बेसिक शिक्षा परिषद सचिव का दावा सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही सभी सूचनाएं भ्रामक व गलत, जारी किया स्पष्टीकरण

बेसिक शिक्षा परिषद सचिव का दावा सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही सभी सूचनाएं भ्रामक व गलत, जारी किया स्पष्टीकरण


बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों के अंतरजनपदीय स्थानांतरण को लेकर सोशल मीडिया में चर्चा होने के बाद बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल ने स्पष्टीकरण जारी किया है।




लखनऊ : बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों के अंतरजनपदीय स्थानांतरण सूची आने के बाद सोशल मीडिया पर कई तरह की बातें वायरल की जा रही हैं. इसमें शिक्षकों की ओर से आरोप लगाया जा रहा है कि विभाग ने बड़े जिलों में पहले तो आवेदन करने का मौका नहीं दिया. इसके बाद चुपके से कम पद खाली होने के बावजूद वहां पर बड़ी संख्या में दूसरे जिलों से शिक्षकों को स्थानांतरित कर भेज दिया है. सूचना जब बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल तक पहुंची तो उन्होंने पूरे मामले पर स्पष्टीकरण जारी किया है.


प्रताप सिंह बघेल का कहना है कि शिक्षकों का स्थानांतरण नियमानुसार किया गया है. सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही सभी सूचनाएं भ्रामक व गलत हैं. पोर्टल पर ब्यौरा देते हुए प्रदर्शित सीटों के अतिरिक्त किसी भी शिक्षक का तबादला नहीं किया गया है. लखनऊ, गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद के संबंध में कुछ भ्रामक सूचनाएं फैलाई जा रही हैं. स्थानांतरण के लिए रिक्त पदों के बिना स्थानांतरण की कार्रवाई की गई है. जबकि इन जिलों में पदवार, संवर्गवार व जनपदवार शासनादेश के बिंदु संख्या चार के अनुसार स्थानांतरण के लिए खाली पदों की सूचना पोर्टल पर व स्थानांतरण सूची प्रदर्शित है. कोई भी जानकारी किसी से नहीं छुपाई गई है.


16 हजार 614 शिक्षकों के तबादलों की सूची जारी

ज्ञात हो कि शैक्षिक सत्र 2023-24 में उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन संचालित विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक एवं शिक्षिका अंतरजनपदीय स्थानांतरण की सूची जारी किया गया था. इस संबंध में बेसिक शिक्षा सचिव परिषद प्रताप सिंह बघेल ने बताया कि शिक्षक व शिक्षिकाओं की ओर से राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र द्वारा विकसित पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन किया गया था. ऑनलाइन आवेदन के क्रम में 45 हजार 914 आवेदन पत्र प्राप्त हुए थे. ऑनलाइन आवेदन के आधार पर शिक्षकों की ओर से भरे गए वरीयता के अंक, स्थानांतरण व जनपद की वरीयता को ध्यान में रखते हुए कुल अंक के आधार पर स्थानांतरण की कार्यवाही जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा सत्यापित आवेदनों के आधार पर की गई है.


सचिव प्रताप सिंह बघेल के मुताबिक राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र की ओर से बीते 26 जून को पोर्टल पर प्रकाशित अंतर्जनपदीय स्थानांतरण की सूची में सहायक अध्यापक प्राथमिक विद्यालय ग्रामीण व नगरीय संवर्ग, प्रधानाध्यापक प्राथमिक विद्यालय ग्रामीण व नगरीय संवर्ग, सहायक अध्यापक उच्च प्राथमिक विद्यालय ग्रामीण व नगरीय संवर्ग एवं प्रधानअध्यापक उच्च प्राथमिक विद्यालय ग्रामीण व नगरीय संवर्ग के शिक्षक एवं शिक्षिका पोर्टल पर प्रकाशित अंतरजनपदीय स्थानांतरण की सूची 16 हजार 614 में शामिल है.


 इसमें बागपत चित्रकूट, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, हापुड़, कन्नौज, कानपुर नगर, लखनऊ, मऊ, मेरठ व मुजफ्फरनगर के प्राथमिक विद्यालय सहायक अध्यापक ग्रामीण संवर्ग में दो जून को जारी शासनादेश के बिंदु संख्या चार के अनुसार स्थानांतरण के लिए रिक्त पदों की संख्या शून्य है. सचिव परिषद ने कहा कि वरीयता अंक प्राप्त करने के लिए किसी शिक्षक एवं शिक्षिका ने अगर गलत तथ्य, फर्जी प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर स्थानांतरण का लाभ लिया है तो उसका स्थानांतरण शून्य माना जाएगा तथा संबंधित के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.
बेसिक शिक्षा परिषद सचिव का दावा सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही सभी सूचनाएं भ्रामक व गलत, जारी किया स्पष्टीकरण Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 2 on 11:50 AM Rating: 5

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