बीटीसी प्रशिक्षु गरजे, किया घेराव और पैदल मार्च
इलाहाबाद (ब्यूरो)। प्राथमिक विद्यालयों में सहायक पद पर नियुक्ति की मांग को लेकर बीटीसी-2011 के बाद विशिष्ट बीटीसी का प्रशिक्षुओं ने बुधवार को जमकर आक्रोश जताया। बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय का घेराव करते हुए पैदल मार्च निकाला।
प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके लोगों ने कहा कि बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से शासन को प्रस्ताव तीन महीने पहले ही भेजा गया था, जिसके बाद शिक्षा मंत्री राम गोविंद चौधरी ने प्रस्ताव का अनुमोदन कर सचिव स्तर पर कार्रवाई के लिए भेज दिया लेकिन उसके बाद कोई कार्रवाई नहीं की गई। बीटीसी-2011 के प्रशिक्षुओं के लिए न तो भर्ती के लिए कोई विज्ञापन निकाला गया और न ही विज्ञापन निकालने की तिथि घोषित की जा रही है। घेराव में जितेंद्र प्रताप सिंह, प्रेम कुमार वर्मा, अरविंद, राकेश, कृष्ण कुमार, विजय मिश्रा, संजीव, नितिन, देवेंद्र साहब लाल, सोनम, प्रतिमा सिंह, पूनम आदि रहे।
प्राथमिक स्कूलों में नियुक्ति पाने के लिए बीटीसी 2011 एवं विशिष्ट बीटीसी का प्रशिक्षण पा चुके युवाओं ने बुधवार को हुंकार भरी। सभी ने एकजुट होकर पैदल मार्च किया और फिर बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय का घेराव किया। युवा नियुक्ति आदेश जारी करने में हो रहे विलंब को लेकर आक्रोशित थे।
प्रदेश के सभी जिलों से आए प्रशिक्षित बेरोजगारों ने वह लंबे समय से नियुक्ति शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन इंतजार की भी हद होती है। प्रशिक्षुओं ने कहा कि बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव ने शासन को नियुक्ति का प्रस्ताव भी तीन माह पहले भेज दिया है फिर भी अनसुनी हो रही है। कुछ युवाओं ने यह भी कहा कि शिक्षा मंत्री ने प्रस्ताव का अनुमोदन कर दिया है अब सचिव स्तर पर देरी हो रही है।
युवाओं ने कहा कि वैसे तो शिक्षा विभाग में इन दिनों भर्तियों की बहार चल रही है, लेकिन करीब 15 हजार प्रशिक्षित बेरोजगार सालों से इंतजार कर रहे हैं। इसमें करीब 2500 विशिष्ट बीटीसी हैं। हालत यह है कि हाईकोर्ट ने भी निर्देश दिया है कि भर्ती में प्रशिक्षित अभ्यर्थियों को वरीयता दी जाए। विशिष्ट बीटीसी के प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि शासन तक मांग पहुंचाने के लिए अभ्यर्थी धरना व कैंडल मार्च निकाल चुके हैं अब हताशा हो रही है। युवाओं ने कार्यालय में ज्ञापन सौंपा है। सचिव के न होने से उन्हें फिर निराशा हाथ लगी।
खबर साभार : अमर उजाला
प्राथमिक स्कूलों में नियुक्ति पाने के लिए बीटीसी 2011 एवं विशिष्ट बीटीसी का प्रशिक्षण पा चुके युवाओं ने बुधवार को हुंकार भरी। सभी ने एकजुट होकर पैदल मार्च किया और फिर बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय का घेराव किया। युवा नियुक्ति आदेश जारी करने में हो रहे विलंब को लेकर आक्रोशित थे।
प्रदेश के सभी जिलों से आए प्रशिक्षित बेरोजगारों ने वह लंबे समय से नियुक्ति शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन इंतजार की भी हद होती है। प्रशिक्षुओं ने कहा कि बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव ने शासन को नियुक्ति का प्रस्ताव भी तीन माह पहले भेज दिया है फिर भी अनसुनी हो रही है। कुछ युवाओं ने यह भी कहा कि शिक्षा मंत्री ने प्रस्ताव का अनुमोदन कर दिया है अब सचिव स्तर पर देरी हो रही है।
युवाओं ने कहा कि वैसे तो शिक्षा विभाग में इन दिनों भर्तियों की बहार चल रही है, लेकिन करीब 15 हजार प्रशिक्षित बेरोजगार सालों से इंतजार कर रहे हैं। इसमें करीब 2500 विशिष्ट बीटीसी हैं। हालत यह है कि हाईकोर्ट ने भी निर्देश दिया है कि भर्ती में प्रशिक्षित अभ्यर्थियों को वरीयता दी जाए। विशिष्ट बीटीसी के प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि शासन तक मांग पहुंचाने के लिए अभ्यर्थी धरना व कैंडल मार्च निकाल चुके हैं अब हताशा हो रही है। युवाओं ने कार्यालय में ज्ञापन सौंपा है। सचिव के न होने से उन्हें फिर निराशा हाथ लगी।
खबर साभार : दैनिक जागरण
बीटीसी प्रशिक्षु गरजे, किया घेराव और पैदल मार्च
Reviewed by प्रवीण त्रिवेदी
on
6:14 AM
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