31 हजार शिक्षा मित्र नहीं हो पाए हैं समायोजित, जिलेवार ब्यौरा देखें : उ0 प्रा0 विद्यालयों में प्रधानाध्यापक पद के रिक्त पदों का जनपदवार ब्यौरा देखें
31 हजार शिक्षा मित्रों को पक्की नौकरी का इंतजार, 50 जिलों में कम पड़ गए शिक्षकों के पद
लखनऊ (ब्यूरो)। बीटीसी प्रशिक्षण
प्राप्त दूसरे चरण के 91,104 शिक्षा मित्रों को समायोजित करते हुए शिक्षक
बनाने के लिए एक-एक पद के लाले पड़ गए हैं। प्रदेश के 50 जिलों में करीब
31,720 शिक्षा मित्र शिक्षक बनने का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन स्थिति यह है
कि कम पद होने की वजह से समायोजन में बाधा आ रही है। बेसिक शिक्षा परिषद
ने शिक्षा मित्रों को समायोजित करने के लिए उच्च प्राइमरी स्कूलों में
प्रधानाध्यापक के पद पर पदोन्नति की रोक हटा ली है। फिर भी अधिक पद खाली
नहीं होते दिख रहे हैं। 49 जिलों से मिले आंकड़ों से पता चलता है कि
प्रधानाध्यापक के पद पर पदोन्नति के बाद 17,372 पद ही खाली हो पाएंगे।
- समायोजन के लिए फिर बढ़ेगी अवधि
शासन
ने दूसरे चरण में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले शिक्षा मित्रों को 31 मई तक
समायोजित करते हुए सहायक अध्यापक बनाने का आदेश दिया था। यह अवधि पूरी हो
गई, लेकिन सभी शिक्षा मित्र समायोजित नहीं हो पाए हैं। यही हाल रहा तो
शिक्षा मित्रों के समायोजन में अभी और भी समय लग सकता है। उत्तर प्रदेश
दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार यादव का कहना है कि
दूसरे चरण के प्रशिक्षण प्राप्त शिक्षा मित्रों को जून तक अनिवार्य रूप से
समायोजित कर दिया जाना चाहिए जिससे वे जुलाई से शिक्षक के रूप में काम
करने लगें।
कहां कितने पद:-
- शिक्षा मित्र नहीं हो पाए हैं समायोजित
लखीमपुर
2000, उन्नाव 1842, शाहजहांपुर 1803, सीतापुर 1597, सोनभद्र 1521,
मिर्जापुर 1433, कानपुर नगर 1256, लखनऊ 1224, इलाहाबाद 1127, हरदोई 1020,
वाराणसी 1011, गोंडा 1002, सहारनपुर 955, झांसी 882, बांदा 850, बहराइच
847, आजमगढ़ 802, बलरामपुर 699, कानपुर देहात 681, मुजफ्फरनगर 657, बेरली
602, बदायूं 600, गाजीपुर 579, बुलंदशहर 563, चित्रकूट 493, पीलीभीत 445,
ललितपुर 420, अंबेडकर नगर 410, रायबरेली 399, अमेठी 391, महोबा 326,
हमीरपुर 319, औरैया 298, फतेहपुर 281, आगरा 258, मथुरा 255, हापुड़ 250,
श्रावस्ती 222, गाजियाबाद 219, गौतमबुद्धनगर 200, इटावा 177, सिद्धार्थनगर
157, मऊ 156, बाराबंकी 111, मैनपुरी 111, मेरठ 100, जालौन 90, शामली 59,
फीरोजाबाद 12 व कन्नौज 8 हैं।
- उच्च प्राइमरी में प्रधानाध्यापक के इतने पद खाली
लखीमपुर
753, उन्नाव 331, शाहजहांपुर 424, सीतापुर 555, सोनभद्र 175, मिर्जापुर
580, कानपुर नगर 541, लखनऊ 398, इलाहाबाद 837, हरदोई 569, वाराणसी 255,
गोंडा 372, सहारनपुर 410, झांसी 429, बांदा 191, बहराइच 327, आजमगढ़ 274,
बलरामपुर 114, कानपुर देहात 570, मुजफ्फरनगर 389, बेरली 349, बदायूं 519,
गाजीपुर 582, बुलंदशहर 421, चित्रकूट 75, पीलीभीत 214, ललितपुर 242,
अंबेडकरनगर 339, रायबरेली 383, अमेठी 282, महोबा 138, हमीरपुर 213, औरैया
354, फतेहपुर 374, आगरा 578, मथुरा 187, हापुड़ 100, श्रावस्ती 99,
गाजियाबाद 115, इटावा 410, सिद्धार्थनगर 504, मऊ 236, बाराबंकी 667,
मैनपुरी 270, मेरठ 350, जालौन 363, शामली 163, फीरोजाबाद 141 व कन्नौज में
210 पद प्रधानाध्यापक के हैं।
31 हजार शिक्षा मित्र नहीं हो पाए हैं समायोजित, जिलेवार ब्यौरा देखें : उ0 प्रा0 विद्यालयों में प्रधानाध्यापक पद के रिक्त पदों का जनपदवार ब्यौरा देखें
Reviewed by Brijesh Shrivastava
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