प्रेरकों ने दिया धरना, मांगा 40 महीने का बकाया, तैनात अंशकालिक अनुदेशकों को अध्यापक बनाने की मांग को लेकर भी धरा धरना
- प्रेरकों ने दिया धरना, मांगा 40 महीने का बकाया
- तैनात अंशकालिक अनुदेशकों को अध्यापक बनाने की मांग को लेकर धरना
साक्षर भारत मिशन के अन्तर्गत संविदा पर कार्यरत प्रेरकों एवं
समन्वयकों ने धरना दिया। प्रदेशभर से आए हजारों प्रेरकों ने लगभग 40 महीने
का बकाया भुगतान सहित सात सूत्रीय मांगें पूरी करने की मांग की। प्रदर्शन
कर रहे प्रेरकों ने राज्य सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए उनका शोषण
बंद करने की भी मांग की।
साक्षर भारत मिशन प्रेरक वेलफेयर एसोसिएशन के
अध्यक्ष विष्णु प्रताप सिंह ने धरने का संबोधित करते हुए कहा कि 40 महीने
से बकाया भुगतान न होने से वह लोग भुखमरी की कगार पर आ गए हैं। मुख्यमंत्री
से मांग की गई है कि महंगाई को देखते हुए मानदेय बढ़ाया जाए, संविदा पर
कार्यरत प्रेरक एवं समन्वयक का पद स्थायी करते हुए उन्हें नियमित किया जाए।
रिक्त पदों को भरा जाए। कुशीनगर में 1230 प्रेरकों पर की गई कार्यवाही
खत्म की जाए।
उधर, आदर्श अनुदेशक वेलफेयर एसोसिएशन ने उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शारीरिक शिक्षा, कला एवं कार्य शिक्षा के लिए तैनात अंशकालिक अनुदेशकों को अध्यापक बनाने की मांग को लेकर धरना दिया गया।
खबर साभार : दैनिक जागरण
- प्रेरकों और समन्वयकों ने किया प्रदर्शन
प्रदेश में संचालित साक्षर भारत मिशन योजना के अंतर्गत 66 जनपदों में कार्यरत प्रेरकों और समन्वयकों ने अपनी मांगों के समर्थन में सोमवार को लक्ष्मण मैदान में विरोध प्रदर्शन किया। साक्षर भारत मिशन प्रेरक वेलफेयर असोसिएशन उत्तर प्रदेश की ओर से बड़ी संख्या में लोगों ने इसमें भाग लिया। प्रदेश अध्यक्ष विष्णु प्रताप सिंह के अनुसार उनकी मांग है कि प्रेरकों और समन्वयकों का कुल बकाया मानदेय एक मुश्त दिया जाए। नवीनीकरण प्रक्रिया बंद हो। प्रदेश में खाली प्रेरकों और समन्वयकों के पदों को भरा जाए और प्रेरकों का मानदेय 15 हजार और समन्वयक का 25 हजार रुपये किया जाए।
प्रेरकों ने दिया धरना, मांगा 40 महीने का बकाया, तैनात अंशकालिक अनुदेशकों को अध्यापक बनाने की मांग को लेकर भी धरा धरना
Reviewed by प्रवीण त्रिवेदी
on
7:00 AM
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