शिक्षामित्रों के समायोजन की हुई सुस्त शुरुआत : 15 से 25 अप्रैल के बीच तय है काउंसिलिंग कार्यक्रम
खबर साभार : दैनिक जागरण |
- 15 से 25 अप्रैल के बीच तय है काउंसिलिंग कार्यक्रम
- विज्ञापन प्रकाशित करने का कार्यक्रम पहले दिन ही सुस्ती की भेंट चढ़ा
शिक्षामित्रों के समायोजन के लिए विज्ञापन प्रकाशित करने का कार्यक्रम पहले दिन ही बीएसए की सुस्ती की भेंट चढ़ गया। बेसिक शिक्षा परिषद के निर्देश के बावजूद अधिकांश बेसिक शिक्षा अधिकारियों (बीएसए) ने सोमवार को काउंसिलिंग का विज्ञापन जारी नहीं किया। इस बीच सहायक शिक्षक बनने के लिए काउंसिलिंग की बाट जोह रहे हजारों शिक्षामित्र दिनभर बीएसए कार्यालय और परिषद की परिक्रमा करते रहे।
गौरतलब है कि शासन के निर्देश पर बेसिक शिक्षा परिषद ने नौ अप्रैल को परिषदीय स्कूलों में कार्यरत और दूसरे चरण में प्रशिक्षण पास शिक्षामित्रों के समायोजन का कार्यक्रम जारी किया था। परिषद के सचिव संजय सिन्हा ने सभी बीएसए को निर्देश दिया था कि 13 अप्रैल को काउंसिलिंग की सूचना जारी करें लेकिन बीएसए ने परिषद के निर्देश को तवज्जो नहीं दिया। अब 15 से 25 अप्रैल के बीच काउंसिलिंग पूरा करने की जिम्मेदारी बीएसए पर है। 30 अप्रैल तक वास्तविक रिक्तियों के आधार पर नियुक्ति पत्र बांटने की प्रक्रिया पूरी करनी है। उल्लेखनीय है कि दूसरे बैच में बीटीसी प्रशिक्षण उत्तीर्ण करने वाले करीब 87 हजार शिक्षामित्रों का समायोजन होना है।
इलाहाबाद में करना होगा इंतजार : उधर, शिक्षक के सृजित पदों से अधिक संख्या में मौजूद लगभग 13 हजार शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक का ओहदा पाने के लिए अभी और इंतजार करना होगा। परिषदीय शिक्षक का पद जिला संवर्गीय होता है और उनका एक जिले से दूसरे में तबादला नहीं किया जा सकता है। इसलिए सहायक अध्यापक के पद पर समायोजित होने पर शिक्षामित्रों का नियमों के तहत एक से दूसरे जिले में स्थानांतरण नहीं किया जा सकता है।
गौरतलब है कि शासन के निर्देश पर बेसिक शिक्षा परिषद ने नौ अप्रैल को परिषदीय स्कूलों में कार्यरत और दूसरे चरण में प्रशिक्षण पास शिक्षामित्रों के समायोजन का कार्यक्रम जारी किया था। परिषद के सचिव संजय सिन्हा ने सभी बीएसए को निर्देश दिया था कि 13 अप्रैल को काउंसिलिंग की सूचना जारी करें लेकिन बीएसए ने परिषद के निर्देश को तवज्जो नहीं दिया। अब 15 से 25 अप्रैल के बीच काउंसिलिंग पूरा करने की जिम्मेदारी बीएसए पर है। 30 अप्रैल तक वास्तविक रिक्तियों के आधार पर नियुक्ति पत्र बांटने की प्रक्रिया पूरी करनी है। उल्लेखनीय है कि दूसरे बैच में बीटीसी प्रशिक्षण उत्तीर्ण करने वाले करीब 87 हजार शिक्षामित्रों का समायोजन होना है।
इलाहाबाद में करना होगा इंतजार : उधर, शिक्षक के सृजित पदों से अधिक संख्या में मौजूद लगभग 13 हजार शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक का ओहदा पाने के लिए अभी और इंतजार करना होगा। परिषदीय शिक्षक का पद जिला संवर्गीय होता है और उनका एक जिले से दूसरे में तबादला नहीं किया जा सकता है। इसलिए सहायक अध्यापक के पद पर समायोजित होने पर शिक्षामित्रों का नियमों के तहत एक से दूसरे जिले में स्थानांतरण नहीं किया जा सकता है।
गौरतलब है कि शिक्षामित्रों के समायोजन में शिक्षकों के सृजित पदों की कमी को देखते हुए सचिव बेसिक शिक्षा परिषद चार साल की सेवा पूरी कर चुके प्राथमिक स्कूलों के सहायक अध्यापकों की प्रोन्नति के लिए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दे चुके हैं। परिषद को उम्मीद है कि प्राथमिक स्कूलों के शिक्षकों की पदोन्नति से कुछ पद और रिक्त हो जाएंगे जिन पर शिक्षामित्रों को समायोजित किया जाएगा।
अधिक उम्र वालों को पहले मौका : शिक्षामित्रों के दूसरे बैच का समायोजन बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से 19 जून 2014 को जारी शासनादेश के तहत होगा। इसमें प्रावधान है कि सहायक अध्यापक के पद पर समायोजित होने की अर्हता पूरी करने वाले शिक्षामित्रों की सूची में अधिक उम्र वाले शिक्षामित्र का नाम ऊपर रखा जाएगा। ऐसे में समायोजन में उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी। यदि दो शिक्षामित्रों की जन्मतिथि समान हो तो अंग्रेजी वर्णमाला के क्रम में सूची में उनका नाम रखा जाएगा। चूंकि दूसरे बैच में सभी शिक्षामित्रों का समायोजन एक बार में नहीं हो पाएगा, इसलिए ज्यादा उम्र वाले को समायोजन में वरीयता दी जाएगी।
शिक्षामित्रों के समायोजन की हुई सुस्त शुरुआत : 15 से 25 अप्रैल के बीच तय है काउंसिलिंग कार्यक्रम
Reviewed by प्रवीण त्रिवेदी
on
8:33 AM
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