12 हजार प्राथमिक शिक्षकों की होगी भर्ती, चुनाव की अधिसूचना जारी होने से पहले सरकार एक बार फिर शिक्षकों की भर्ती की तैयारी में, पद सृजन न होने के बाद भी 4 हजार सामान्य पदों को उर्दू में बदलने का प्रस्ताव
☀ परिषद ने शासन को भेजा प्रस्ताव16उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति को चार हजार पद परिवर्तित करने की सिफारिश
लखनऊ : विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने से पहले सरकार परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में एक बार और शिक्षकों की भर्ती करना चाहती है। माध्यमिक शिक्षा विभाग ने परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में 12 हजार रिक्त पदों पर शिक्षकों की भर्ती का प्रस्ताव भेजा है। इनमें से ज्यादातर पद इसी साल 31 मार्च को शिक्षकों के रिटायरमेंट की वजह से खाली हुए हैं।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कुछ अरसा पहले चार हजार उर्दू शिक्षकों की भर्ती का एलान किया था। उर्दू शिक्षकों की भर्ती के लिए सृजित पद उपलब्ध नहीं हैं। लिहाजा बेसिक शिक्षा परिषद ने जो प्रस्ताव भेजा है, उसमें 12 हजार रिक्त पदों में से चार हजार पदों को उर्दू शिक्षक के पद में परिवर्तित करने की सिफारिश की है। शेष आठ हजार पदों पर सामान्य भर्ती होगी।
शिक्षकों के सामान्य पदों को उर्दू शिक्षक के पद में परिवर्तित करने के मकसद से बेसिक शिक्षा विभाग ने प्रस्ताव को कार्मिक विभाग को उसकी राय के लिए भेजा है। इससे पहले शासन ने वर्ष 2013 में उर्दू शिक्षकों के 4280 पदों पर भर्ती की थी। 1इसके बाद पिछले साल सर्व शिक्षा अभियान के तहत वर्ष 2011-12 में सप्लीमेंट्री प्लान के तहत स्वीकृत 9974 प्राथमिक स्कूलों में सृजित किये गए शिक्षकों के 19948 नये पदों में से 3500 पदों को सहायक अध्यापक (उर्दू भाषा) में बदला गया था।
शिक्षकों के सामान्य पदों पर भर्ती के लिए अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) उत्तीर्ण बीटीसी/विशिष्ट बीटीसी अभ्यर्थी अर्ह होंगे। वहीं उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति के लिए उर्दू बीटीसी योग्यताधारी या 11 अगस्त 1997 से पहले के मोअल्लिम-ए-उर्दू उपाधिधारकों और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से डिप्लोमा इन टीचिंग उत्तीर्ण करने वाले उन अभ्यर्थियों की नियुक्ति की जाएगी जो भाषा शिक्षकों के लिए आयोजित अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) उत्तीर्ण कर चुके होंगे।
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