प्रशिक्षु शिक्षकों की नियुक्ति में फंसा वाइटनर का पेंच : प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा ने सचिव बेसिक शिक्षा परिषद से मांगी रिपोर्ट
हाईकोर्ट ने टीईटी 2011 में वाइटनर के प्रयोग की जांच के दिए हैं आदेश
राज्य
ब्यूरो, इलाहाबाद : परिषदीय स्कूलों में 72825 शिक्षकों की नियुक्ति के
अधर में लटकने के आसार हैं। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) 2011 में
वाइटनर का प्रयोग प्रशिक्षु शिक्षकों की मुसीबत बन सकता है। प्रमुख सचिव
बेसिक शिक्षा डिंपल वर्मा ने इस मामले की पूरी रिपोर्ट सचिव बेसिक शिक्षा
परिषद संजय सिन्हा से तलब की है। माना जा रहा है हाईकोर्ट के निर्देशों पर
विधिक राय लेने के बाद ही विभाग मौलिक नियुक्ति में तेजी दिखाएगा और
निर्देशों के अनुरूप ही अगला निर्णय लिया जाएगा।
हाईकोर्ट ने टीईटी 2011 की परीक्षा में वाइटनर का प्रयोग करने वाले अभ्यर्थियों की जांच करने का माध्यमिक शिक्षा परिषद को निर्देश दिया है। कोर्ट ने कहा कि छह माह में यह रिपोर्ट सौंपी जाए कि कितने अभ्यर्थियों ने वाइटनर का प्रयोग किया था। साथ ही उन पर कार्रवाई भी की जाए। याचिका में मांग की गई है कि जिन अभ्यर्थियों ने वाइटनर का प्रयोग किया है, उनका चयन न किया जाए। साथ ही यह भी कोर्ट को अवगत कराया गया है कि हजारों अभ्यर्थियों ने वाइटनर का प्रयोग करके अधिक नंबर हासिल कर शिक्षक बने हैं।
दैनिक जागरण ने 29 एवं 30 अगस्त के अंक में ‘टीईटी-11 में भी लगे वाइटनर के दाग’ खबर प्रमुखता से छापी थी। उसी के बाद अभ्यर्थियों ने कोर्ट में याचिका दायर की थी। टीईटी 2011 की परीक्षा में करीब 11 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे व उनमें से करीब दो लाख अभ्यर्थियों ने वाइटनर का प्रयोग किया था। यह बात पुलिस की जांच में सामने आ चुकी है।
इस संबंध में जब प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा डिंपल वर्मा से पूछा गया तो उन्होंने अनभिज्ञता जाहिर की। प्रमुख सचिव ने सचिव बेसिक शिक्षा से जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि अभी कोर्ट के आदेश की कॉपी नहीं मिली है। इस पर प्रमुख ने निर्देश दिया कि पूरे प्रकरण की रिपोर्ट जल्द ही उन्हें भेजी जाए।
हाईकोर्ट ने टीईटी 2011 की परीक्षा में वाइटनर का प्रयोग करने वाले अभ्यर्थियों की जांच करने का माध्यमिक शिक्षा परिषद को निर्देश दिया है। कोर्ट ने कहा कि छह माह में यह रिपोर्ट सौंपी जाए कि कितने अभ्यर्थियों ने वाइटनर का प्रयोग किया था। साथ ही उन पर कार्रवाई भी की जाए। याचिका में मांग की गई है कि जिन अभ्यर्थियों ने वाइटनर का प्रयोग किया है, उनका चयन न किया जाए। साथ ही यह भी कोर्ट को अवगत कराया गया है कि हजारों अभ्यर्थियों ने वाइटनर का प्रयोग करके अधिक नंबर हासिल कर शिक्षक बने हैं।
दैनिक जागरण ने 29 एवं 30 अगस्त के अंक में ‘टीईटी-11 में भी लगे वाइटनर के दाग’ खबर प्रमुखता से छापी थी। उसी के बाद अभ्यर्थियों ने कोर्ट में याचिका दायर की थी। टीईटी 2011 की परीक्षा में करीब 11 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे व उनमें से करीब दो लाख अभ्यर्थियों ने वाइटनर का प्रयोग किया था। यह बात पुलिस की जांच में सामने आ चुकी है।
इस संबंध में जब प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा डिंपल वर्मा से पूछा गया तो उन्होंने अनभिज्ञता जाहिर की। प्रमुख सचिव ने सचिव बेसिक शिक्षा से जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि अभी कोर्ट के आदेश की कॉपी नहीं मिली है। इस पर प्रमुख ने निर्देश दिया कि पूरे प्रकरण की रिपोर्ट जल्द ही उन्हें भेजी जाए।
प्रशिक्षु शिक्षकों की नियुक्ति में फंसा वाइटनर का पेंच : प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा ने सचिव बेसिक शिक्षा परिषद से मांगी रिपोर्ट
Reviewed by Brijesh Shrivastava
on
7:48 AM
Rating:
No comments:
Post a Comment