उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित परिषदीय / मान्यता प्राप्त विद्यालयों में शैक्षिक सत्र 2023–24 में अर्धवार्षिक तथा वार्षिक परीक्षा एवं मूल्यांकन के संबन्ध में


बिना बजट के हो रही अर्द्धवार्षिक परीक्षा, परीक्षा कॉपी नहीं उपलब्ध करवा पाया बेसिक शिक्षा विभाग

बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से संचालित प्राइमरी और जूनियर विद्यालयों में अर्धवार्षिक परीक्षाएं बिना बजट के आयोजित हो रही हैं। बजट न मिलने से बच्चों के लिए न तो कॉपी पहुंच सकी हैं न ही प्रश्नपत्र । हालात ये हैं कि अभी तक जो परीक्षा आयोजित हुई उसमें शिक्षकों ने बोर्ड पर प्रश्न लिखे हैं। वहीं कॉपियां शिक्षकों ने अपने पास से खरीदकर दी है। ये शिकायत केवल लखनऊ की ही नहीं है। बल्कि अधिकांश जनपदों की है।


कॉपी-पेपर के लिए बजट नहीं कैसे होंगी छमाही परीक्षाएं

बेसिक शिक्षा विभाग ने हाल ही‍ दिया है परीक्षा कराने का निर्देश

विद्यालयों के पास परीक्षा कराने के लिए नहीं है अतिरिक्त ग्रांट


लखनऊ। बेसिक शिक्षा विभाग ने कोविड काल के बाद इस साल से पुनः कक्षा एक से आठ तक के बच्चों की छमाही परीक्षा कराने का निर्णय लिया है। इसके लिए विद्यालयों को 10 नवंबर तक का समय निर्धारित किया गया है। पर, इन विद्यालयों के पास कॉपी-पेपर छपवाने के लिए बजट नहीं हैं। इससे वे पशोपेश में हैं कि परीक्षाएं कैसे होंगी। उधर, विभाग ने कोई बजट भी जारी नहीं किया है।

विभाग ने हाल ही में अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं 30 अक्तूबर से 10 नवंबर तक और वार्षिक परीक्षाएं 11 से 15 मार्च के बीच कराने को कहा है। बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल की ओर से जारी निर्देश में कहा गया है कि अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं विद्यालय स्तर पर प्रधानाध्यापक की देखरेख में प्रश्न पत्रों तैयार कराते हुए बीएसए अपनी सुविधा के अनुसार 10 नवंबर तक कराएं। अब प्रधानाध्यापक परेशान हैं कि वह पेपर कॉपी की व्यवस्था कहां से करें। यह भी नहीं बताया गया है कि कॉपी-पेपर के लिए बजट की व्यवस्था कैसे करें पूर्व में मंडल स्तर पर पेपर छपवाने की व्यवस्था की गई थी।


कक्षा एक से आठ की परीक्षाओं के आयोजन के लिए जल्द बजट जारी किया जाएगा। बेसिक शिक्षा परिषद को इसके लिए निर्देश जारी किए गए हैं। विद्यालय स्तर पर अन्य तैयारियां समय से पूरी कर ली जाएं। -विजय किरन आनंद, महानिदेशक, स्कूल शिक्षा



न कॉपी न पेपर और परिषदीय स्कूलों में कल से अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं कराने का फरमान, जिम्मेदारों के इस रवैए से शिक्षक असमंजस में

यूपी के परिषदीय विद्यालयों में 31 अक्टूबर से अर्द्ध वार्षिक परीक्षाएं हो सकती है। शासन की ओर से आए पत्र में प्रधानाध्यापकों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने स्तर से प्रश्न पत्र तैयार कराकर परीक्षाएं कराएं। वार्षिक परीक्षा जिला स्तर से कराई जाएगी।

बेसिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत प्रदेश में संचालित परिषदीय विद्यालयों में पढ़ रहे बच्चों के लिए 31 अक्टूबर से 10 नवंबर के अंदर अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं कराने का निर्णय लिया गया है। यह परीक्षाएं विद्यालय स्तर पर प्रधानाध्यापक की देखरेख में 10 नवंबर तक कराई जाएंगी।

इधर, परिषदीय विद्यालयों में कई दिनों तक छुट्टी रही। सोमवार को स्कूल खुलेंगे। ऐसे में सिर्फ एक दिन में परीक्षा की तैयारी कैसे होगी। इसको लेकर शिक्षक असमंजस में हैं। 


31 अक्टूबर से छमाही एवं 11 मार्च से होंगी वार्षिक परीक्षाएं, अवकाशों के मध्य प्रश्नपत्र तैयार करने, मुद्रण, परीक्षा एवं मूल्यांकन की है बड़ी चुनौती 

 
 बेसिक शिक्षा परिषद ने परिषदीय स्कूलों में अर्द्धवार्षिक एवं वार्षिक परीक्षाओं के कार्यक्रम की घोषणा कर दी है। अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं 31 अक्तूबर से 10 नवंबर के बीच एवं वार्षिक परीक्षाएं अगले साल 11 मार्च से आयोजित होंगी। इस बार वार्षिक परीक्षाओं के बाद 31 मार्च की बजाए 26 मार्च को परीक्षा फल की घोषणा एवं रिपोर्ट कार्ड का वितरण होगा।


बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा अचानक परीक्षा कार्यक्रम घोषित होने से शिक्षक असमंजस में हैं। 31 अक्तूबर से छमाही परीक्षाएं कराने की घोषणा के बाद हेडमास्टरों के सामने प्रश्नपत्र तैयार करने, मुद्रण कराने की चुनौती होगी। मजे की बात है कि 28 एवं 29 अक्तूबर को अवकाश के बाद 31 अक्तूबर को भी परिषदीय स्कूलों में अवकाश है। बीएसए की देखरेख में महज कुछ दिनों में प्रश्नपत्रों का निर्माण, मुद्रण, परीक्षा एवं मूल्यांकन का कार्य कैसे होगा, यह बड़ा सवाल है। 


सचिव का आदेश जारी होने के बाद शिक्षक इस पर आश्चर्य व्यक्त कर रहे हैं। तर्क दिया जा रहा है कि यदि छमाही परीक्षा करानी ही थी तो इसका आदेश पहले भी जारी किया जा सकता था ताकि आयोजन के लिए समय मिल जाता।



अर्द्धवार्षिक परीक्षा 31 अक्तूबर से और वार्षिक परीक्षाएं 11 मार्च से प्रस्तावित, बेसिक शिक्षा विभाग ने जारी किया विस्तृत कार्यक्रम


लखनऊ। परिषदीय व मान्यता प्राप्त विद्यालयों में वार्षिक परीक्षाएं 11 मार्च से प्रस्तावित की गई हैं। बेसिक शिक्षा परिषद ने कक्षा एक से आठ की अर्द्धवार्षिक व वार्षिक परीक्षाओं की विस्तृत समय-सारिणी जारी कर सभी बीएसए को इसी के अनुसार कार्यवाही के निर्देश दिए हैं।


अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं विद्यालय स्तर पर प्रधानाध्यापक की देखरेख में 31 अक्तूबर से 10 नवंबर तक होंगी। बीएसए इस तिथि के बीच में सुविधानुसार परीक्षाएं कराएंगे। वार्षिक परीक्षा के लिए 26 फरवरी तक जिलों में समय सारिणी व निर्देश जारी किए जाएंगे। प्रश्नपत्र चार मार्च तक छपवाकर आठ मार्च तक स्कूलों में पहुंचाने होंगे। वार्षिक परीक्षाएं 11 से 15 मार्च के बीच होंगी। कॉपियों का मूल्यांकन 20 मार्च तक करके 26 मार्च को परीक्षाफल व विद्यार्थियों की प्रगति रिपोर्ट कार्ड जारी करना होगा। 


बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल ने बताया कि वार्षिक परीक्षाएं दो पालियों में होंगी। परीक्षा 50 नंबर की होगी। मौखिक परीक्षा की प्रश्नोत्तरी विद्यालय स्तर पर प्रधानाध्यापक की देखरेख में तैयार होगी। उधर, प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने कहा कि 31 अक्तूबर तक विद्यालयों में छुट्टी है। इतने कम समय में अर्द्धवार्षिक परीक्षा का कार्यक्रम जारी करना समझ से परे है। 



उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित परिषदीय / मान्यता प्राप्त विद्यालयों में शैक्षिक सत्र 2023–24 में अर्धवार्षिक तथा वार्षिक परीक्षा एवं मूल्यांकन के संबन्ध में।


🟣  वार्षिक परीक्षा 11 से 15 मार्च 2024 के मध्य

🟣 अर्धवार्षिक परीक्षा 31 अक्टूबर से 10 नवंबर के मध्य


उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित परिषदीय / मान्यता प्राप्त विद्यालयों में शैक्षिक सत्र 2023–24 में अर्धवार्षिक तथा वार्षिक परीक्षा एवं मूल्यांकन के संबन्ध में Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 2 on 5:57 AM Rating: 5

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