उत्तर प्रदेश के 13 जिलों में डायट को बनाया जाएगा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, प्राचार्यों की IIM लखनऊ में होगी ट्रेनिंग

IIM में प्रबंधन व नेतृत्व का गुर सीखेंगे 13 डायट प्राचार्य 

लखनऊ। प्रदेश में सभी जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित किया जा रहा है। वहीं अब यहां के प्राचार्य को भी सुपर 13 प्राचार्य के रूप में तैयार किया जाएगा। इनको भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) में प्रबंधन व नेतृत्व विकास के गुर सिखाए जाएंगे। जो आगे चलकर अन्य डायट का भी मार्गदर्शन करेंगे।


उत्तर प्रदेश के 13 जिलों में डायट को बनाया जाएगा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, प्राचार्यों की IIM लखनऊ में होगी ट्रेनिंग


उत्तर प्रदेश के 13 जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के तौर पर विकसित किया जाएगा। यह पहल इन डायट को बेहतर ढंग से उत्कृष्ट केंद्र बनाने के साथ-साथ दूसरों के लिए रोल मॉडल बनाने के लिए की गई है। इन डायट प्राचार्यों को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आईआईएम) लखनऊ में नेतृत्व क्षमता को बढ़ाने और प्रबंधन की बारीकियां सिखाने के लिए प्रशिक्षण दिलाया जाएगा।


लखनऊ। प्रदेश के 13 जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के तौर पर विकसित किया जाएगा। इन डायट के प्राचार्यों का ‘सुपर-13 डायट प्राचार्य’ ग्रुप बनाया गया है। 

यह पहल इन डायट को बेहतर ढंग से उत्कृष्ट केंद्र बनाने के साथ-साथ दूसरों के लिए रोल मॉडल बनाने के लिए की गई है। इन डायट प्राचार्यों को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आईआईएम), लखनऊ में नेतृत्व क्षमता को बढ़ाने और प्रबंधन की बारीकियां सिखाने के लिए प्रशिक्षण दिलाया जाएगा।


इन 13 जिलों में बनाया जाएगा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस

जिन 13 जिलों के डायट सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाए जा रहे हैं, उनमें वाराणसी, जौनपुर, लखीमपुर खीरी, इटावा, मेरठ, अलीगढ़, लखनऊ, मुरादाबाद, सहारनपुर, गोरखपुर, झांसी, कानपुर व मुजफ्फरनगर शामिल हैं।


अनुसंधान को दिया जाएगा बढ़ावा

राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के निदेशक डॉ. पवन सचान ने बताया कि इन सुपर-13 डायट प्राचार्यों के माध्यम से न सिर्फ उनके संस्थान उत्कृष्ट केंद्र बनेंगे, बल्कि वह दूसरों के लिए भी उदाहरण बनेंगे। इनकी मदद से शिक्षा में प्रौद्योगिकी के बेहतर प्रयोग के साथ-साथ अनुसंधान को बढ़ावा दिया जाएगा।


शिक्षकों को बनाया जाएगा सशक्त 

यही नहीं प्रत्येक डायट से एक-एक प्रवक्ता को भी बड़ौदा विश्वविद्यालय में प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। यह शोध और नवाचार को बढ़ावा देंगे। यह सेंटर ऑफ एक्सीलेंस विद्यालयों में पढ़ा रहे शिक्षकों को सशक्त बनाने का कार्य करेंगे। शैक्षणिक क्षमताओं और शैक्षिक दृष्टिकोण को बेहतर बनाने में मददगार होंगे।


वहीं, छात्रों की विभिन्न आवश्यकताओं को पूरा करने के साथ-साथ पाठ्यचर्या ढांचे, समय के अनुसार पाठ्य-पुस्तकों में परिवर्तन और शिक्षण सामग्री को उन्नत बनाने का कार्य करेंगे। इन प्रत्येक डायट को 15-15 करोड़ रुपये की धनराशि दी गई है। यहां अत्याधुनिक कक्षाएं व प्रयोगशालाएं, डिजिटल पुस्तकालय और अन्य जरूरी संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे।




लखनऊ समेत 13 डायट पहले चरण में बनेंगे सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, प्रति डायट 15 करोड़ रुपये का बजट जारी


लखनऊ। लखनऊ समेत 13 जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) सेंटर ऑफ एक्सीलेंस रूप में विकसित किए जाएंगे। इसके लिए प्रति डायट 15 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं। 


प्राथमिक विद्यालयों की क्रियाशीलता बढ़ाने के लिए सरकार 70 जिलों की डायट को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाने जा रही है। पहले चरण के तहत लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर, जौनपुर, कानपुर नगर, अलीगढ़, झांसी, इटावा, लखीमपुर खीरी, मेरठ, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर व सहारनपुर का चयन किया गया है। 


राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के निदेशक डॉ. पवन सचान ने बताया कि इन डायट में स्मार्ट क्लास, आधुनिक प्रयोगशाला, डिजिटल पुस्तकालय समेत अन्य सुविधाओं का प्रयोग आधुनिक नवाचार व अनुसंधान करने में किया जाएगा। इससे बच्चों को काफी फायदा मिलेगा। 



सभी डायट बनाए जाएंगे सेंटर आफ एक्सीलेंस, 15 करोड़ रुपये होंगे खर्च, पहले चरण में 13 डायट चुने गए


लखनऊ : अब सभी जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) को सेंटर आफ एक्सीलेंस बनाया जाएगा। इन उत्कृष्ट केंद्रों पर डिजिटल पुस्तकालय, इनफार्मेशन कम्युनिकेशन टेक्नोलाजी (आइसीटी) लैब इत्यादि की व्यवस्था होगी। प्रत्येक डायट का 15 करोड़ रुपये से कायाकल्प किया जाएगा। पहले चरण में इस वर्ष 13 डायट को चुना गया है।


इनमें लखनऊ, वाराणसी, जौनपुर, गोरखपुर, अलीगढ़, झांसी, कानपुर, इटावा, लखीमपुर खीरी, मेरठ, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर सहारनपुर शामिल हैं। और यहां ट्रेनिंग ले रहे डीएलएड के प्रशिक्षुओं और परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों के प्रशिक्षण में तकनीक का भरपूर प्रयोग किया जाएगा। 


शिक्षकों को निरंतर व्यावसायिक विकास का अवसर प्रदान किया जाएगा ताकि वह समसामयिक शिक्षण विधियों के साथ तालमेल बैठा सकें। राष्ट्रीय शिक्षा नीति - 2020 में शिक्षण प्रशिक्षण और डायट को बेहतर बनाने पर जोर दिया गया है। अभी 70 जिलों में डायट बने हैं। गाजियाबाद, अमेठी, शामली, कासगंज और संभल में डायट निर्माणाधीन हैं।
उत्तर प्रदेश के 13 जिलों में डायट को बनाया जाएगा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, प्राचार्यों की IIM लखनऊ में होगी ट्रेनिंग Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 2 on 10:56 AM Rating: 5

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