लखनऊ मण्डल के सरकारी परिषदीय स्कूलों में बनेगा बुक बैंक : सिलेबस से लेकर अन्य तरह की भी किताबें होंगी, किताबें दान करने के लिए किया जाएगा प्रेरित
- 21 हजार स्कूलों के 25 लाख बच्चे होंगे लाभान्वित
- बेसिक शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों को जारी किए दिशा-निर्देश
- नागरिकों को किताबें दान करने को किया जाएगा प्रेरित
- सरकारी स्कूलों में बनेगा बुक बैंक
लखनऊ मंडल के सरकारी स्कूलों के बच्चों को अब किताबों की कोई परेशानी नहीं होगी। लखनऊ मंडल के सभी परिषदीय स्कूलों में बुक बैंक बनाया जाएगा। इस बुक बैंक में न सिर्फ बच्चों के सिलेबस की किताबे होंगी बल्कि डिक्शनरी से लेकर विभिन्न प्रतियोगिताओं की किताबें भी बुक बैंक में संजोई जाएंगी। इस संबंध में बेसिक शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों दिशा-निर्देश जारी कर दिया है। इसे वर्तमान सत्र से ही लागू करने को कहा गया है।
लोगों के सहयोग से लाई जाएंगी किताबे: विभाग ने स्कूलों को निर्देश दिया है कि वह स्कूलों में एक बुक बैंक बनाएं, जिसे पुस्तकालय की शक्ल दे सकते हैं। इसमें हर साल पास होने वाले बच्चों से किताबें लेकर उसमें रखी जाएं। साथ ही अपने स्तर से ओपन डोनेशन कैंपेन भी चलाएं, जिसमें आस-पास के सक्षम नागरिकों को किताबें दान करने के लिए प्रेरित किया जाए। लोगों को बताया जाए कि अगर उनके घर में ऐसी किताबें हैं जिसे कोई पढ़ता नहीं है तो वे उन किताबों को स्कूलों को दान कर दें। इसमें कॉमिक्स से लेकर शैक्षिक किताबें तक ली जा सकती हैं।
विदेश के स्कूलों में यह नियम: अमेरिका में नियम है कि एडमिशन के समय बच्चों को स्कूल की तरफ से किताबें दी जाती हैं। जब एडमिशन सेशन पूरा हो जाता है और स्टूडेंट पास होकर दूसरी क्लास में चला जाता है तो उससे किताबें लेकर उसी क्लास में आने वाले दूसरे स्टूडेंट्स को दे दी जाती हैं। इससे एक ओर हर साल किताबें छपवाने के खर्च का बोझ नहीं पड़ता तो दूसरी ओर कागज की बचत होती है। इससे सीधे तौर पर पर्यावरण का भी खासा नुकसान भी होता है।
विभाग के इस निर्देश के अनुपालन के बाद लखनऊ मंडल के 25 लाख से अधिक
बच्चे लाभांवित होंगे। यह बच्चे लखनऊ, उन्नाव, हरदोई, लखिमपुर, सीतापुर और
बाराबंकी के 21 हजार स्कूलों के होंगे। इसमें ज्यादा संख्या लखनऊ के बच्चों
की है। बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि हर साल किताबों की
छपाई में देर होने के कारण बच्चों को देर से किताबें मिलती हैं, इसलिए उनकी
पढ़ाई का नुकसान होता है। यह सुविधा शुरू होने के बाद बच्चों की पढ़ाई का
नुकसान नहीं होगा।
इस निर्देश के पूरी तरह अनुपालन के बाद सरकार और बच्चों को बहुत फायदा होगा। अगर हर स्कूल में बुक बैंक बन जाएगा तो आने वाले दो तीन साल में सरकार को किताबें कम छपवानी पड़ेंगी। - महेंद्र सिंह राणा, एडी बेसिक
खबर साभार : नवभारत टाइम्स
लखनऊ मण्डल के सरकारी परिषदीय स्कूलों में बनेगा बुक बैंक : सिलेबस से लेकर अन्य तरह की भी किताबें होंगी, किताबें दान करने के लिए किया जाएगा प्रेरित
Reviewed by प्रवीण त्रिवेदी
on
7:35 AM
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