लखनऊ में खीर बटेगी या दूध? कोई भी बोलने को तैयार नहीं, विभाग को शासन से नहीं मिले कोई निर्देश और ना ही आदेश
- शिक्षा विभाग को शासन से नहीं मिले कोई निर्देश
मिड-डे-मील में हर बुधवार को बच्चों दूध योजना पटरी पर नहीं आ पा रही है। अक्षयपात्र ने दूध देने से साफ मना कर दिया था। वहीं बीते दिनों कन्नौज की सांसद डिपंल यादव के अक्षयपात्र संस्था के निरीक्षण के दौरान यह सुझाव दिया गया था कि बच्चों को दूध की जगह खीर दे दी जाए। मगर इस बुधवार को स्कूलों में खीर बंटेगी या नहीं, इसको लेकर कोई भी अधिकारी साफ तौर पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। शिक्षा विभाग के अधिकारी खीर बांटे जाने को लेकर अभी शासन के निर्देश का इंतजार कर रहे हैं।
अक्षय पात्र के सुनील मेहता का कहना है कि खीर के लिए अब तक विभाग से कोई निर्देश नहीं मिला है, इसलिए बुधवार को सिर्फ मिड डे मील ही दिया जाएगा। वहीं बीएसए प्रवीणमणि त्रिपाठी का कहना है कि शासन से कोई आदेश जारी नहीं हुआ है। बिना किसी शासनादेश के व्यवस्था में परिवर्तन नहीं किया जा सकता।
दूध लिया नहीं तो खीर बनेगी किसमें : मंगलवार देर रात तक पराग से दूध लिए जाने का कोई फैसला नहीं हुआ था। पराग के अधिकारियों के मुताबिक न तो उनसे दूध मांगा गया है और न ही इस संबंध में कोई दिशा निर्देश जारी हुए हैं। ऐसे में स्कूलों में अगर खीर बंटनी है तो वह बनेगी किसमें/ पराग को अब तक पिछली बार बांटे गए दूध का पैसा भी नहीं मिला है।
खबर साभार : नवभारत टाइम्स
लखनऊ में खीर बटेगी या दूध? कोई भी बोलने को तैयार नहीं, विभाग को शासन से नहीं मिले कोई निर्देश और ना ही आदेश
Reviewed by प्रवीण त्रिवेदी
on
7:02 AM
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