शैक्षिक गुणवत्ता एवं पर्यवेक्षण रिपोर्ट : शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए शिक्षकों को हर माह ट्रेनिंग की जरूरत !
- शासन को भेजी गई शैक्षिक गुणवत्ता एवं पर्यवेक्षण रिपोर्ट में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिये दिये गये सुझाव :-
1.जनपद स्तर पर एनालिसिस विंग का गठन करना
2.बच्चों की समस्या के मूल में जाकर उसे हल करना
3.बिना तनाव के बच्चों की गुणवत्ता हर महीने जांचना
4.शिक्षकों को हर महीने प्रशिक्षित करना
बरेली।
जिले के बेसिक शिक्षक पढ़ाई का वह माहौल नहीं बना पा रहे हैं जो आज के दौर
में बच्चों के लिए जरूरी है। उन्हें खुद ही ट्रेनिंग की जरूरत है। बेसिक
शिक्षा विभाग की ओर से शासन को भेजी गई शैक्षिक गुणवत्ता एवं पर्यवेक्षण
रिपोर्ट तो यही इशारा कर रही है। रिपोर्ट में कहा गया है कि परिषदीय
स्कूलों में शिक्षक बच्चों को सिर्फ रटना सिखाते हैं। उनको ठोस वस्तुओं के
साथ अंकों या शब्दों का ज्ञान नहीं कराया जाता। इस वजह से वह प्रारंभिक
कक्षाओं में मौखिक अभिव्यक्ति तो कर लेते हैं, लेकिन बुनियादी ज्ञान तक
नहीं पहुंच पाते। शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए शिक्षकों को हर माह
ट्रेनिंग की जरूरत है।
रिपोर्ट में यह भी
कहा गया है कि प्राइमरी और जूनियर स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों में बेसिक
समझ की कमी है। कक्षा एक या दो में बच्चे सामान्य जोड़ घटाना और गुणा आदि
के सवाल भी दायीं के बजाय बायीं ओर से हल करते हैं। बच्चों को यांत्रिक
वर्णमाला के जरिये लेखन का अभ्यास कराने की जरूरत है। कक्षा पांच या इससे
आगे की कक्षाओं में शिक्षकों को गणित की अवधारणाओं की पूरी समझ नहीं है।
शिक्षक बच्चों को परंपरागत तरीके से सवाल हल कराने या रटाने की कोशिश करते
हैं, जो बच्चे की समझ से बाहर होता है। शिक्षक बच्चों को समूह में पढ़ाई
करने को प्रेरित करें तो उनमें सीखने की ललक पैदा होगी।
शैक्षिक गुणवत्ता एवं पर्यवेक्षण रिपोर्ट : शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए शिक्षकों को हर माह ट्रेनिंग की जरूरत !
Reviewed by Brijesh Shrivastava
on
9:58 AM
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1 comment:
This is a very good advise.
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