खराब प्रगति वाले जिलों के निरीक्षण के क्रम में तीन जिलों की तिथियां र्निर्धारित
खराब प्रगति वाले जिलों के निरीक्षण के क्रम में चार जिलों की तिथियां र्निर्धारित
बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से खराब प्रगति वाले जिलों के निरीक्षण के लिए हाल ही में टीमों का गठन किया गया था। इस क्रम में चार जिलों में निरीक्षण की नई तिथियां तय कर दी गई है।
पांच जिलों के निरीक्षण की तिथि तय
बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से खराब प्रगति वाले जिलों के निरीक्षण के लिए हाल ही में टीमों का गठन किया गया था। इस क्रम में पांच जिलों में निरीक्षण की तिथि तय कर दी गई है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद के अनुसार सीतापुर में आठ मई, हरदोई में नौ मई, बस्ती में 11 मई और बलिया- आजमगढ़ में 18-19 मई को स्थलीय निरीक्षण किया जाएगा। सभी बीएसए को इससे संबंधित आवश्यक तैयारी पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं।
25 राज्य स्तरीय टीमें चेक करेंगी न्यूनतम प्रर्दशन वाले जिलों की शिक्षा व्यवस्था
बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से संचालित प्राइमरी और जूनियर विद्यालयों के प्रगति और बीएसए, बीईओ सहित लेखाधिकारियों की कार्यशैली को परखा जायेगा ये निर्णय शिक्षा महानिदेशक विजय किरण आनंद को ओर से लिया गया है। अधिकारियों के मुताबिक समीक्षा बिन्दु पर सबसे न्यूनतम प्रदर्शन वाले 25 जनपदों के लिए 25 राज्य स्तरीय टीमों का गठन किया गया है।
ये टीमे 24 अप्रैल से निरीक्षण शुरू करेगी जो कि 15 मई तक निरीक्षण जारी रहेगा। प्रत्येक जनपद के अनुसार अधिकारियों को किया गया है। जिन 25 जिलों भ्रमण होगा उसमें बलिया बस्ती, हरदोई, सीतापुर, आजमगढ़, सुल्तानपुर प्रयागराज, बदायूं बुलंदशहर, गोंडा, कन्नौज, कुशीनगर, मथुरा ललितपुर, संतकबीर नगर, प्रतापगढ़ शाहजहांपुर, श्रावस्ती, कानपुर, देहात, सिदार्थनगर, रायबरेली, सोनभद्र, उन्नाव, मिर्जापुर, मऊ को शामिल किया गया है।
निरीक्षण के दौरान आपरेशन कायाकल्प के तहत कम्पोजिट ग्राण्ट की धनराशि के उपभोग की स्थिति के साथ धनराशि से विद्यालयों में किये गये कार्यों की समीक्षा की जायेगी। जिसमें फार्मेट भरे जाने को प्रगति वॉल पेंटिंग की स्थिति व फर्नीचर के पारदर्शी भुगतान के साथ गुणवत्तापूर्ण आपूर्ति भी चेक होगी। वहीं पिछले 3 वर्ष में स्वीकृत निर्माण कार्य पूर्ण होने की स्थिति को भी देखा जायेगा। वहीं मान्यता पटल के तहत पोर्टल के अनुसार प्राप्त आवेदन पत्रों के समयबद्ध निस्तारण की स्थिति । निपुण भारत मिशन के तहत अकादमिक रिसोर्स परसन एवं डायट मेन्टर्स द्वारा शिक्षक अनुपस्थिति की आख्या भी बीएसए को देनी होगी।
खराब प्रदर्शन वाले जिलों का होगा ऑन द स्पॉट निरीक्षण, DGSE भी खुद पांच जिलों का निरीक्षण करेंगे
लखनऊ। स्कूली शिक्षा में खराब प्रदर्शन वाले जिलों का विभाग की ओर दो दिन का भौतिक निरीक्षण कराया जाएगा। इसके लिए निदेशालय ने टीमों का गठन और जांच के बिंदु निर्धारित किए हैं। निरीक्षण के दौरान जिलों में कमियां मिलने पर उत्तरदायित्व तय करते हुए संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
विभागीय मासिक समीक्षा बैठकों में जिन जिलों का प्रदर्शन लगातार खराब मिल रहा है, उनमें से कई में चेतावनी के बावजूद सुधार नहीं किया जा रहा है। इसे मद्देनजर परियोजना निदेशालय की कोर टीम से इन जिलों का निरीक्षण कराने का निर्णय लिया गया है। यह टीम जिलों में ऑपरेशन कायाकल्प, मान्यता पोर्टल, निपुण भारत, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, गवनेंस, वित्त एवं लेखाधिकारी पटल व मानव संपदा से जुड़े कामों की प्रगति व स्थिति देखेगी।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद भी पांच जिलों का निरीक्षण करेंगे। इसके साथ ही अपर परियोजना निदेशक, वरिष्ठ विशेषज्ञ, वित्त नियंत्रक व पाठ्यपुस्तक अधिकारी के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया है। वह निरीक्षण 24 अप्रैल से 15 मई के बीच किया जाएगा। निरीक्षण के बाद पंद्रह दिन में सभी को अपनी रिपोर्ट परियोजना कार्यालय में देनी होगी।
इन जिलों का प्रदर्शन खराब रायबरेली, गोंडा, सीतापुर, सुल्तानपुर श्रावस्ती, बलिया, बस्ती, हरदोई, आजमगढ़, प्रयागराज, बदायूं, बुलंदशहर, कन्नौज, कुशीनगर, मथुरा, ललितपुर, संतकबीरनगर, प्रतापगढ़, शाहजहांपुर, कानपुर देहात, सिद्धार्थनगर, सोनभद्र, उन्नाव, मिर्जापुर व मऊ।
न्यूनतम प्रदर्शन करने वाले जिलों का होगा भौतिक सत्यापन, राज्य स्तरीय 25 टीमें 24 अप्रैल से 15 मई तक जांचेंगी इन जिलों की शिक्षा व्यवस्था
परखी जाएगी बीएसए और खंड शिक्षा अधिकारी, लेखाधिकारी की प्रगति रिपोर्ट
बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से संचालित प्राइमरी और जूनियर विद्यालयों के प्रगति और बीएसए, बीईओ सहित लेखाधिकारियों की कार्यशैली को परखा जायेगा। ये निर्णय शिक्षा महानिदेशक विजय किरण आनंद की ओर से लिया गया है।
अधिकारियों के मुताबिक समीक्षा बिन्दु पर सबसे न्यूनतम प्रदर्शन वाले 25 जनपदों के लिए 25 राज्य स्तरीय टीमों का गठन किया गया है। ये टीमे 24 अप्रैल से निरीक्षण शुरू करेंगी जो कि 15 मई तक निरीक्षण जारी रहेगा। प्रत्येक जनपद के अनुसार अधिकारियों को किया गया है। जिन 25 जिलों भ्रमण होगा उसमें बलिया, बस्ती, हरदोई, सीतापुर, आजमगढ़, सुल्तानपुर, प्रयागराज, बदायूं, बुलंदशहर, गोंडा, कन्नौज, कुशीनगर, मथुरा ललितपुर, संतकबीर नगर, प्रतापगढ़, शाहजहांपुर, श्रावस्ती, कानपुर, देहात, सिदार्थनगर, रायबरेली, सोनभद्र, उन्नाव, मिर्जापुर, मऊ को शामिल किया गया है।
अधिकारियों की टीम की ओर से भ्रमण के दौरान जिले की आपरेशन कायाकल्प की स्थिति, शिक्षकों के संबद्धीकरण की स्थिति की रिपोर्ट ली जायेगी। इसके अलावा कस्तूरबा गांधी विद्यालय व वित्त लेखा अधिकारी पटल के साथ निजी स्कूलों की मान्यता प्रकरण भी प्रगति देखी जायेगी।
पाठ्य पुस्तक वितरण में लापरवाही पर होगी कार्रवाई
जिलों में पाठ्यपुस्तक एवं शिक्षण सामग्री छात्र-छात्राओं को वितरण की स्थिति भी परखी जायेगी। इसके अलावा ब्लाक प्रोग्राम मैनेजर एवं ब्लाक एमआईएस कोआर्डिनेटर के समयबद्ध चयन एवं नियुक्ति की स्थिति को भी देखा जायेगा।
अनुपस्थित शिक्षकों पर होगी कार्रवाई
राज्य स्तरीय टीम के पहुंचने पर अनुपस्थित शिक्षकों पर जिला बीएसए की ओर से कार्रवाई किये जाने की स्थिति के साथ-साथ अधिकारियों के डाटा आधारित साप्ताहिक बैठक की स्थिति भी बतानी होगी। शिक्षकों के अवकाश की स्वीकृति की व्यवस्था के साथ- साथ शिक्षक संकुल बैठकों में उपस्थिति एवं एजेण्डा आधारित बैठकों के आयोजन की स्थिति बतानी होगी।
विद्यालयों के निपुण होने की भी जानी जाएगी स्थिति
शिक्षक संकुल के विद्यालय एवं एआरपी के चयनित 10 विद्यालयों के निपुण बनने की प्रगति की व साप्ताहिक समीक्षा की स्थिति भी देखी जायेगी। अधिकारियों ने बताया कि प्रत्येक विद्यालय में संदर्शिका एवं निर्देशिका के उपयोग, छात्रों के नियमित आकलन तथा निपुण तालिका में छात्रों की दक्षताओं को अंकित करने की स्थिति को देखा जायेगा ।
ये भी बिंदु जांच में शामिल
» कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में उपभोग राशि की स्थिति
» शिक्षक एवं छात्र उपस्थिति की स्थिति
» केजीबीवी ऑपरेशन कायाकल्प के अन्तर्गत 37 मानकों की प्रगति
» विद्यालयों में बीईओ और बीएसए के निरीक्षण की स्थिति
» शिक्षकों के सम्बद्धीकरण की स्थिति
» सम्बद्ध प्राइमरी विद्यालयों में शिक्षक नियुक्ति की स्थिति
» मृतक आश्रित के लम्बित नियुक्तियों की स्थिति
» मृतक आश्रित के विद्यालय पदस्थापन एवं वेतन के भुगतान की स्थिति
कंपोजिट ग्रांट के उपभोग का लिया जाएगा जायजा
निरीक्षण के दौरान आपरेशन कायाकल्प के तहत कम्पोजिट ग्रांट की धनराशि के उपभोग की स्थिति के साथ धनराशि से विद्यालयों में किये गये कार्यों की समीक्षा की जायेगी। जिसमें फार्मेट भरे जाने की प्रगति, वॉल पेंटिंग की स्थिति व फर्नीचर के पारदर्शी भुगतान के साथ गुणवत्तापूर्ण आपूर्ति भी चेक होगी। वहीं पिछले 3 वर्ष में स्वीकृत निर्माण कार्य पूर्ण होने की स्थिति को भी देखा जायेगा। वहीं मान्यता पटल के तहत पोर्टल के अनुसार प्राप्त आवेदन पत्रों के समयबद्ध निस्तारण की स्थिति निपुण भारत मिशन के तहत अकादमिक रिसोर्स पर्सन एवं डायट मेन्टर्स द्वारा शिक्षक अनुपस्थिति की आख्या भी बीएसए को देनी होगी।
मासिक समीक्षा बैठकों में न्यूनतम प्रदर्शन करने वाले 25 जनपदों का भौतिक निरीक्षण कर उत्तरदायित्व निर्धारित करने हेतु महानिदेशक सहित राज्य स्तरीय अधिकारियों की कोर टीम गठित, देखें।
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