कई बीएसए भ्रष्टाचार में शामिल : राम गोविंद, बेसिक शिक्षा मंत्री ने कहा- कार्यप्रणाली न सुधरी तो होगी कार्रवाई
- कई बीएसए भ्रष्टाचार में शामिल : राम गोविंद
- बेसिक शिक्षा मंत्री ने कहा- कार्यप्रणाली न सुधरी तो होगी कार्रवाई
लखनऊ।
बेसिक शिक्षा मंत्री रामगोविंद चौधरी ने बेसिक शिक्षा अधिकारियों को अपनी
कार्यप्रणाली में सुधार लाने की चेतावनी दी है। प्रदेश के कई बेसिक शिक्षा
अधिकारियों के भ्रष्टाचार की शिकायतें प्राप्त हो रही है। इन अधिकारियों को
पूर्व में भी चेतावनी दी जा चुकी है। इसके बाद भी इनके कार्य में अभी तक
सुधार नहीं आया है। उन्होंने कहा है कि बीएसए कार्यप्रणाली सुधार ले तो
परिषदीय स्कूलों में पढ़ाई सुधर जाएगी।
बेसिक
शिक्षा मंत्री ने कहा कि बेसिक शिक्षा की प्रगति खराब मिलने वाले जिलों के
बेसिक शिक्षा अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। प्रदेश में मौजूदा
समय 72,825 प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती व 91,104 शिक्षा मित्रों को समायोजित कर
सहायक अध्यापक बनाने की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की
भर्ती और शिक्षा मित्रों के समायोजन में कई जिलों में मनमानी की शिकायतें
मिली हैं।
उन्होंने कहा है कि बेसिक शिक्षा
अधिकारियों को कई बार कार्यप्रणाली में सुधार लाने का निर्देश दिया जा चुका
है। इसलिए एक बार फिर चेतावनी दी जा रही है कि वे अपनी कार्यप्रणाली सुधार
लें। शैक्षिक सत्र 1 अप्रैल से शुरू हो चुका है। सभी स्कूलों में
छात्र-छात्राओं के साथ शिक्षकों की शत-प्रतिशत उपस्थिति के निर्देश दिए गए
हैं। जिन स्कूलों में शिक्षक गायब मिलेंगे उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की
जाएगी।
खबर साभार : अमर उजाला
सूबे में शिक्षकों की कमी दूर करने को की जा रही भर्ती : चौधरी
खबर साभार : सहारा
खबर साभार : हिन्दुस्तान
बीएसए के भ्रष्टाचार की मिल रहीं शिकायतें : राम गोविंद
कहा, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सुधरें तो सुधर जाएगी शिक्षा
लखनऊ : बेसिक शिक्षा मंत्री राम गोविंद चौधरी ने कहा है कि कई जिलों से
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों (बीएसए) के भ्रष्टाचार की शिकायतें मिल रही
हैं। उन्होंने सभी बीएसए को कार्यशैली में सुधार लाने के लिए चेताया है। यह
कहते हुए कि यदि बीएसए अपनी कार्यशैली में सुधार लाएं तो प्राथमिक शिक्षा
काफी हद तक सुधर जाएगी।
उन्होंने कहा कि कई जिलों के बीएसए को चेतावनी देने के बावजूद उनकी कार्यशैली में सुधार नहीं आया है। जिलों से बीएसए के भ्रष्टाचार की शिकायतें अब भी मिल रही हैं। सभी बीएसए को शिक्षकों की नियुक्ति पारदर्शी तरीके से करने का निर्देश दिया गया है। यदि किसी जिले से नियुक्ति में भ्रष्टाचार की शिकायतें मिलती हैं तो वहां के बीएसए के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। जिन जिलों में बेसिक शिक्षा की प्रगति खराब पायी जाएगी, वहां के बीएसए के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि नये शैक्षिक सत्र में स्कूलों में अध्यापकों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। जिन स्कूलों में शिक्षक अनुपस्थित पाये जाएंगे तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। सभी बीएसए को जिले के विद्यालयों के आकस्मिक निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया है।
खबर साभार : दैनिक जागरणउन्होंने कहा कि कई जिलों के बीएसए को चेतावनी देने के बावजूद उनकी कार्यशैली में सुधार नहीं आया है। जिलों से बीएसए के भ्रष्टाचार की शिकायतें अब भी मिल रही हैं। सभी बीएसए को शिक्षकों की नियुक्ति पारदर्शी तरीके से करने का निर्देश दिया गया है। यदि किसी जिले से नियुक्ति में भ्रष्टाचार की शिकायतें मिलती हैं तो वहां के बीएसए के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। जिन जिलों में बेसिक शिक्षा की प्रगति खराब पायी जाएगी, वहां के बीएसए के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि नये शैक्षिक सत्र में स्कूलों में अध्यापकों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। जिन स्कूलों में शिक्षक अनुपस्थित पाये जाएंगे तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। सभी बीएसए को जिले के विद्यालयों के आकस्मिक निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया है।
सूबे में शिक्षकों की कमी दूर करने को की जा रही भर्ती : चौधरी
लखनऊ । प्रदेश में अध्यापकों की कमी दूर करने के लिए प्राथमिकता के आधार पर शिक्षकों की भर्ती की जा रही है। प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक हर विद्यालय को शिक्षकों की जरूरी उपलब्धता सुनिश्चित कराना है।
बेसिक शिक्षा मंत्री राम गोविन्द चौधरी ने सोमवार को यहां बताया कि प्रदेश में अध्यापकों की कमी दूर करने के लिए उनकी भर्ती तेजी से की जा रही है। इसके अतिरिक्त 15000 बीटीसी अभ्यर्थियों के चयन के लिए कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने बताया कि प्राथमिक विद्यालयों के लिए 72825 बीएड, टीईटी अर्हताधारी प्रशिक्षुओं की भर्ती की बची सीटें भी जल्द भर ली जाएंगी। इसके साथ ही उच्च प्राथमिक विद्यालयों में भी अध्यापकों के 29334 पदों पर सीधी भर्ती की प्रक्रिया चल रही है।
प्रदेश में 165306 शिक्षामित्र कार्यरत थे, जिनमें से प्रथम चरण में प्रशिक्षण पूर्ण कर चुके 58903 शिक्षामित्रों का सहायक अध्यापक के पदों पर समायोजन किया गया है। द्वितीय चरण में लगभग 91000 शिक्षामित्रों का समायोजन भी 30 अप्रैल तक पूरा कर लिया जाएगा।
चौधरी के अनुसार इसके बाद प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए प्रत्येक जिले के प्राचार्य जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, खण्ड अधिकारी एवं सह समन्वयक और बीआरसी द्वारा जिले के दो-दो विद्यालयों को गोद लेने के निर्देश दिये गये हैं।
उन्होंने बताया कि विद्यालयों में पठन-पाठन की समुचित व्यवस्था एवं शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए राज्य स्तरीय, जिला स्तरीय एवं विकास खण्ड स्तरीय टास्क फोर्स गठित की गई है। अधिकारियों को विद्यालय निरीक्षण के लक्ष्य आवंटित किये गये हैं, जिसके अनुसार विद्यालयों का निरीक्षण हो रहा है। उन्होंने कहा कि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों के भ्रष्टाचार की शिकायतें प्राप्त की जा रही हैं। कई जिलों के अधिकारियों को चेतावनी दी गई है। उन्होंने बताया कि शिक्षकों की विद्यालयों में शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिये गये हैं।
चौधरी ने यह भी चेतावनी दी है कि शिक्षकों की कमी दूर होने के बाद विद्यालयों में उनकी उपस्थिति पर जोर होगा। इसमें जिस जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी की प्रगति खराब होगी, उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी।
दबेसिक शिक्षा मंत्री ने कहा, यह प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एकदशिक्षकों की कमी दूर होने के बाद विद्यालयों में उनकी उपस्थिति पर होगा जोर दउच्च प्राथमिक विद्यालयों में भी चल रही अध्यापकों की सीधी भर्ती की प्रक्रिया
खबर साभार : सहारा
शिक्षा मंत्री ने कहा, बीएसए हैं भ्रष्ट
लखनऊ। बेसिक शिक्षा मंत्री राम गोविंद चौधरी ने खुद स्वीकारा है कि उनके
विभाग में भ्रष्टाचार की जड़ें गहरी हैं। उन्होंने कहा है कि बेसिक शिक्षा
अधिकारियों के भ्रष्टाचार की शिकायतें मिल रही हैं।
श्री चौधरी ने यह बात यहां जारी एक बयान में कही हैं। उन्होंने कहा है कि यदि अधिकारी अपनी कार्यशैली नहीं सुधारेंगे तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। श्री चौधरी ने कहा है कि जिस जिले में बेसिक शिक्षा की स्थिति खराब पाई जाएगी, उस जिले के बीएसए के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
बेसिक शिक्षा मंत्री इससे पहले भी कई मंचों से विभाग में भ्रष्टाचार की बात स्वीकार चुके हैं। उन्होंने मौजूदा समय में चल रही अध्यापकों की भर्ती को भी पारदर्शिता से करने के निर्देश देते हुए बेसिक शिक्षा मंत्री ने कहा है कि यदि इसमें भ्रष्टाचार की शिकायत मिली तो अधिकारियों का बख्शा नहीं जाएगा। स्कूलों में पढ़ा रहे अध्यापकों को रोज स्कूल जाने व पढ़ाने की नसीहत देते हुए उन्होंने कहा है कि यदि अध्यापक स्कूल में नहीं पाए गए तो उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बीएसए समेत खण्ड शिक्षा अधिकारियों को आकस्मिक निरीक्षण के निर्देश दिए हैं और कहा है कि स्कूलों में विद्यार्थियों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित की जाए।
श्री चौधरी ने यह बात यहां जारी एक बयान में कही हैं। उन्होंने कहा है कि यदि अधिकारी अपनी कार्यशैली नहीं सुधारेंगे तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। श्री चौधरी ने कहा है कि जिस जिले में बेसिक शिक्षा की स्थिति खराब पाई जाएगी, उस जिले के बीएसए के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
बेसिक शिक्षा मंत्री इससे पहले भी कई मंचों से विभाग में भ्रष्टाचार की बात स्वीकार चुके हैं। उन्होंने मौजूदा समय में चल रही अध्यापकों की भर्ती को भी पारदर्शिता से करने के निर्देश देते हुए बेसिक शिक्षा मंत्री ने कहा है कि यदि इसमें भ्रष्टाचार की शिकायत मिली तो अधिकारियों का बख्शा नहीं जाएगा। स्कूलों में पढ़ा रहे अध्यापकों को रोज स्कूल जाने व पढ़ाने की नसीहत देते हुए उन्होंने कहा है कि यदि अध्यापक स्कूल में नहीं पाए गए तो उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बीएसए समेत खण्ड शिक्षा अधिकारियों को आकस्मिक निरीक्षण के निर्देश दिए हैं और कहा है कि स्कूलों में विद्यार्थियों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित की जाए।
बेसिक शिक्षा अधिकारियों के भ्रष्टाचार की शिकायतें मिल रही हैं। बीएसए अपनी कार्यशैली सुधार लें तो बुनियादी शिक्षा की हालत अपने आप दुरुस्त हो जाएगी। चेतावनियों के बाद भी उनमें सुधार नहीं आया है।
-राम गोविंद चौधरी,बेसिक शिक्षा मंत्री
खबर साभार : हिन्दुस्तान
कई बीएसए भ्रष्टाचार में शामिल : राम गोविंद, बेसिक शिक्षा मंत्री ने कहा- कार्यप्रणाली न सुधरी तो होगी कार्रवाई
Reviewed by प्रवीण त्रिवेदी
on
6:02 AM
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