बीटीसी-2014 के दाखिलों के शासनादेश के शैड्यूल के विपरीत 10 दिन बाद भी न तो विज्ञापन जारी हुआ और न ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू हुआ
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बीटीसी-2014 के दाखिलों
का शासनादेश जारी कर दिया गया। दो दिन में विज्ञापन जारी करने और उसके एक
हफ्ते में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के आदेश दिए गए। प्रदेश भर से अभ्यर्थी
परेशान हैं लेकिन 10 दिन बाद भी न तो विज्ञापन जारी हुआ और न ऑनलाइन
रजिस्ट्रेशन शुरू हुआ। हकीकत यह है कि सभी जिला शिक्षा प्रशिक्षण
संस्थान(डायट) अभी तक 2013 के ही दाखिले कर रहे हैं। बीटीसी का सत्र दो
साल पीछे चल रहा है। अब 2015 के दाखिले शुरू होने चाहिए थे लेकिन 2013 के
दाखिल चल रहे हैं। सभी डायट कॉलेजों को छात्र आवंटित कर रहे हैं। सभी डायट
और एससीईआरटी की वेबसाइट पर भी 2013 की काउंसलिंग की ही सूचना है। पांचवीं
काउंसलिंग अभी चल रही है। कई कॉलेजों की भी शिकायत हैं कि दो साल पुराने
दाखिले अब हो रहे हैं। कई कॉलेजों को अभी तक 2013 के ही पूरे छात्र नहीं
दिए गए हैं। उनके यहां सीटें खली हैं। उधर प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा एचएल गुप्ता ने 2014 के दाखिले शुरू करने के लिए सात जुलाई को शासनादेश जारी किया। कहा गया कि शासनादेश जारी करने के दो दिन के भीतर परीक्षा नियामक प्राधिकारी की ओर से विज्ञापन जारी किया जाएगा उसके बाद एक हफ्ते तक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होगा। अभी तक न तो विज्ञापन जारी हुआ और न रजिस्ट्रेशन शुरू हुआ। बीटीसी का विज्ञापन ही जारी नहीं हुआ |
दाखिले शुरू होने में अभी वक्त लगेगा। दरअसल, एनआईसी के पास अभी और काम हैं। ऐसे में जुलाई अंत में ही 2014 के दाखिलों की शुरुआत हो पाएगी। -मीना मिश्रा, परीक्षा नियामक प्राधिकारी
सरकार की गलत नीतियों के कारण सत्र लेट हो रहा है। इससे छात्रों का नुकसान हो रहा है। सत्र नियमित नहीं कर पाते और उसके बाद जीरो सेशन करने की बात होती है। -विनय त्रिवेदी, अध्यक्ष स्ववित्तपोषित महाविद्यालय असोसिएशन
बीटीसी-2014 के दाखिलों के शासनादेश के शैड्यूल के विपरीत 10 दिन बाद भी न तो विज्ञापन जारी हुआ और न ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू हुआ
Reviewed by प्रवीण त्रिवेदी
on
9:16 AM
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