शैक्षिक सत्र 2025-26 में ग्रीष्मावकाश के पश्चात् विद्यालय पुनः खुलने पर नव प्रवेशित छात्र-छात्राओं का स्वागत एवं "स्कूल चलो अभियान" (द्वितीय चरण) के संचालन के सम्बन्ध में।

स्कूलों में आज से बजेगी घंटी, बच्चों को मिलेंगी नई किताबें, स्कूल चलो अभियान का दूसरा चरण आज से, प्रचार-प्रसार को हर जिले को मिले दो लाख रुपये

लखनऊः गर्मी की छुट्टियों के बाद एक बार फिर स्कूलों की रौनक लौटने वाली है। मंगलवार से प्रदेश के 1.32 लाख परिषदीय विद्यालयों के द्वार खुलने जा रहे हैं। करीब दो करोड़ बच्चे स्कूलों में लौटेंगे। इस बार न सिर्फ 'स्कूल चलो अभियान' के दूसरे चरण की शुरुआत होगी, बल्कि पहली से तीसरी कक्षा तक के उन 45 लाख बच्चों को भी नई किताबें मिलेंगी, जो अप्रैल में बगैर किताबों के स्कूल आ रहे थे। बेसिक शिक्षा विभाग ने निर्देश दिया है कि स्कूल खुलते ही नव प्रवेश लेने वाले बच्चों का गर्मजोशी से स्वागत किया जाए। हर स्कूल को निर्देश मिला है कि बच्चों को सहज, प्रेरक और उत्साहवर्धक माहौल मिले।

बेसिक शिक्षा निदेशक प्रताप सिंह बघेल के मुताबिक, सभी जिलों के बीएसए को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि नामांकन अभियान में कोई कोताही न हो। जनप्रतिनिधियों, विद्यालय प्रबंधन समितियों, मातृ समूहों और स्थानीय समाजसेवियों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाए। गांवों और मोहल्लों में अभिभावकों की बैठकें आयोजित कर उन्हें प्रेरित किया जाएगा कि वे अपने बच्चों को स्कूल भेजें और यूनिफार्म पहनाकर नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करें। उधर, अप्रैल में स्कूल खुलने पर पहली से तीसरी कक्षा तक के बच्चों को किताबें नहीं मिल पाई थीं, जिससे वे खाली हाथ स्कूल आ रहे थे। अब किताबें जिलों तक पहुंच चुकी हैं और स्कूल खुलते ही 45 लाख बच्चों को मुफ्त पाठ्यपुस्तकें वितरित की जाएंगी। बेसिक शिक्षा विभाग ने जिलों के बीएसए को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि किसी भी स्कूल में किताबों की कमी न हो।

विभाग का दावा है कि नामांकन कराने वाले सभी बच्चों के अभिभावकों के खातों में यूनिफार्म, बैग और अन्य मदों की धनराशि ट्रांसफर की जा चुकी है। 'स्कूल चलो अभियान' के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए सरकार ने हर जिले को दो लाख रुपये की धनराशि पहले ही जारी कर दी है। यह राशि अभियान के प्रचार-प्रसार, जनभागीदारी, बाल मेलों, रैलियों, पैम्पलेट व पोस्टर आदि के लिए उपयोग की जाएगी। विभाग इस बार स्कूलों को सिर्फ किताबों तक सीमित नहीं रख रहा। विशेष कक्षाएं, बालसभा, प्रार्थना में संवाद और 'खेल के साथ शिक्षा' जैसे नवाचारों पर भी जोर रहेगा।



आज से खुलेंगे परिषदीय स्कूल,  पहले दिन बच्चों का किया जाएगा स्वागत, आज से 15 जुलाई तक चलेगा स्कूल चलो अभियान


01 जुलाई 2025
लखनऊ। प्रदेश में बेसिक व माध्यमिक शिक्षा विभाग के स्कूल गर्मी की छुट्टियों के बाद मंगलवार एक जुलाई से खुलेंगे। इसके साथ ही शैक्षिक सत्र 2025-26 की शुरुआत के साथ ही एक से 15 जुलाई तक स्कूल चलो अभियान का दूसरा चरण पूरे प्रदेश में चलाया जाएगा।

इसके माध्यम से विद्यालयों में बच्चों का नामांकन बढ़ाने के लिए शिक्षक, विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्य व मां समूह के सदस्य घर-घर जाएंगे। वहीं कक्षा एक से तीन तक के 45 लाख से अधिक बच्चों को नए सत्र की किताबें भी मिल जाएंगी।

प्रदेश में परिषदीय विद्यालयों में 20 मई से 15 जून तक गर्मी की छुट्टियां थीं। 16 जून से शिक्षकों और शिक्षामित्रों आदि के लिए विद्यालय खुले लेकिन बच्चों के लिए छुट्टियां 30 जून तक बढ़ा दी गई थीं। इस क्रम में एक जुलाई से सुबह आठ से दोपहर दो बजे तक स्कूलों का संचालन किया जाएगा।

बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से निर्देश दिया गया है कि स्कूलों को सजाया जाए। वहीं मिड-डे-मील में खीर, हलवा आदि परोसा जाएगा। राज्य सरकार ने सभी जिलों में स्कूल चलो अभियान के लिए दो लाख रुपये का बजट स्वीकृत किया है। घर के कार्यों या सामाजिक कारणों से स्कूल से दूर रहने वाली बालिकाओं के नामांकन और उपस्थिति पर विशेष बल दिया जाएगा। अब तक स्कूलों में 1.40 करोड़ बच्चों का नामांकन कराया जा चुका है। बेसिक शिक्षा निदेशक प्रताप सिंह बघेल ने अधिकारियों को निर्देश दिया है बच्चों को डीबीटी की जा चुकी है। वे ड्रेस में स्कूल आएं ये सुनिश्चित किया जाए।






एक जुलाई से दूसरे चरण का चलेगा स्कूल चलो अभियान

स्कूल चलो अभियान का दूसरा चरण एक से 15 जुलाई तक चलेगा। इस बार स्कूल चलो अभियान का असर बेहतर होने की संभावना है।  स्कूल चलो अभियान का पहला चरण एक अप्रैल से चलाया गया था। इस दौरान बच्चों का प्रवेश सुनिश्चित करने व उन्हें स्कूल में आमंत्रित करने के लिए कई जागरूकता रैलियों का आयोजन किया गया। इसके बाद 20 मई को विद्यालयों में ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित कर दिया गया

 दूसरे चरण में भी अधिक से अधिक बच्चों का प्रवेश सुनिश्चित किया जाएगा। एक जुलाई से बच्चों का स्वागत रोली, माला, फूल आदि से होगा। वहीं पहले दिन मीठा व रुचिकर मध्याह्न भोजन बच्चों को परोसने की तैयारी है। बच्चों के लिए ग्रीष्मावकाश 30 जून को खत्म हो जाएगा। वहीं 15 जून से ही विद्यालय में शिक्षक आकर जरूरी कार्य कर रहे हैं। 30 जून तक स्कूलों में सफाई सहित अन्य व्यवस्थाओं को पूरा कराने का निर्देश दिया गया है। 



नव प्रवेशित छात्र-छात्राओं का स्कूलों में होगा भव्य स्वागत, पहले दिन बच्चों का रोली व तिलक लगाकर किया जाएगा स्वागत, बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से की गई अनूठी पहल

ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद बच्चों के लिए स्कूल खुलने पर नव प्रवेशित छात्र-छात्राओं का भव्य स्वागत होगा। इसके अलावा स्कूल चलो अभियान के दूसरे चरण का भी शुभारंभ किया जाएगा। इस संबंध में स्कूली शिक्षा महानिदेशक कंचन वर्मा ने पत्र भेजा है। एक जुलाई से परिषदीय विद्यालयों में पठन-पाठन शुरू होगा। छुट्टी के दौरान स्कूलों के बंद रहने के कारण पुनः खुलने पर विद्यालय परिसर की स्वच्छता व सजावट पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं। 

स्कूली शिक्षा महानिदेशक की ओर से भेजे गए पत्र में कहा गया है कि विद्यालयों की रंगाई-पुताई, सफाई, सजावट तथा रंगोली बनाकर विद्यालयों में उत्सव जैसा वातावरण बनाया जाए। ड्राप आउट बच्चों की सूची बनाकर अभिभावकों से संपर्क बनाया जाएगा। एक से 15 जुलाई तक स्कूल चलो अभियान के दूसरे चरण का आयोजन होगा।

पहले दिन स्कूल आने वाले बच्चों का रोली व तिलक लगाकर स्वागत किया जाए। एक जुलाई को विद्यालय की सजावट कर मिड-डे मील में हलवा व खीर बच्चों को वितरित किया जाए।



एक जुलाई से स्कूल चलो अभियान, ड्रॉपआउट बच्चों की सूची बनाकर करेंगे अभिभावकों से संपर्क

लखनऊ। नए सत्र 2025-26 में गर्मी की छुट्टियों के बाद एक जुलाई से फिर परिषदीय विद्यालयों में पठन-पाठन शुरू होगा। इसके साथ ही एक जुलाई से 15 जुलाई तक दूसरे चरण का स्कूल चलो अभियान शुरू होगा। पहले दिन स्कूल आने वाले बच्चों का रोली, तिलक लगाकर स्वागत किया जाएगा। 

महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा की ओर से विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। इसमें उन्होंने कहा है कि छुट्टियों के बाद स्कूल में पढ़ाई शुरू होने से पहले विद्यालयों की साफ-सफाई कराई जाए। एक जुलाई को विद्यालयों को आकर्षक ढंग से सजाया जाए। पहले दिन मिड-डे-मील में बच्चों के लिए हलवा-खीर दिया जाए। 

स्कूल चलो अभियान में शिक्षक, शिक्षामित्र, अनुदेकश घर-घर जाकर संपर्क करके बच्चों का नामांकन सुनिश्चित कराएं। ड्रॉफआउट व आउट ऑफ स्कूल बच्चों की सूची बनाकर उनके अभिभावकों से संपर्क कर उनकी काउंसिलिंग करें। साथ ही वह नियमित विद्यालय आएं, इसके लिए आवश्यक कदम उठाएं। 



शैक्षिक सत्र 2025-26 में ग्रीष्मावकाश के पश्चात् विद्यालय पुनः खुलने पर नव प्रवेशित छात्र-छात्राओं का स्वागत एवं "स्कूल चलो अभियान" (द्वितीय चरण) के संचालन के सम्बन्ध में।


शैक्षिक सत्र 2025-26 में ग्रीष्मावकाश के पश्चात् विद्यालय पुनः खुलने पर नव प्रवेशित छात्र-छात्राओं का स्वागत एवं "स्कूल चलो अभियान" (द्वितीय चरण) के संचालन के सम्बन्ध में। Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 2 on 5:59 AM Rating: 5

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