स्कूलों में नवप्रयोगों को बढ़ावा देने पर जोर, डायट में लगाए जाने वाले नवाचार मेले में होगा प्रदर्शन
स्कूलों में नवप्रयोगों को बढ़ावा देने पर जोर, डायट में लगाए जाने वाले नवाचार मेले में होगा प्रदर्शन
26 अप्रैल 2025
लखनऊ : नवाचार मेले के लिए सभी परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों से नव प्रयोगों पर आधारित माडल मांगे जाएंगे। अच्छे नव प्रयोगों को सभी जिलों के जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) में लगाए जाने वाले नवाचार मेले में प्रदर्शित किया जाएगा। इसके माध्यम से शिक्षकों को पढ़ाई में नव प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
बेसिक शिक्षा विभाग ने शैक्षिक गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए नवाचार बैंक बनाया है। अच्छे शिक्षकों के नव प्रयोगों को इस बैंक में जमा करने की व्यवस्था की गई है। शिक्षकों के अच्छे नव प्रयोगों को नवाचार मेले के माध्यम से सामने लाया जाएगा।
गर्मियों की छुट्टियों के बाद डायट में यह नवाचार मेले आयोजित किए जाएंगे। स्कूली शिक्षा महानिदेशालय की ओर से सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे प्रत्येक विद्यालय से नवाचार मेले के लिए माडल मांगें। दूसरे शिक्षकों को भी नव प्रयोगों के लिए प्रेरित किया जाएगा।
स्कूलों में नव प्रयोगों को बढ़ावा देने के लिए बनेगा शैक्षिक नवाचार बैंक
• शिक्षक एक-दूसरे के नव प्रयोगों का करेंगे उपयोग
• डायट पर आयोजित किया जाएगा नवाचार महोत्सव
10 जुलाई 2023
लखनऊ । परिषदीय स्कूलों में नव प्रयोगों को बढ़ावा देने के लिए राज्य स्तर पर शैक्षिक नवाचार बैंक बनाया जाएगा। प्रदेश भर में बेहतर ढंग से शिक्षा देने के लिए नए-नए प्रयोग कर रहे शिक्षकों के नवाचार इस बैंक के माध्यम से एकत्र किए जाएंगे। फिर उनमें से सबसे अच्छे नवाचार के माध्यम से स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई कराई जाएगी। जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) में इसके लिए नवाचार महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इस महोत्सव में शिक्षकों द्वारा स्कूलों में किए जा रहे अच्छे-अच्छे प्रयोगों को प्रदर्शित किया जाएगा।
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के निदेशक पवन सचान ने बताया कि विभिन्न परिषदीय स्कूलों के शिक्षक एक से बढ़कर एक नवाचार कर रहे हैं, लेकिन वह सामने नहीं आ पा रहा है। ऐसे में अब शैक्षिक नवाचार बैंक बनाया जाएगा और इसमें सभी शिक्षकों के नवाचार एकत्र किए जाएंगे। फिर किस शिक्षक ने किस विषय में बेहतर नव प्रयोग किया है, इसे डायट के विशेषज्ञ जांचेंगे। चयनित नवाचारों में से श्रेष्ठ नवाचार को चिह्नित किया जाएगा और उसे संकलित किया जाएगा।
इस श्रेष्ठ नवाचार की मदद से सभी विद्यालयों में पढ़ाई कराने पर जोर दिया जाएगा। शिक्षकों में अच्छा कार्य करने के लिए आपसी प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और इसका लाभ विद्यार्थियों को मिलेगा। परिषदीय स्कूलों में अब संसाधन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। स्कूलों में स्मार्ट क्लास के माध्यम से पढ़ाई कराने की व्यवस्था भी की जा रही है। नए शैक्षिक सत्र से परिषदीय स्कूलों के कक्षा छह से कक्षा आठ तक के छात्र आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस व कोडिंग इत्यादि भी कोर्स में पढ़ेंगे। ऐसे में अब नवाचार को बढ़ावा दिया जाएगा।
स्कूलों में नवप्रयोगों को बढ़ावा देने पर जोर, डायट में लगाए जाने वाले नवाचार मेले में होगा प्रदर्शन
Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 2
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5:03 AM
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