16614 तबादला पाए शिक्षक दो माह से भटक रहे हैं, विभाग अभी भी जुटा रहा डाटा, कार्यमुक्त शिक्षकों को नहीं मिल पा रहा वेतन

16614 तबादला पाए शिक्षक दो माह से भटक रहे हैं, विभाग अभी भी जुटा रहा डाटा, कार्यमुक्त शिक्षकों को नहीं मिल पा रहा वेतन


एक तरफ शिक्षक कार्यमुक्ति के लिए भटक रहे हैं, वहीं जिन शिक्षकों को कार्यमुक्त किया गया और उन्होंने बीएसए के यहां ज्वॉइन कर लिया, पर उनका वेतन नहीं बन रहा है। इसका कारण उनकी पूर्व तैनाती वाले जिले से लास्ट पेमेंट सर्टिफिकेट (एलपीए) नहीं मिलने को बताया जा रहा है। इससे उन्हें वेतन भी नहीं मिल रहा है। 


जिलों से मांगी गई अपडेट सूचना : 16614 तबादलों को लेकर बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल ने तीन दर्जन से ज्यादा जिलों से सूचना मांगी है। उन्होंने बताया कि कुछ ऐसे शिक्षकों का तबादला हुआ है, जिनके बैच की पदोन्नति उनके जिले में अपडेट नहीं है। ऐसे शिक्षकों की निर्धारित प्रारूप पर बीएसए जल्द सूचना उपलब्ध कराएं।



शिक्षकों के तबादले तो हुए, नहीं मिली तैनाती, कार्यमुक्त हुए दो महीने होने को, स्कूल आवंटन में फंसे कई पेच


लखनऊ : बेसिक शिक्षकों के अंतरजनपदीय (जिले के बाहर) तबादलों को दो महीने होने वाले हैं लेकिन अभी तक उनको नए जिले में तैनाती नहीं मिल सकी है। सभी को तीन जुलाई तक कार्यमुक्त करने के आदेश कर दिए गए थे लेकिन नए जिले में स्कूल का आवंटन अभी नहीं हुआ। तैनाती देने में अब भी कई पेंच फंस रहे हैं। ऐसे में विभाग इन सभी समस्याओं को हल करने के बाद ही तैनाती देना चाहता है।


बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों के ऑनलाइन तबादलों और प्रमोशन की प्रक्रिया फरवरी से शुरू हुई है। इसमें अंतरजनपीय तबादलों के अलावा अंतः जनपदीय और अंतरजनपदीय म्युचुअल ट्रांसफर की प्रक्रिया भी शामिल है। इसके अलावा प्रमोशन की प्रक्रिया भी चल रही है। अभी तक सिर्फ अंतरजनपदीय तबादले हो पाए हैं। शिक्षकों का दूसरे जिलों में तबादला तो हो गया लेकिन स्कूल आवंटन अभी तक नहीं हो पाया है। इसको लेकर कई तरह के पेंच फंसे होने के कारण विलंब हो रहा है। जिलों में तबादला होने के बाद पूरा ब्योरा सभी बीएसए को अपडेट करने के लिए कहा गया है। वह अभी तक नहीं हो पाया है।


वेतन भी नहीं मिला ट्रांसफर के बाद  जब तक शिक्षकों को स्कूल आवंटित नहीं हो जाता, तब तक वेतन भी जारी नहीं हो सकता। जिन शिक्षकों का तबादला हुआ है, उनका पिछले महीने का वेतन भी नहीं मिला। जब स्कूल आवंटित हो जाएगा, उसके बाद फिर वेरिफिकेशन कराया जाएगा। उसके बाद ही वेतन जारी हो सकेगा। इस बारे में प्राथमिक शिक्षक स्नातक असोसिएशन के अध्यक्ष विनय कुमार सिंह कहते हैं कि पूरा ब्योरा ऑनलाइन है। ऐसे में अपडेट होने में इतना वक्त नहीं लगना चाहिए। यदि नियमों को लेकर कोई दिक्कत आ रही है तो सवाल ये है कि अधिकारियों को पहले ही इस बारे में जांच-परख कर लेनी चाहिए थी। रिलीव करने के बाद नियमों का हवाला दिया जा रहा है। 


बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल का कहना है कि सभी बीएसए से ब्योरा अपडेट करने को कहा गया है। कोशिश है कि कोई खामी न रह जाए, जिससे बाद में दिक्कत आए। इसलिए ठीक से पड़ताल की जा रही है। जल्द ही स्कूल आवंटित हो जाएंगे।


सभी बीएसए से ब्योरा अपडेट करने को कहा गया है। कोशिश है कि कोई खामी न रह जाए, जिससे बाद में दिक्कत आए। जल्द ही स्कूल आवंटित हो जाएंगे।–प्रताप सिंह बघेल, सचिव, बेसिक शिक्षा परिषद


तैनाती में फंस रहे ये पेच

प्रमोट हुए शिक्षकों के तबादलों को लेकर पेच फंस गया है। स्कूल आवंटन में कई तरह के पेच फंसे हैं। जूनियर में दरअसल पहले जिलों में अलग-अलग प्रमोशन होते थे। किसी जिले में 15 साल से प्रमोशन नहीं हुए तो किसी जिले में आठ और 10 साल से नहीं हुए। ऐसे में जिसका प्रमोशन 2015 में किसी जिले में हो गया है। वह ऐसे जिले में जाता है, जहां 2015 में प्रमोशन नहीं हुए। ऐसे में वहां आने वाले शिक्षक का वेतनमान और पद बढ़ जाएगा। एक ही ज्वाइनिंग तारीख वालों का समान जिले में वेतनमान और पद कम ज्यादा नहीं हो सकता। पिछली बार तो पहले से एफिडेविट लेकर दूसरे जिलों से आने वालों को डिमोट करके तबादला किया गया था। इस बार ऐसा कोई एफिडेविट नहीं लिया गया और कहा जा रहा ऐसा नियम भी नहीं है। ऐसे में उसे वापस उसी जिले में भेजने का विकल्प बचा है। इसी तरह जूनियर में टीईटी और गैर टीईटी वालों को लेकर भी पेच फंसा था। इस मामले में गैर टीईटी वालों को कोर्ट के आदेश के अधीन तबादले की मंजूरी दे दी गई है। इसी तरह की तकनीकी दिक्कतों की जांच कर ब्योरा अपडेट होना है, जो अभी तक नहीं हो पाया।



हाल–ए–अंतर्जनपदीय तबादला  :  पहले किए गए तबादले, अब कर रहे निरस्त,  प्रभावित बेसिक शिक्षक दो माह से तैनाती व कार्यमुक्ति के लिए भटक रहे और कर रहे धरना-प्रदर्शन और घेराव 


काफी संख्या में शिक्षकों के तबादले निरस्त किए जा रहे हैं। कहीं पर इसका कारण जिले में समय से न होने वाली पदोन्नति बताई जा रही है, तो कहीं पर भारांक को सही नहीं बताया जा रहा है। शिक्षकों के ट्रांसफर का यह मामला कई महीनों से चल रहा है।


बेसिक शिक्षा विभाग में एक से दूसरे जिले में हुए तबादलों को लेकर खिचड़ी है कि पक ही नहीं पा रही है। विभाग अब अपने ही किए तबादलों को कहीं मौखिक तो कहीं लिखित रूप से निरस्त कर रहा है। इससे प्रभावित शिक्षक दो माह से तैनाती व कार्यमुक्त के लिए भटक रहे और आए दिन धरना-प्रदर्शन, घेराव कर रहे हैं।


विभाग ने कई साल बाद लंबी कवायद के बाद जून अंत में 16614 शिक्षकों के तबादले की सूची जारी की। इसके बाद उनसे जुड़ी प्रक्रिया शुरू की गई लेकिन वह पूरी नहीं हो पा रही है। कई बार के पत्राचार के बार भी कई जिलों में बीएसए सूचनाएं नहीं अपडेट कर पा रहे हैं। इसी बीच काफी संख्या में शिक्षकों के तबादले निरस्त किए जा रहे हैं। कहीं पर इसका कारण जिले में समय से न होने वाली पदोन्नति बताई जा रही है, तो कहीं पर भारांक को सही नहीं बताया जा रहा है।


अब इससे प्रभावित शिक्षक आए दिन जहां बीएसए कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं वहीं बेसिक शिक्षा निदेशालय से लेकर राज्य शैक्षिक तकनीकी संस्थान (एसईआईटी) पर आए दिन धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब विभिन्न स्तर की जांच के बाद उनका तबादला किया गया तो फिर अब किस आधार पर उन्हें रोका जा रहा है। इस धीमी गति से चल रही प्रक्रिया के बीच दो महीने बीत गए और अभी तक शिक्षकों का स्कूल आवंटन भी नहीं हो पा रहा है। इन सबका असर विद्यालयों में पठन-पाठन पर भी पड़ रहा है।


■ कार्यमुक्त शिक्षकों को वेतन भी नहीं मिल रहा

एक तरफ तो शिक्षक कार्यमुक्त के लिए भटक रहे हैं। वहीं जिन शिक्षकों को कार्यमुक्त किया गया और उन्होंने बीएसए के यहां ज्वॉइन कर लिया लेकिन उनका वेतन नहीं बन रहा है। जानकारी के अनुसार वह जिस जिले से तबादला पाकर आए हैं वहां से लास्ट पेमेंट सर्टिफिकेट (एलपीए) नहीं आ पा रहा है। ऐसे में उनका वेतन भी नहीं जारी हो पा रहा है।

■ जिलों से मांगी गई है अपडेट सूचना

परिषदीय विद्यालयों में हुए 16614 तबादलों को लेकर बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल ने तीन दर्जन से अधिक जिलों से सूचना मांगी है। उन्होंने कहा है कि कुछ ऐसे शिक्षक व शिक्षिकाओं का तबादला हुआ है, जिनके बैच की पदोन्नति उनके जिले में अपडेट नहीं हुई है। ऐसे शिक्षकों की निर्धारित प्रारूप पर बीएसए जल्द से जल्द सूचना उपलब्ध कराएं।

16614 तबादला पाए शिक्षक दो माह से भटक रहे हैं, विभाग अभी भी जुटा रहा डाटा, कार्यमुक्त शिक्षकों को नहीं मिल पा रहा वेतन Reviewed by प्रवीण त्रिवेदी on 5:55 AM Rating: 5

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