प्राथमिक कक्षाओं के बच्चों हेतु अंग्रेजी भाषा में Listening तथा Speaking Skills को विकसित एवं सुदृढ़ करने के लिए आंग्ल भाषा शिक्षण संस्थान द्वारा विकसित ऑडियो कन्टेन्ट के उपयोग के सम्बन्ध में
Hindi Day 2023 परिषदीय स्कूलों में कक्षा एक से पांच तक के विद्यार्थियों को अंग्रेजी भाषा समझने और बोलने में दक्ष बनाने की तैयारी है। वे स्थानीय बोली के साथ खड़ी बोली हिंदी में भी प्रवीण होंगे। इसके लिए आंग्ल भाषा शिक्षण संस्थान ने शैक्षणिक सामग्री विकसित की है। उसे यू ट्यूब पर भी अपलोड किया जा रहा है ताकि बच्चे आसानी से पढ़ सके।
प्रयागराज: परिषदीय स्कूलों में कक्षा एक से पांच तक के विद्यार्थियों को अंग्रेजी भाषा समझने और बोलने में दक्ष बनाने की तैयारी है। वे स्थानीय बोली के साथ खड़ी बोली हिंदी में भी प्रवीण होंगे। इसके लिए आंग्ल भाषा शिक्षण संस्थान ने शैक्षणिक सामग्री विकसित की है। उसे यू ट्यूब पर भी अपलोड किया जा रहा है।
स्कूलों में उसका प्रयोग कर बच्चों की विशेष कक्षाएं प्रत्येक सोमवार को चलाई जाएंगी। प्रदेश के सभी प्राथमिक विद्यालयों में कक्षा कक्ष का वातावरण सुधारने, आकर्षक बनाने व अतिरिक्त शैक्षणिक सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए दो ब्लूटुथ इनेबल्ड स्पीकर खरीदने के निर्देश दिए गए हैं।
आंग्ल भाषा शिक्षण संस्थान की ओर से तैयार सामग्री रोचक होने के साथ बाल केंद्रित और ज्ञानवर्धक है। राज्य परियोजना निदेशक कार्यालय की ओर से जारी पत्र में सभी बेसिक शिक्षाधिकारियों को निर्देशित है कि शैक्षणिक सामग्री यू ट्यूब चैनल ELTI PRAYAGRAJ से अपलोड कर साउंड सिस्टम के जरिए सुनाई जाएगी। इसका यूआरएल https://www.youtube.com/@eltiprayagraj3813 है।
इससे बच्चों में अंग्रेजी भाषा को सुनने, बोलने, समझने तथा अंग्रेजी भाषा के शब्दों को आत्मसात करते हुए अंग्रेजी में मौखिक संप्रेषण को प्रोत्साहित करने में मदद मिलेगी। कक्षा एक से पांच तक के लिए (प्रत्येक कक्षा के लिए 20-20 आडियो कंटेंट) लगभग दस दस मिनट की शैक्षणिक सामग्री है।
कक्षावार आडियो कंटेंट के लिंक भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इनके प्रयोग के लिए हैंडबुक आंग्ल भाषा शिक्षण संस्थान की वेबसाइट www.eltiup.org पर उपलब्ध है। eltiup.org/downloads.php के आडियो कंटेंट हैंडबुक सेक्शन में जाकर डाउनलोड किये जा सकते हैं।
भाषा के साथ नैतिक मूल्यों को भी समझेंगे बच्चे
आंग्ल भाषा शिक्षण संस्थान के प्राचार्य स्कंद शुक्ल ने बताया कि शैक्षणिक सामग्री नई शिक्षा नीति के अनुसार बनाई गई है। इसमें पंचतंत्र, हितोपदेश जैसी कहानियां, गीत आदि का प्रयोग हुआ है। इससे विद्यार्थी भाषा सीखने के साथ नैतिक मूल्यों के प्रति भी सतर्क होंगे। अंग्रेजी के साथ उन्हें खड़ी बोली हिंदी का भी अभ्यास कराया जाएगा। सब से पहले विद्यार्थी आडियो को सुनेंगे।
No comments:
Post a Comment