राज्य/राष्ट्रीय अध्यापक पुरस्कार के लिए साक्षात्कार प्रक्रिया आज से
लखनऊ (एसएनबी)। राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए साक्षात्कार की प्रक्रिया
बुधवार से शुरू होगी। शिक्षकों को साक्षात्कार के लिए 12 से 15 जून के मध्य
प्रात: दस बजे से निशातगंज स्थित बेसिक शिक्षा निदेशालय में क्रमवार
बुलाया गया है। राज्य पुरस्कार प्रदान करने के शिक्षकों को चयनित करने के
लिए केन्द्र सरकार ने चयन प्रक्रिया में परिवर्तन किया है। इसके
तहत राज्य पुरस्कार के लिए आवेदन करने वाले अध्यापकों को अब साक्षात्कार
देना होगा। साक्षात्कार के लिए अध्यापकों को चयन समिति के समक्ष उपस्थि
होना होगा, जहां उन्हें एनसीएफ- 2005 एवं आरटीई एक्ट-2009 की जानकारी,
विद्यालय का पिछले दो वर्षो का शैक्षिक परिणाम, शिक्षक अधिगम सामग्री का
विकास, बच्चों के आकलन की प्रक्रिया, शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए
किए गये कायरे सहित नौ बिन्दुओं पर प्रस्तुतीकरण करना होगा। इससे पूर्व
राज्य पुरस्कार का आवेदन करने वाले अध्यापक एक बुकलेट भरकर जमा कर देते थे,
जिसे जिला कमेटी आगे बढ़ा देती थी। इस प्रक्रिया में कमेटी के लोग अपने
चहेते शिक्षकों को आगे बढ़ाने में नहीं चूकते थे। इसे लेकर चयन प्रक्रिया
में परिवर्तन किया गया है।
लखनऊ
(ब्यूरो)। राज्य या राष्ट्रीय अध्यापक पुरस्कार देने से पहले अब शिक्षकों
की बौद्धिक क्षमता को परखा जाएगा। इसमें पास होने वाले ही अब इन पुरस्कारों
के हकदार होंगे। बेसिक शिक्षा निदेशालय शिविर कार्यालय में बुधवार से
इंटरव्यू की प्रक्रिया शुरू होगी और 15 जून तक चलेगी। इस संबंध में संयुक्त
शिक्षा निदेशक बेसिक रूबी सिंह ने एडी बेसिक और बेसिक शिक्षा अफसरों को
निर्देश दिए कि राज्य या राष्ट्रीय अध्यापक पुरस्कार पाने के लिए आवेदन
करने वालों को इसकी जानकारी देते हुए इंटरव्यू के लिए भेजा जाए।
केंद्र और राज्य सरकारें शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर योगदान देने वाले शिक्षकों को पुरस्कार देती हैं। इस पुरस्कार से नवाजे जाने वालों को दो साल का सेवा विस्तार देने के साथ अन्य कई सुविधाएं दी जाती हैं। अभी तक इन पुरस्कारों को बेसिक शिक्षा अधिकारी और एडी बेसिक संस्तुति करते हुए बेसिक शिक्षा निदेशालय भेजता था। इसके बाद प्रस्ताव बनाते हुए शासन को भेजा जाता था। शासन स्तर पर बनी समिति इसकी संस्तुति करती थी। पर इस साल से यह व्यवस्था बदल दी गई है। नई व्यवस्था के आधार पर अब शिक्षकों को पहले इंटरव्यू देना होगा। इसके बाद शासन को इसकी संस्तुति की जाएगी।
केंद्र और राज्य सरकारें शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर योगदान देने वाले शिक्षकों को पुरस्कार देती हैं। इस पुरस्कार से नवाजे जाने वालों को दो साल का सेवा विस्तार देने के साथ अन्य कई सुविधाएं दी जाती हैं। अभी तक इन पुरस्कारों को बेसिक शिक्षा अधिकारी और एडी बेसिक संस्तुति करते हुए बेसिक शिक्षा निदेशालय भेजता था। इसके बाद प्रस्ताव बनाते हुए शासन को भेजा जाता था। शासन स्तर पर बनी समिति इसकी संस्तुति करती थी। पर इस साल से यह व्यवस्था बदल दी गई है। नई व्यवस्था के आधार पर अब शिक्षकों को पहले इंटरव्यू देना होगा। इसके बाद शासन को इसकी संस्तुति की जाएगी।
पुरस्कार के लिए आवेदन करने वाले शिक्षकों से नेशनल कैरीकुलम फ्रेम 2005, शिक्षा का अधिकार अधिनियम की जानकारी के बारेे में पूछे जाने के साथ उसके स्कूल के दो साल का परिणाम देखा जाएगा। शिक्षकों से पाठ्यक्रम, शिक्षण अधिगम, शिक्षा में नए प्रयोग, आकलन प्रक्रिया, सेवाकाल के दौरान प्रशिक्षण और शिक्षा गुणवत्ता सुधार के लिए उसके द्वारा किए गए कार्यों की जानकारी प्राप्त की जाएगी।
राज्य/राष्ट्रीय अध्यापक पुरस्कार के लिए साक्षात्कार प्रक्रिया आज से
Reviewed by प्रवीण त्रिवेदी
on
7:44 AM
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