जिले में पद शून्य तो मिलेगी दूसरे जिले में वरीयता, 12460 सहायक अध्यापक भर्ती में वरीयता को लेकर भ्रम, कई जिलों के अफसरों पर अपने जिले के अभ्यर्थियों को वरीयता देने का लग रहा आरोप
प्राथमिक विद्यालयों में 12460 सहायक अध्यापकों की भर्ती में जिन जिलों में शून्य पद हैं वहां के अभ्यर्थियों को उनके ऐच्छिक जिले में प्रथम वरीयता दी जाएगी। बेसिक शिक्षा परिषद के सूचना पत्रक में भी इस बात का स्पष्ट जिक्र है।
लेकिन अभ्यर्थियों का आरोप है कि चित्रकूट, भदोही, प्रतापगढ़, कौशाम्बी, मिर्जापुर जैसे जिलों में अफसर अपने जिले के अभ्यर्थियों को वरीयता देने की बात कर रहे हैं। ऐसे में इलाहाबाद समेत उन जिले के आवेदक परेशान हैं जहां शून्य पद है। शासनादेश के अनुसार, शून्य जिले वाले अभ्यर्थियों और उनके चयनित जिले के आवेदकों की सम्मिलित मेरिट बनाई जाएगी। इसी के आधार पर काउंसिलिंग होगी।
जिले में पद शून्य तो मिलेगी दूसरे जिले में वरीयता, 12460 सहायक अध्यापक भर्ती में वरीयता को लेकर भ्रम, कई जिलों के अफसरों पर अपने जिले के अभ्यर्थियों को वरीयता देने का लग रहा आरोप
Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 1
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7:39 AM
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