर्ग के सीटों पर चिह्न्ति हुई है। अब सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी की कोशिश है कि 15 जून तक हर हाल में प्रवेश प्रक्रिया कर खाली सीटों पर प्रशिक्षण प्रारंभ करवा दिया जाए। बता दें कि डायट प्राचार्यो द्वारा भेजी गई सूची में सर्वाधिक 142 रिक्तियां आगरा जिले में चिह्न्ति हुई थी। मेरठ, गाजियाबाद, आजमगढ़ और गाजीपुर जिलें में भी सौ से ज्यादा रिक्तियों की पुष्टि की गई थी। दाखिले को लेकर सर्वाधिक पेच अल्पसंख्यक बीटीसी कालेजों में फंसा है। अल्पसंख्यक कालेज शतप्रतिशत सीटों पर खुद दावा ठोक रहे है जबकि 50 फीसद सीट ही मैनेजमेंट कोटा के तहत आवंटित है। बीटीसी-2013 में 21 अल्पसंख्यक कालेज दाखिले के लिए अधिकृत हैं। ऐसे में इन कालेजों ने खुद के स्तर पर पहले और दूसरे चरण की काउंसिलिंग में शत प्रतिशत सीटों पर दाखिले की प्रक्रिया पूरी कर ली। 2013 सत्र में सर्वाधिक अल्पसंख्यक कालेज मेरठ और बागपत के हैं। उल्लेखनीय है खाली सीटों पर उन आवेदकों को दाखिले में वरीयता देने के निर्देश दिए गए हैं ।
खबर साभार : दैनिक जागरण
बीटीसी की 800 सीटों पर संशय, बीटीसी 2013 सत्र में दाखिले का मामला, डायट प्राचार्यो द्वारा सूचना भेजने में अनदेखी से अभ्यर्थी मायूस
Reviewed by प्रवीण त्रिवेदी
on
7:28 AM
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