राष्ट्रीय अध्यापक पुरस्कार वर्ष 2023 हेतु भारत सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देश जारी, 15 जुलाई तक शिक्षक कर सकेंगे ऑनलाइन आवेदन
राष्ट्रीय अध्यापक पुरस्कार के लिए शिक्षकों को स्कूल शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने और छात्र जीवन को बेहतर बनाने वाले कार्यों की फोटो, ऑडियो और वीडियो आवेदन के साथ आवेदन करना होगा। इस वर्ष पुरस्कार के लिए निजी स्कूलों के शिक्षकों को शामिल करने से आवेदकों की संख्या बढ़ सकती है। आवेदन के लिए फिलहाल 15 जुलाई तक की तिथि निश्चित की गई है।
निजी स्कूल के शिक्षक भी पा सकेंगे राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार
राष्ट्रीय अध्यापक पुरस्कार के लिए अब प्राइवेट स्कूलों के शिक्षक भी आवेदन कर सकेंगे। यही नहीं सीबीएसई, सीआईएससीई समेत राज्यों के बोर्डों के शिक्षक, केंद्रीय विद्यालयों व नवोदय विद्यालयों आदि के शिक्षकों को भी इसमें आवेदन का मौका मिलेगा। आवेदन 15 जुलाई तक किए जाएंगे।
स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने और छात्र जीवन को बेहतर बनाने वाले सभी शिक्षकों के लिए राष्ट्रीय अध्यापक पुरस्कार के दावे खोल दिए गए हैं जो शिक्षक आवेदन कर सकते हैं, उनके लिए स्कूल एजुकेशन एंड लिटरेसी विभाग ने गाइड लाइन जारी की। इसकी जानकारी शहर के स्कूलों को भी दी जा रही है।
ये कर सकते हैं आवेदन
प्राइमरी से हायर सेकेंड्री तक के शिक्षक पुरस्कार के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसमें सभी शासकीय, अशासकीय विद्यालयों के अतिरिक्त राज्य व केंद्र के बोर्डो से मान्यता प्राप्त विद्यालयों के शिक्षक शामिल हैं। सीबीएसई, सीआईएससीई बोर्डों से संबद्ध शिक्षकों को भी अर्ह माना गया है। इनमें निजी विद्यालय भी शामिल हैं।
राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए अब दस साल का अनुभव होगा जरूरी, शिक्षा मंत्रालय ने गाइड लाइन में किया बदलाव
राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए अब दस साल का अनुभव जरूरी होगा। शिक्षा मंत्रालय ने गाइड लाइन में बदलाव किया है। अब राज्यों के शिक्षा बोर्डों से संबद्ध निजी स्कूलों के शिक्षक भी इसमें हिस्सा ले सकेंगे। पुरस्कारों की भी संख्या 47 से बढ़ाकर 50 की गई है। इनमें दो दिव्यांग शिक्षक भी शामिल होंगे। पुरस्कार के लिए 15 जुलाई तक आवेदन किए जा सकेंगे।
राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए अब दस साल का अनुभव होगा जरूरी
नई दिल्ली । राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कारों के पात्रता नियमों में शिक्षा मंत्रालय ने बड़ा बदलाव किया है। इसके तहत दस साल का अनुभव रखने वाले शिक्षक या प्रधानाध्यापक ही अब इसके लिए पात्र होंगे। वहीं स्कूलों में संविदा पर पढ़ाने वाले शिक्षक या फिर शिक्षा मित्र इसमें शामिल नहीं हो सकेंगे।
अब 50 शिक्षकों का होगा सम्मान
इसके साथ ही, मंत्रालय ने हर साल दिए जाने वाले पुरस्कारों की संख्या भी बढ़ा दी है, जिसमें अब 47 की जगह देश भर के 50 शिक्षकों को यह सम्मान दिया जाएगा। इनमें दो दिव्यांग शिक्षक भी होंगे।
15 जुलाई तक होंगे आवेदन
शिक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के पात्रता नियमों और संख्या में इस बदलाव के साथ ही इसके लिए देश भर के शिक्षकों से आवेदन आमंत्रित किए है, जो 15 जुलाई तक किए जा सकेंगे। ये आवेदन जिलों और राज्यों से होते हुए शिक्षा मंत्रालय के पास पहुंचेंगे। इस दौरान प्रत्येक राज्यों से भेजे जाने वाले आवेदनों की संख्या भी तय कर दी गई है।
निजी स्कूलों के शिक्षक भी पा सकेंगे पुरस्कार
मंत्रालय के मुताबिक, इस बार के राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार को लेकर जो और भी बड़े बदलाव किए गए है, उनमें अब राज्यों से शिक्षा बोर्डों से संबंधित निजी स्कूलों के शिक्षक भी शामिल हो सकेंगे। अब तक ऐसे शिक्षक आवेदन नहीं कर सकते थे।
राष्ट्रीय अध्यापक पुरस्कार वर्ष 2023 हेतु भारत सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देश जारी, 15 जुलाई तक शिक्षक कर सकेंगे ऑनलाइन आवेदन
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